चंबा। जेबीटी प्रशिक्षित बेरोजगार अध्यापक संघ इकाई चंबा की क्रमिक भूख हड़ताल 11वें दिन में प्रवेश कर गई। भूख हड़ताल पर मोनू दत्त ओर असरफ मोहम्मद बैठे हैं। संघ के जिला उपाध्यक्ष त्रिलोक सिंह ने विभाग की दोहरी नीति की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि जल्द हमारी सीधी नियुक्ति नहीं की गई तो प्रशिक्षित अध्यापक संघ क्रमिक अनशन को आमरण अनशन में बदल देगा।
संघ के जिला प्रधान हुगत राम खन्ना ने कहा कि सरकार और शिक्षा विभाग का रवैया काफी दुखद है। पिछले दो साल से बेरोजगार प्रशिक्षित जेबीटी अध्यापकों को मानसिक प्रताड़ना दी जा रही है। गैर जिम्मेदाराना बयानबाजी कर जनता को गुमराह किया जा रहा है। कई प्रशिक्षित अध्यापकों ने ऋण लेकर प्रशिक्षण प्राप्त किया है तथा कई अपनी उच्च शिक्षा और व्यवसाय छोड़कर प्रशिक्षण प्राप्त करने आए थे। सरकार ने इन्हें आश्वासन दिया था कि प्रशिक्षण उपरांत उन्हें शीघ्र बिना टेट की कंडीशन बिना नियुक्ति प्रदान की जाएगी। दो साल उपरांत भी प्रशिक्षित को सीधी नियुक्ति देने में आनकानी कर रही है। सरकार शुरू से ही जेबीटी बैच 2008-10 के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाए हुए है। इस अधिसूचना के तहत जेबीटी बैच 2008-10 बैठाया गया था। उसी अधिसूचना के तहत पूर्व बैच को नियमित नौकरी सरकार ने दी जबकि 2008-10 को नियमित की जगह अनुबंध नौकरी देने के लिए बहानेबाजी कर रही है।
उन्होंने सरकार पर मौलिक अधिकाराें को हनन करने का आरोप लगाते हुए कहा कि बैच 2008-10 बैच में भूतपूर्व सैनिकों को बिना टेट के नियुक्तियां दी गई। इसी बेच के बाकी प्रशिक्षित अध्यापकाें पर जबरन टेट की शर्त थोपी जा रही है। जो असंवैधानिक तथा अन्यायपूर्ण है। जल्द ही मांग को नहीं माना गया तो आंदोलन को उग्र किया जाएगा। इस मौके पर इकाई सचिव सुनील कुमार, प्रेस सचिव श्याम लाल और अन्य उपस्थित थे।
चंबा। जेबीटी प्रशिक्षित बेरोजगार अध्यापक संघ इकाई चंबा की क्रमिक भूख हड़ताल 11वें दिन में प्रवेश कर गई। भूख हड़ताल पर मोनू दत्त ओर असरफ मोहम्मद बैठे हैं। संघ के जिला उपाध्यक्ष त्रिलोक सिंह ने विभाग की दोहरी नीति की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि जल्द हमारी सीधी नियुक्ति नहीं की गई तो प्रशिक्षित अध्यापक संघ क्रमिक अनशन को आमरण अनशन में बदल देगा।
संघ के जिला प्रधान हुगत राम खन्ना ने कहा कि सरकार और शिक्षा विभाग का रवैया काफी दुखद है। पिछले दो साल से बेरोजगार प्रशिक्षित जेबीटी अध्यापकों को मानसिक प्रताड़ना दी जा रही है। गैर जिम्मेदाराना बयानबाजी कर जनता को गुमराह किया जा रहा है। कई प्रशिक्षित अध्यापकों ने ऋण लेकर प्रशिक्षण प्राप्त किया है तथा कई अपनी उच्च शिक्षा और व्यवसाय छोड़कर प्रशिक्षण प्राप्त करने आए थे। सरकार ने इन्हें आश्वासन दिया था कि प्रशिक्षण उपरांत उन्हें शीघ्र बिना टेट की कंडीशन बिना नियुक्ति प्रदान की जाएगी। दो साल उपरांत भी प्रशिक्षित को सीधी नियुक्ति देने में आनकानी कर रही है। सरकार शुरू से ही जेबीटी बैच 2008-10 के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाए हुए है। इस अधिसूचना के तहत जेबीटी बैच 2008-10 बैठाया गया था। उसी अधिसूचना के तहत पूर्व बैच को नियमित नौकरी सरकार ने दी जबकि 2008-10 को नियमित की जगह अनुबंध नौकरी देने के लिए बहानेबाजी कर रही है।
उन्होंने सरकार पर मौलिक अधिकाराें को हनन करने का आरोप लगाते हुए कहा कि बैच 2008-10 बैच में भूतपूर्व सैनिकों को बिना टेट के नियुक्तियां दी गई। इसी बेच के बाकी प्रशिक्षित अध्यापकाें पर जबरन टेट की शर्त थोपी जा रही है। जो असंवैधानिक तथा अन्यायपूर्ण है। जल्द ही मांग को नहीं माना गया तो आंदोलन को उग्र किया जाएगा। इस मौके पर इकाई सचिव सुनील कुमार, प्रेस सचिव श्याम लाल और अन्य उपस्थित थे।