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यमुनानगर। जिला न्यायिक परिसर में बिना नोटिस के बार एसोसिएशन की पार्किंग से वकीलों के चैंबर को जाने वाले रास्ते को बंद करने से खफा जिला बार एसोसिएशन के सभी वकीलों ने सोमवार को वर्क सस्पेंड रखकर धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने उपायुक्त को राष्ट्रपति और जिला सेशन एवं सत्र न्यायाधीश को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के नाम ज्ञापन दिया। वकीलों का नेतृत्व बार एसोसिएशन के प्रधान रणबीर सिंह खरकाली ने किया। वकीलों के वर्क सस्पेंड होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
उच्च न्यायालय के न्यायाधीश आरके गर्ग के आदेशानुसार जिला सेशन जज द्वारा वकीलों की पार्किंग से उनके चैंबर को जाने के रास्ता दीवार बनाकर बंद कर दिया गया। सोमवार सुबह जब वकील न्यायिक परिसर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि चैंबर को जाने का मार्ग बंद है। इससे खफा होकर वकील बार एसोसिएशन के प्रधान रणबीर सिंह खरकाली के नेतृत्व में वहीं धरने पर बैठ गए। कुछ देर में लगभग सैकड़ों वकील इकट्ठा हो गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। उसके बाद सभी वकीलों ने एसोसिएशन के प्रधान रणबीर सिंह खरकाली के नेतृत्व में ज्ञापन दिया। वकीलों का कहना है कि जब तक पार्किंग से वकीलों के चैंबर जाने वाले मार्ग नहीं खोले जाते उनकी धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
छुट्टियों के दौरान बंद किए मार्ग
वकीलों ने बताया कि कुछ दिनों पहले पार्किंग से वकीलों के चैंबर में जाने के लिए दो रास्ते थे। पार्किंग से चैंबर जाने के लिए एक रास्ता दिसंबर माह में हुई सर्दी की छुट्टियों के दौरान बंद कर दिया गया था। उसके बाद पार्किंग से चैंबर जाने के लिए केवल एक ही सीधा मार्ग बचा था। जो गणतंत्र दिवस और रविवार की छुट्टियों के दौरान बंद कर दिया। वकीलों का कहना है कि न्यायिक प्रशासन ने धोखे से छुट्टियों के दौरान ही मार्ग बंद किए हैं। क्योंकि छुट्टी नहीं होने पर वकील मार्ग को बंद नहीं होने देते।
रास्ता नहीं खोले जाने पर वकीलों ने मंगलवार को भी वर्क सस्पेंड और धरना जारी रखने का निर्णय लिया। इसमें वकीलों के साथ स्टेनो और फोटोस्टेट संचालक भी शामिल होंगे। प्रधान रणबीर खरकाली ने बताया कि बार में लगभग 450 चैंबर हैं। इनमें 1300 से अधिक वकील रहते हैं, जो सभी प्रदर्शन में शामिल होंगे।
300 मीटर का चक्कर काट पहुंच रहे चैंबर
वकीलों ने बताया कि रास्ता बंद होने से उन्हें अपनी कार और बाइक पार्किंग में खड़ी कर वैकल्पिक मार्ग हाईवे से होते हुए ई दिशा केंद्र या न्यायालय परिसर से होकर चैंबर में जाना और चैंबर से पार्किंग तक आना पड़ रहा है। इन मार्गों से उन्हें 300 मीटर का चक्कर लगाना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि न्यायालय से निकलने वाला मार्ग बहुत संकरा है।
पार्किंग को लेकर पहले भी कर चुके हैं प्रदर्शन
तीन माह पहले बार एसोसिएशन के सभी वकीलों की गाड़ियां और बाइक को पार्किंग में नहीं खड़ा होने दिया गया था। इस विरोध में वकीलों ने कई दिन तक प्रदर्शन किया। उसके बाद कुछ दिनों पूर्व पार्किंग से चैंबर जाने वाले एक मार्ग का बंद कर दिया गया। लेकिन एक रास्ता खुला होने के कारण वकीलों ने इसका विरोध नहीं किया। दूसरा रास्ता बंद होने से वकीलों को चैंबर जाने के लिए लंबा चक्कर लगाना पड़ता है। इससे वकीलों ने विरोध किया। वहीं, मुस्तफाबाद क्षेत्र के गांव स्यालबा से आए रोहित ने बताया कि कुछ दिनों पहले उनकी गांव के ही किसी व्यक्ति के साथ मारपीट हो गई थी। इस बारे में वकील से मिलना था। लेकिन वकील नहीं मिलने से उन्हें भटकना पड़ा। अब दोबारा 20 किलोमीटर का चक्कर लगाकर आना पड़ेगा। धरना प्रदर्शन में बार एसोसिएशन के सचिव अभिलाषा कोहली, राकेश शर्मा, पीके अरोड़ा, प्रदीप राठौर, सुरेंद्र कुमार, वीएस चौहान, केएल मल्होत्रा, अजय वर्मा, रामेश्वर दास, अजय शांडिल्य, मुकेश गर्ग, आईके दीवाना, यशपाल राझेड़ी, सुल्तान सिंह, जोगिंद्र सागड़ी, बलबीर सिंह, निरंजन सिंह सैनी, भूपेंद्र सिंह, जय कुमार गुप्ता, प्रदीप शर्मा, करनैल सिंह, विजय गौतम, मुकेश सहगल, जयदीप, रमेश शर्मा आदि मौजूद रहे।
यमुनानगर। जिला न्यायिक परिसर में बिना नोटिस के बार एसोसिएशन की पार्किंग से वकीलों के चैंबर को जाने वाले रास्ते को बंद करने से खफा जिला बार एसोसिएशन के सभी वकीलों ने सोमवार को वर्क सस्पेंड रखकर धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने उपायुक्त को राष्ट्रपति और जिला सेशन एवं सत्र न्यायाधीश को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के नाम ज्ञापन दिया। वकीलों का नेतृत्व बार एसोसिएशन के प्रधान रणबीर सिंह खरकाली ने किया। वकीलों के वर्क सस्पेंड होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
उच्च न्यायालय के न्यायाधीश आरके गर्ग के आदेशानुसार जिला सेशन जज द्वारा वकीलों की पार्किंग से उनके चैंबर को जाने के रास्ता दीवार बनाकर बंद कर दिया गया। सोमवार सुबह जब वकील न्यायिक परिसर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि चैंबर को जाने का मार्ग बंद है। इससे खफा होकर वकील बार एसोसिएशन के प्रधान रणबीर सिंह खरकाली के नेतृत्व में वहीं धरने पर बैठ गए। कुछ देर में लगभग सैकड़ों वकील इकट्ठा हो गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। उसके बाद सभी वकीलों ने एसोसिएशन के प्रधान रणबीर सिंह खरकाली के नेतृत्व में ज्ञापन दिया। वकीलों का कहना है कि जब तक पार्किंग से वकीलों के चैंबर जाने वाले मार्ग नहीं खोले जाते उनकी धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
छुट्टियों के दौरान बंद किए मार्ग
वकीलों ने बताया कि कुछ दिनों पहले पार्किंग से वकीलों के चैंबर में जाने के लिए दो रास्ते थे। पार्किंग से चैंबर जाने के लिए एक रास्ता दिसंबर माह में हुई सर्दी की छुट्टियों के दौरान बंद कर दिया गया था। उसके बाद पार्किंग से चैंबर जाने के लिए केवल एक ही सीधा मार्ग बचा था। जो गणतंत्र दिवस और रविवार की छुट्टियों के दौरान बंद कर दिया। वकीलों का कहना है कि न्यायिक प्रशासन ने धोखे से छुट्टियों के दौरान ही मार्ग बंद किए हैं। क्योंकि छुट्टी नहीं होने पर वकील मार्ग को बंद नहीं होने देते।
रास्ता नहीं खोले जाने पर वकीलों ने मंगलवार को भी वर्क सस्पेंड और धरना जारी रखने का निर्णय लिया। इसमें वकीलों के साथ स्टेनो और फोटोस्टेट संचालक भी शामिल होंगे। प्रधान रणबीर खरकाली ने बताया कि बार में लगभग 450 चैंबर हैं। इनमें 1300 से अधिक वकील रहते हैं, जो सभी प्रदर्शन में शामिल होंगे।
300 मीटर का चक्कर काट पहुंच रहे चैंबर
वकीलों ने बताया कि रास्ता बंद होने से उन्हें अपनी कार और बाइक पार्किंग में खड़ी कर वैकल्पिक मार्ग हाईवे से होते हुए ई दिशा केंद्र या न्यायालय परिसर से होकर चैंबर में जाना और चैंबर से पार्किंग तक आना पड़ रहा है। इन मार्गों से उन्हें 300 मीटर का चक्कर लगाना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि न्यायालय से निकलने वाला मार्ग बहुत संकरा है।
पार्किंग को लेकर पहले भी कर चुके हैं प्रदर्शन
तीन माह पहले बार एसोसिएशन के सभी वकीलों की गाड़ियां और बाइक को पार्किंग में नहीं खड़ा होने दिया गया था। इस विरोध में वकीलों ने कई दिन तक प्रदर्शन किया। उसके बाद कुछ दिनों पूर्व पार्किंग से चैंबर जाने वाले एक मार्ग का बंद कर दिया गया। लेकिन एक रास्ता खुला होने के कारण वकीलों ने इसका विरोध नहीं किया। दूसरा रास्ता बंद होने से वकीलों को चैंबर जाने के लिए लंबा चक्कर लगाना पड़ता है। इससे वकीलों ने विरोध किया। वहीं, मुस्तफाबाद क्षेत्र के गांव स्यालबा से आए रोहित ने बताया कि कुछ दिनों पहले उनकी गांव के ही किसी व्यक्ति के साथ मारपीट हो गई थी। इस बारे में वकील से मिलना था। लेकिन वकील नहीं मिलने से उन्हें भटकना पड़ा। अब दोबारा 20 किलोमीटर का चक्कर लगाकर आना पड़ेगा। धरना प्रदर्शन में बार एसोसिएशन के सचिव अभिलाषा कोहली, राकेश शर्मा, पीके अरोड़ा, प्रदीप राठौर, सुरेंद्र कुमार, वीएस चौहान, केएल मल्होत्रा, अजय वर्मा, रामेश्वर दास, अजय शांडिल्य, मुकेश गर्ग, आईके दीवाना, यशपाल राझेड़ी, सुल्तान सिंह, जोगिंद्र सागड़ी, बलबीर सिंह, निरंजन सिंह सैनी, भूपेंद्र सिंह, जय कुमार गुप्ता, प्रदीप शर्मा, करनैल सिंह, विजय गौतम, मुकेश सहगल, जयदीप, रमेश शर्मा आदि मौजूद रहे।