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यमुनानगर। जिले की अनाज मंडियों में कम धान आने लगा है। पिछले सीजन की तुलना में मंडियों में अब तक 14314 मीट्रिक टन धान की कम आवक हुई है। जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अनुसार 14 अक्तूबर तक जिले की अनाज मंडियों में कुल 62831 मीट्रिक टन धान की आवक हुई है, जबकि पिछले सीजन में 14 अक्तूबर तक 77145 मीट्रिक टन धान आ चुका था। मंडियों में धान की खरीद 1 अक्तूबर से शुरू हुई है। चार-पांच दिनों तक मंडियाें में धान की आवक सही रही लेकिन इसके बाद इसमें ब्रेक लग गया। जिले में सबसे अधिक मुस्तफाबाद और सबसे कम रणजीतपुर मंडी में धान की आवक हुई है।
विभाग के अनुसार इस बार जिले में करीब दो लाख 42 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में धान की बिजाई हुई। विभाग का अनुमान है कि इस बार मंडियाें में करीब तीन लाख मीट्रिक टन धान की आवक होगी।
बारिश और बिजली ने दिया धोखा
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश सचिव विजय मेहता का कहना है कि इस सीजन में बारिश और बिजली की कमी के कारण खेतों में धान की बिजाई काफी प्रभावित हुई है। जिले में करीब 25 प्रतिशत खेतों में धान नहीं लग पाया। एक तो कम बारिश के कारण खेत सूखे रहे, दूसरा बिजली न मिलने के कारण किसानों के ट्यूबवेल नहीं चल पाए।
मंडियों में धान की आवक का ब्योरा (मीट्रिक टन में)
मंडी आवक
जगाधरी 9759
बिलासपुर 1658
छछरौली 7222
गुमथला 1510
जठलाना 1817
खारवन 1173
खिजराबाद 2408
मुस्तफाबाद 14665
रादौर 14390
यमुनानगर 2076
रसूलपुर 1725
साढौरा 4392
यमुनानगर। जिले की अनाज मंडियों में कम धान आने लगा है। पिछले सीजन की तुलना में मंडियों में अब तक 14314 मीट्रिक टन धान की कम आवक हुई है। जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अनुसार 14 अक्तूबर तक जिले की अनाज मंडियों में कुल 62831 मीट्रिक टन धान की आवक हुई है, जबकि पिछले सीजन में 14 अक्तूबर तक 77145 मीट्रिक टन धान आ चुका था। मंडियों में धान की खरीद 1 अक्तूबर से शुरू हुई है। चार-पांच दिनों तक मंडियाें में धान की आवक सही रही लेकिन इसके बाद इसमें ब्रेक लग गया। जिले में सबसे अधिक मुस्तफाबाद और सबसे कम रणजीतपुर मंडी में धान की आवक हुई है।
विभाग के अनुसार इस बार जिले में करीब दो लाख 42 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में धान की बिजाई हुई। विभाग का अनुमान है कि इस बार मंडियाें में करीब तीन लाख मीट्रिक टन धान की आवक होगी।
बारिश और बिजली ने दिया धोखा
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश सचिव विजय मेहता का कहना है कि इस सीजन में बारिश और बिजली की कमी के कारण खेतों में धान की बिजाई काफी प्रभावित हुई है। जिले में करीब 25 प्रतिशत खेतों में धान नहीं लग पाया। एक तो कम बारिश के कारण खेत सूखे रहे, दूसरा बिजली न मिलने के कारण किसानों के ट्यूबवेल नहीं चल पाए।
मंडियों में धान की आवक का ब्योरा (मीट्रिक टन में)
मंडी आवक
जगाधरी 9759
बिलासपुर 1658
छछरौली 7222
गुमथला 1510
जठलाना 1817
खारवन 1173
खिजराबाद 2408
मुस्तफाबाद 14665
रादौर 14390
यमुनानगर 2076
रसूलपुर 1725
साढौरा 4392