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केंद्रीय मत्स्य ,पशुपालन एवं डेयरी राज्यमंत्री संजीव बालियान ने हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन की भर्ती प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि एडीओ की भर्ती में 90 प्रतिशत आवेदकों के फेल किए जाने तथा वेटरिनरी सर्जन की परीक्षा में 26 से अधिक सवाल गलत होने पर जवाबदेही तय होनी चाहिए। सांविधानिक संस्था गलत है तो उस पर भी सवाल होने चाहिएं। इसमें सुधार भी होना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान शनिवार को हिसार के लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षांत समारोह में पहुंचे थे। अपने भाषण में उन्होंने कहा कि एचपीएससी ने एग्रीकल्चर डेवलेपमेंट ऑफिसर की लिखित परीक्षा में 50 प्रतिशत अंक की शर्त रख दी। फिर इतना कठिन पेपर बना दिया कि 90 प्रतिशत अभ्यर्थी फेल हो गए। इसके बाद वेटरिनरी सर्जन की 383 पोस्ट निकाली। जिसमें 26 से अधिक आंसर गलत हैं। मैंने सुबह एचपीएससी के चेयरमैन से बात की।
चेयरमैन ने कहा कि हमारा प्रोसीजर है, हमने पेपर कहीं ओर से सेट कराया है। अगर इतने आंसर गलत हैं तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। जो अभ्यर्थी एग्रीकल्चर साइंटिस्ट बोर्ड की देश की सबसे बड़ी परीक्षा पास कर रहा है। वह यहां आकर फेल हो रहा है। 50 प्रतिशत अंकों की शर्त हटाई जानी चाहिए। एचपीएससी के पैटर्न व तरीके में बदलाव करना चाहिए। अगर मुख्यमंत्री मुझे मिलेंगे तो उनसे भी इस बारे में कहूंगा कि एचपीएससी के सिस्टम को ठीक करो। इसको दुरस्त करने की जरूरत है। सांविधानिक संस्था का यह मतलब नहीं कि वो गलत करते रहें हम इंगित भी ना करें। यह छात्र मेरे जूनियर हैं। इनका सीनियर तथा जनप्रतिनिधि होने के नाते इनकी समस्या उठाना मेरी जिम्मेदारी है।
क्या है पूरा विवाद
एचपीएससी ने पिछले वर्ष कृषि विकास अधिकारी के 600 पदों के लिए नौकरी निकाली थी। इस भर्ती को लेकर आवेदकों ने लंबे समय तक इसके खिलाफ विरोध जताया था। जिसमें आवेदकों ने परीक्षा को अत्याधिक कठिन बताया था। इस परीक्षा में 93 प्रतिशत अभ्यर्थी फेल हो गए। केवल 57 पदों को ही भरा जा सका। अब एचपीएएसी ने वेटरिनरी सर्जन के 383 पदों के लिए 15 जनवरी को परीक्षा ली थी। 23 जनवरी को इसकी आंसर की जारी की गई। जिसमें 26 से अधिक सवालों के जवाब गलत थे। आवेदकों ने इसको लेकर एचपीएससी को भी आपत्ति दर्ज कराई है।
कृषि मंत्री ने किया समर्थन
प्रदेश के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि एडीओ के हमारे 600 पद थे, जिसमें 10 प्रतिशत भी नहीं भर पाए। मैंने सीएम के सामने भी इस मुद्दे को उठाया है। जिसने भी इस तरह के पेपर बनाए, हरियाणा सरकार उस पर कार्रवाई करेगी।