रोहतक। वैश्य शिक्षण संस्था की देखरेख आखिर डेढ़ वर्ष बाद प्रशासक के हाथों में सौंप दी गई है। पिछले करीब डेढ़ वर्ष से संस्था चुनाव न होने से नई कार्यकारिणी का गठन नहीं हुआ है। एमडीयू के विधि विभाग के सहायक प्राध्यापक वीरेंद्र सिंधू अब बतौर प्रशासक संस्था की देखरेख करने के साथ चुनाव भी संपन्न कराएंगे। कार्यभार संभालते ही प्रशासन संस्था की ओर से लगाए गए शिविर में पहुंचे और रक्तदान कर सभी को समाज व जनहित में कार्य करने का संदेश दिया।
प्रशासन ने सभी को टीकाकरण के प्रति प्रेरित करते हुए कहा कि महामारी से सुरक्षित रहने के लिए टीकाकरण जरूरी है। इसीलिए यह रक्तदान व टीकाकरण शिविर लगाया गया है। सरकार ने एक शिक्षक को संस्था की जिम्मेदारी सौंपी है। इसका पूरी निष्ठा व लगन से निर्वहन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश महामारी की तीसरी लहर से जूझ रहा है। इसलिए सभी के लिए कोविड नियमों का पालन करना अनिवार्य है। किशोर हमारे देश का भविष्य हैं। इनकी सुरक्षा जरूरी है। इसलिए इन्हें भी आगे आकर टीकाकरण करना चाहिए।
वैश्य इंजीनियरिंग कॉलेज प्राचार्य डॉ. दीपक गोयल ने कहा कि शिविर में 102 लोगों ने रक्तदान किया। इसके अलावा 15 से 18 वर्ष के 87 किशोर व किशोरियों ने वैक्सीन लगवाई। इस मौके पर मनोनीत पार्षद राजेश सैनी, नरेंद्र कौशिक, डॉ. महेंद्र सिंह, डॉ. सुमित, डॉ. रमन, डॉ. प्रिया, डॉ. देवेंद्र चहल, डॉ. विकास चाहर, शांतनु सैनी, डॉ. परम भूषण आर्य, डॉ. मनीष भारद्वाज के अलावा अन्य शिक्षक व स्टाफ उपस्थित रहा।
रोहतक। वैश्य शिक्षण संस्था की देखरेख आखिर डेढ़ वर्ष बाद प्रशासक के हाथों में सौंप दी गई है। पिछले करीब डेढ़ वर्ष से संस्था चुनाव न होने से नई कार्यकारिणी का गठन नहीं हुआ है। एमडीयू के विधि विभाग के सहायक प्राध्यापक वीरेंद्र सिंधू अब बतौर प्रशासक संस्था की देखरेख करने के साथ चुनाव भी संपन्न कराएंगे। कार्यभार संभालते ही प्रशासन संस्था की ओर से लगाए गए शिविर में पहुंचे और रक्तदान कर सभी को समाज व जनहित में कार्य करने का संदेश दिया।
प्रशासन ने सभी को टीकाकरण के प्रति प्रेरित करते हुए कहा कि महामारी से सुरक्षित रहने के लिए टीकाकरण जरूरी है। इसीलिए यह रक्तदान व टीकाकरण शिविर लगाया गया है। सरकार ने एक शिक्षक को संस्था की जिम्मेदारी सौंपी है। इसका पूरी निष्ठा व लगन से निर्वहन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश महामारी की तीसरी लहर से जूझ रहा है। इसलिए सभी के लिए कोविड नियमों का पालन करना अनिवार्य है। किशोर हमारे देश का भविष्य हैं। इनकी सुरक्षा जरूरी है। इसलिए इन्हें भी आगे आकर टीकाकरण करना चाहिए।
वैश्य इंजीनियरिंग कॉलेज प्राचार्य डॉ. दीपक गोयल ने कहा कि शिविर में 102 लोगों ने रक्तदान किया। इसके अलावा 15 से 18 वर्ष के 87 किशोर व किशोरियों ने वैक्सीन लगवाई। इस मौके पर मनोनीत पार्षद राजेश सैनी, नरेंद्र कौशिक, डॉ. महेंद्र सिंह, डॉ. सुमित, डॉ. रमन, डॉ. प्रिया, डॉ. देवेंद्र चहल, डॉ. विकास चाहर, शांतनु सैनी, डॉ. परम भूषण आर्य, डॉ. मनीष भारद्वाज के अलावा अन्य शिक्षक व स्टाफ उपस्थित रहा।