रोहतक। गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारियों को लेकर कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था बरकरार रखने की पुलिस के सामने बड़ी चुनौती है। इसी को लेकर पुलिस प्रशासन की ओर से लगातार किसान नेताओं से मीटिंग कर उनकी रूपरेखा जानी जा रही है। इसी कड़ी में रविवार को पुलिस व किसानों के बीच तीसरे दौर की मीटिंग विकास भवन में हुई। इसमें जिले के पांच डीएसपी शामिल रहे। दोनों के बीच सहमति हुई कि तिरंगे से बढ़कर कुछ भी नहीं है, इसलिए किसान ध्वजारोहण कार्यक्रम में किसी भी प्रकार का खलल नहीं डालेंगे। किसानों ने आश्वासन दिया उनकी ओर से राष्ट्रीय पर्व पर कोई आंच नहीं आएगी। अगर कोई उपद्रव जनता की ओर से होता है, तो प्रशासन इसकी जिम्मेवारी खुद उठाएं। भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल नांदल उर्फ बल्लू प्रधान ने कहा कि प्रशासन के साथ उनकी जो बार-बार मीटिंग हो रही है वह 26 जनवरी पर झंडा फहराने को लेकर हो रही है। इस पक्ष को लेकर प्रशासन की बात मानते हुए हमने अपनी सहमति दी है। साथ ही कहा है कि किसी भी नेता की बजाय अगर कोई भी प्रशासनिक अधिकारी झंडा फहराएगा तो वह हम सबके लिए सही है। क्योंकि जनता में किसान कानून को लेकर नेताओं के प्रति आक्रोश है। जनता नहीं चाहती कि कोई भी नेता 26 जनवरी पर झंडा फहराए। किसानों का कहना कि अगर कोई भी प्रशासनिक अधिकारी झंडा फहराता है तो इसमें हम सब किसानों की सहमति है।
हुड्डा खाप के ट्रैक्टरों ने खिड़वाली से दिल्ली बॉर्डर के लिए किया मार्च
26 जनवरी की परेड में भाग लेने के लिए हुड्डा खाप के पूर्व प्रधान धर्मपाल हुड्डा व हुड्डा खाप के प्रतिनिधि रामफूल हुड्डा के नेतृत्व में हुड्डा खाप के सैकड़ों ट्रैक्टरों ने खिड़वाली से दिल्ली बॉर्डर के लिए मार्च किया। तिरंगा झंडा लगे इन ट्रैक्टरों पर बैठे किसान, किसान एकता जिंदाबाद, भारत माता की जय के नारे लगाते हुए दिल्ली की तरफ मार्च कर गए। काफिले में मार्च करने वालों में खिड़वाली, जिदरान, चमारिया और सांघी गांव के ट्रैक्टर मुख्य रूप से शामिल रहे। इन किसानों में जागे प्रधान, अमरजीत हुड्डा, मनोज, आनंद हुड्डा, जगदीश, धर्मपाल कोट वाला, बलवंत सिंह, जिले सिंह आदि सैकड़ों किसान शामिल रहे।
रोहतक। गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारियों को लेकर कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था बरकरार रखने की पुलिस के सामने बड़ी चुनौती है। इसी को लेकर पुलिस प्रशासन की ओर से लगातार किसान नेताओं से मीटिंग कर उनकी रूपरेखा जानी जा रही है। इसी कड़ी में रविवार को पुलिस व किसानों के बीच तीसरे दौर की मीटिंग विकास भवन में हुई। इसमें जिले के पांच डीएसपी शामिल रहे। दोनों के बीच सहमति हुई कि तिरंगे से बढ़कर कुछ भी नहीं है, इसलिए किसान ध्वजारोहण कार्यक्रम में किसी भी प्रकार का खलल नहीं डालेंगे। किसानों ने आश्वासन दिया उनकी ओर से राष्ट्रीय पर्व पर कोई आंच नहीं आएगी। अगर कोई उपद्रव जनता की ओर से होता है, तो प्रशासन इसकी जिम्मेवारी खुद उठाएं। भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल नांदल उर्फ बल्लू प्रधान ने कहा कि प्रशासन के साथ उनकी जो बार-बार मीटिंग हो रही है वह 26 जनवरी पर झंडा फहराने को लेकर हो रही है। इस पक्ष को लेकर प्रशासन की बात मानते हुए हमने अपनी सहमति दी है। साथ ही कहा है कि किसी भी नेता की बजाय अगर कोई भी प्रशासनिक अधिकारी झंडा फहराएगा तो वह हम सबके लिए सही है। क्योंकि जनता में किसान कानून को लेकर नेताओं के प्रति आक्रोश है। जनता नहीं चाहती कि कोई भी नेता 26 जनवरी पर झंडा फहराए। किसानों का कहना कि अगर कोई भी प्रशासनिक अधिकारी झंडा फहराता है तो इसमें हम सब किसानों की सहमति है।
हुड्डा खाप के ट्रैक्टरों ने खिड़वाली से दिल्ली बॉर्डर के लिए किया मार्च
26 जनवरी की परेड में भाग लेने के लिए हुड्डा खाप के पूर्व प्रधान धर्मपाल हुड्डा व हुड्डा खाप के प्रतिनिधि रामफूल हुड्डा के नेतृत्व में हुड्डा खाप के सैकड़ों ट्रैक्टरों ने खिड़वाली से दिल्ली बॉर्डर के लिए मार्च किया। तिरंगा झंडा लगे इन ट्रैक्टरों पर बैठे किसान, किसान एकता जिंदाबाद, भारत माता की जय के नारे लगाते हुए दिल्ली की तरफ मार्च कर गए। काफिले में मार्च करने वालों में खिड़वाली, जिदरान, चमारिया और सांघी गांव के ट्रैक्टर मुख्य रूप से शामिल रहे। इन किसानों में जागे प्रधान, अमरजीत हुड्डा, मनोज, आनंद हुड्डा, जगदीश, धर्मपाल कोट वाला, बलवंत सिंह, जिले सिंह आदि सैकड़ों किसान शामिल रहे।