Hindi News
›
Haryana
›
Rohtak News
›
Fraud of 11.5 lakhs in Rohtak, fake NOC given for bank loan, carried out crime by posing as bank employee
{"_id":"6483f2b7c9f67b90370027a5","slug":"fraud-of-11-5-lakhs-in-rohtak-fake-noc-given-for-bank-loan-carried-out-crime-by-posing-as-bank-employee-2023-06-10","type":"story","status":"publish","title_hn":"रोहतक में साढ़े 11 लाख की ठगी: बैंक लोन की दी फर्जी एनओसी, बैंक की कर्मचारी बनकर दिया वारदात को अंजाम","category":{"title":"Crime","title_hn":"क्राइम","slug":"crime"}}
रोहतक में साढ़े 11 लाख की ठगी: बैंक लोन की दी फर्जी एनओसी, बैंक की कर्मचारी बनकर दिया वारदात को अंजाम
माई सिटी रिपोर्टर, रोहतक (हरियाणा)
Published by: नवीन दलाल
Updated Sat, 10 Jun 2023 09:19 AM IST
रोहतक में बैंक लोन के नाम पर साढ़े 11 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। आरोपियों ने बैंक कर्मचारी बन इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
रोहतक सिविल लाईन पुलिस थाना
- फोटो : अमर उजाला
Link Copied
विस्तार
Follow Us
रोहतक में तीरअंदाजी के अंतर राष्ट्रीय खिलाड़ी एवं करनाल में कोच के पद पर कार्यरत राजेश के साथ बैंक लोन के नाम पर साढ़े 11 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई है। कोच ने पुलिस को दी शिकायत में यह आरोप लगाया है। पुलिस ने आरोपी युवक नीरज व उसकी बहन के खिलाफ सिविल लाइन थाने में केस दर्ज किया है।
पुलिस को दी शिकायत के अनुसार
पुलिस को दी शिकायत में गांधरा गांव निवासी राजेश ने आरोप लगाया है कि न्यू विशाल नगर में किराये पर रहता है। साथ ही सीनियर वर्ग का अंतर राष्ट्रीय स्तर का तीरअंदाजी का खिलाड़ी है। फिलहाल करनाल में कोच के तौर पर कार्यरत है। वह अपने दोस्त नीरज के साथ एमडीयू में प्रेक्टिस करता था, तभी से दोनों एक-दूसरे को जानते हैं। नीरज ने अपनी छोटी बहन दिव्या से बात करवाई।
एचडीएफसी बैंक में कार लोन
दिव्या ने बताया कि वह बैंक में कार्यरत है। एक दिन उसने दिव्या को बताया कि उसका एचडीएफसी बैंक में कार लोन है। उसमें ओवर टू चार्ज लगे हुए हैं। उनको माफ करवा दीजिए। इसके लिए साढ़े सात हजार रुपये लिए, कहा कि रसीद बाद में दे देगी। इसके बाद दिव्या ने कहा कि उसका होम लोन करवा देती हूं। इसके लिए 82 हजार रुपये ले लिए। साथ ही कहा कि होम लोन की राशि तब मिलेगी, जब कार लोन पूरा हो जाएगा। कार लोन बंद कराने के लिए नाम पर 3 लाख 70 हजार रुपये ले लिए।
आपने कार लोन की किस्त जमा नहीं कराई
इसके बाद दूसरे बैंक से 8 लाख 68 हजार रुपये का लोन करवा दिया। उसमें से 6 लाख रुपये दिव्या को तीसरे बैंक के माध्यम से दिए। मार्च 2023 में बैंक कर्मी घर आए, बताया कि आपने कार लोन की किस्त जमा नहीं कराई। उसने कहा कि वह तो लोन की राशि जमा करवाकर बैंक की एनओसी ले चुका हूं। बैंक ने जांच करके बताया कि यह एनओसी फर्जी है। उसने दिव्या व उसके भाई नीरज से बात की। पहले तो आरोपियों ने पैसे देने की बात कही। बाद में इंकार कर दिया।
विज्ञापन
विज्ञापन
सबसे विश्वसनीय Hindi News वेबसाइट अमर उजाला पर पढ़ें हर राज्य और शहर से जुड़ी क्राइम समाचार की ब्रेकिंग अपडेट।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
अतिरिक्त ₹50 छूट सालाना सब्सक्रिप्शन पर
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।