पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
पानीपत। निगम की नई योजना के अनुसार यदि गांव से जुड़ी पंचायत यदि इस बात का आश्वासन देती है कि उसके क्षेत्र में बिजली चोरी नहीं होने दी जाएगी तो ऐसे क्षेत्र को 14 से 20 घंटे तक बिजली मिलेगी।
निगम से जुड़े अधिकारियों का मानना है कि उपभोक्ताओं को सुविधाएं मिलेंगी तो वे समय पर बिल भरेंगे, जितने ज्यादा बिल भरेंगे, उतनी ही निगम की आय बढ़ेगी।
ग्राम पंचायत को देना होगा शपथपत्र
इस योजना का लाभ उठाने वाले गांवाें को लिखित रूप में शपथ पत्र तैयार कराकर अपने क्षेत्र से जुड़े बिजली निगम अधिकारियों को देना होगा। इसके बाद निगम अधिकारी गांव का लोड और कनेक्शनों की संख्या चेक करेंगे। उसके एक या दो माह बाद दोबारा लोड चेक किया जाएगा। अगर कनेक्शनों के हिसाब से लोड सही मिला और बिजली की चोरी मात्र पांच से 10 प्रतिशत हुई तो उस गांव मेें बिजली की आपूर्ति बढ़ा दी जाएगी।
वर्जन
गांव 14 से 20 घंटे तक आपूर्ति पाने को बिजली चोरी को रोककर प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए ग्राम पंचायत को अपने गांव की ओर से शपथ पत्र तैयार करके निगम कार्यालय में जमा कराना होगा। इसके बाद लोड और कनेक्शनों की तुलना करके सुविधा मुहैया कराई जाएगी।
वीके खुराना, अधीक्षक अभियंता, बिजली निगम, पानीपत
पानीपत। निगम की नई योजना के अनुसार यदि गांव से जुड़ी पंचायत यदि इस बात का आश्वासन देती है कि उसके क्षेत्र में बिजली चोरी नहीं होने दी जाएगी तो ऐसे क्षेत्र को 14 से 20 घंटे तक बिजली मिलेगी।
निगम से जुड़े अधिकारियों का मानना है कि उपभोक्ताओं को सुविधाएं मिलेंगी तो वे समय पर बिल भरेंगे, जितने ज्यादा बिल भरेंगे, उतनी ही निगम की आय बढ़ेगी।
ग्राम पंचायत को देना होगा शपथपत्र
इस योजना का लाभ उठाने वाले गांवाें को लिखित रूप में शपथ पत्र तैयार कराकर अपने क्षेत्र से जुड़े बिजली निगम अधिकारियों को देना होगा। इसके बाद निगम अधिकारी गांव का लोड और कनेक्शनों की संख्या चेक करेंगे। उसके एक या दो माह बाद दोबारा लोड चेक किया जाएगा। अगर कनेक्शनों के हिसाब से लोड सही मिला और बिजली की चोरी मात्र पांच से 10 प्रतिशत हुई तो उस गांव मेें बिजली की आपूर्ति बढ़ा दी जाएगी।
वर्जन
गांव 14 से 20 घंटे तक आपूर्ति पाने को बिजली चोरी को रोककर प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए ग्राम पंचायत को अपने गांव की ओर से शपथ पत्र तैयार करके निगम कार्यालय में जमा कराना होगा। इसके बाद लोड और कनेक्शनों की तुलना करके सुविधा मुहैया कराई जाएगी।
वीके खुराना, अधीक्षक अभियंता, बिजली निगम, पानीपत