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मतलौडा। हरियाणा किसान सभा और खेत किसान मजदूर यूनियन के पदाधिकारियों ने दरियापुर के किसानों के साथ मिलकर सब तहसील कार्यालय मतलौडा में प्रदर्शन कर नारेबाजी की। किसानों की मांगाें का पत्र नायब तहसीलदार रविंद्र मलिक को सौंपा।
नायब तहसीलदार को किसानों की समस्याओं से संबंधित सौंपे गए मांग पत्र में कहा कि 2000 के बाद से अब तक 12 साल बीत जाने के बाद भी जमाबंदी नहीं बनाई। जिन किसानों ने बैंकों से कर्ज लेकर 10 साल पहले कर्ज को चुका दिया है, लेकिन नई जमाबंदी नहीं होने के कारण आज भी वह कर्ज रिकार्ड में दर्शाया जा रहा है। इतना ही नही नई जमाबंदी नहीं बनने के कारण नए इंतकाल भी दर्ज नहीं किए जा रहे। इससे किसान पटवारियों के कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।
उन्होंने कहा कि पटवारियों के कार्यालयों में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। कोई भी पटवारी बिना रिश्वत के कोई काम नही करता। रिवेन्यू से संबंधित विभिन्न प्रकार की नकल लेने और इंतकाल दर्ज कराने के बदले पटवारी मोटी फीस वसूल करते है। उन्होंने मांग की कि विभिन्न प्रकार की नकलों और इंतकालों की सरकारी फीस बोर्ड पर अंकित कर पटवारियों के कार्यालयों के बाहर और तहसील कार्यालय में लगाई जाए। यूनियन नेताओं में हरपाल सिंह, जय भगवान, राम प्रसाद, मोहन लाल, रमेश कुमार और रोशन लाल मौजूद थे।
इस संबंध में नायब तहसीलदार रविंद्र मलिक ने कहा कि सरकारी फीस की सूची जल्द लगा दी जाएगी और जमाबंदी के बारे में जल्द ही कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
मतलौडा। हरियाणा किसान सभा और खेत किसान मजदूर यूनियन के पदाधिकारियों ने दरियापुर के किसानों के साथ मिलकर सब तहसील कार्यालय मतलौडा में प्रदर्शन कर नारेबाजी की। किसानों की मांगाें का पत्र नायब तहसीलदार रविंद्र मलिक को सौंपा।
नायब तहसीलदार को किसानों की समस्याओं से संबंधित सौंपे गए मांग पत्र में कहा कि 2000 के बाद से अब तक 12 साल बीत जाने के बाद भी जमाबंदी नहीं बनाई। जिन किसानों ने बैंकों से कर्ज लेकर 10 साल पहले कर्ज को चुका दिया है, लेकिन नई जमाबंदी नहीं होने के कारण आज भी वह कर्ज रिकार्ड में दर्शाया जा रहा है। इतना ही नही नई जमाबंदी नहीं बनने के कारण नए इंतकाल भी दर्ज नहीं किए जा रहे। इससे किसान पटवारियों के कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।
उन्होंने कहा कि पटवारियों के कार्यालयों में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। कोई भी पटवारी बिना रिश्वत के कोई काम नही करता। रिवेन्यू से संबंधित विभिन्न प्रकार की नकल लेने और इंतकाल दर्ज कराने के बदले पटवारी मोटी फीस वसूल करते है। उन्होंने मांग की कि विभिन्न प्रकार की नकलों और इंतकालों की सरकारी फीस बोर्ड पर अंकित कर पटवारियों के कार्यालयों के बाहर और तहसील कार्यालय में लगाई जाए। यूनियन नेताओं में हरपाल सिंह, जय भगवान, राम प्रसाद, मोहन लाल, रमेश कुमार और रोशन लाल मौजूद थे।
इस संबंध में नायब तहसीलदार रविंद्र मलिक ने कहा कि सरकारी फीस की सूची जल्द लगा दी जाएगी और जमाबंदी के बारे में जल्द ही कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।