पानीपत। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट और चाइल्ड लाइन ने असंध रोड स्थित पलक हैंडलूम से 13 वर्षीय किशोर को छुड़ाया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि किशोर लॉकडाउन से हैंडलूम में काम कर रहा था। 10 घंटे काम करने पर उसे तीन हजार रुपये मासिक वेतन मिलता था। हैंडलूम मालिक के खिलाफ बाल श्रम एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट से एएसआई पवन कुमार ने बताया कि वह मंगलवार को अपनी टीम के साथ असंध रोड पर गश्त पर थे। इसी उन्हें आशा धर्मकांटा के पास पलक हैंडलूम पर एक बच्चा काम करता दिखा। उन्होंने चाइल्ड हेल्पलाइन कोऑर्डिनेटर पूजा मलिक को सूचना दी। चाइल्ड लाइन से रोहित और रविंद्र मौके पर पहुंचे, जिसके बाद पूछताछ की गई तो किशोर ने अपनी आयु 13 वर्ष बताई। किशोर ने बताया कि वह लॉकडाउन से हैंडलूम पर काम करता है। वह सुबह 10 बजे से रात आठ बजे तक काम करता है, जिसके बदले उसे तीन हजार रुपये मासिक वेतन मिलता है।
टीम ने बच्चे को रेस्क्यू किया और उसका मेडिकल कराकर चाइल्ड केयर सेंटर भेज दिया। वहीं आरोपी पलक हैंडलूम के मालिक सुमित धमीजा के खिलाफ बाल श्रम एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई। पवन कुमार ने बताया कि 18 जून को भी टीम ने नई अनाज मंडी स्थित सांवरिया पेंट्स दुकान से 15 वर्षीय किशोर को काम करते हुए रेस्क्यू किया था। किशोर नौ बजे से शाम सात बजे तक काम करता था, बदले में उसे नौ हजार रुपये मिलते थे। दुकान मालिक विशाल के खिलाफ बाल श्रम एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई शुरू की गई थी।
बाल श्रम करते हुए बच्चे दिखे तो दें सूचना: पूजा मलिक
शहरवासियों से अपील है कि वह बच्चों से काम न कराएं। यह बाल श्रम की श्रेणी में आता है। वहीं फिर भी उनके आसपास कोई बच्चे से काम कराता है तो उसकी सूचना चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर कॉल करें या 0180-4005640 पर संपर्क कर सूचना दें, ताकि टीम जल्द से जल्द मौके पर पहुंचकर बच्चे को रेस्क्यू कर सकें और मालिक पर कार्रवाई कर सकें।
- पूजा मलिक, कोऑर्डिनेटर चाइल्ड हेल्पलाइन
पानीपत। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट और चाइल्ड लाइन ने असंध रोड स्थित पलक हैंडलूम से 13 वर्षीय किशोर को छुड़ाया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि किशोर लॉकडाउन से हैंडलूम में काम कर रहा था। 10 घंटे काम करने पर उसे तीन हजार रुपये मासिक वेतन मिलता था। हैंडलूम मालिक के खिलाफ बाल श्रम एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट से एएसआई पवन कुमार ने बताया कि वह मंगलवार को अपनी टीम के साथ असंध रोड पर गश्त पर थे। इसी उन्हें आशा धर्मकांटा के पास पलक हैंडलूम पर एक बच्चा काम करता दिखा। उन्होंने चाइल्ड हेल्पलाइन कोऑर्डिनेटर पूजा मलिक को सूचना दी। चाइल्ड लाइन से रोहित और रविंद्र मौके पर पहुंचे, जिसके बाद पूछताछ की गई तो किशोर ने अपनी आयु 13 वर्ष बताई। किशोर ने बताया कि वह लॉकडाउन से हैंडलूम पर काम करता है। वह सुबह 10 बजे से रात आठ बजे तक काम करता है, जिसके बदले उसे तीन हजार रुपये मासिक वेतन मिलता है।
टीम ने बच्चे को रेस्क्यू किया और उसका मेडिकल कराकर चाइल्ड केयर सेंटर भेज दिया। वहीं आरोपी पलक हैंडलूम के मालिक सुमित धमीजा के खिलाफ बाल श्रम एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई। पवन कुमार ने बताया कि 18 जून को भी टीम ने नई अनाज मंडी स्थित सांवरिया पेंट्स दुकान से 15 वर्षीय किशोर को काम करते हुए रेस्क्यू किया था। किशोर नौ बजे से शाम सात बजे तक काम करता था, बदले में उसे नौ हजार रुपये मिलते थे। दुकान मालिक विशाल के खिलाफ बाल श्रम एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई शुरू की गई थी।
बाल श्रम करते हुए बच्चे दिखे तो दें सूचना: पूजा मलिक
शहरवासियों से अपील है कि वह बच्चों से काम न कराएं। यह बाल श्रम की श्रेणी में आता है। वहीं फिर भी उनके आसपास कोई बच्चे से काम कराता है तो उसकी सूचना चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर कॉल करें या 0180-4005640 पर संपर्क कर सूचना दें, ताकि टीम जल्द से जल्द मौके पर पहुंचकर बच्चे को रेस्क्यू कर सकें और मालिक पर कार्रवाई कर सकें।
- पूजा मलिक, कोऑर्डिनेटर चाइल्ड हेल्पलाइन