पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू भले ही अपने पंजाब मॉडल को लेकर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ अब तक तालमेल नहीं बैठा पाए हैं, लेकिन बुधवार को उन्हें अपने इस मॉडल पर पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला की सहमति भी मिल गई।
चंडीगढ़ स्थित पंजाब कांग्रेस भवन में बुधवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में नवजोत सिद्धू ने अपने पंजाब मॉडल की विभिन्न बातों को दोहराया और इसे पंजाब के किसानों, महिलाओं और निचले तबके के लिए बेहतरीन योजनाओं का पिटारा करार दिया। दूसरी ओर सुरजेवाला ने मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए किसानों और मजदूरों के साथ केंद्र सरकार द्वारा विश्वासघात किए जाने का मुद्दा जोर-शोर से उठाया।
इस मौके पर उन्होंने पार्टी की ओर से एक टेंप्लेट जारी किया जिसका शीर्षक था, 'आमदनी तो दोगुनी नहीं हुई पर दर्द जरूर 100 गुना बढ़ा'। इसमें केंद्र द्वारा किसानों की आमदनी दोगुनी कर दिए जाने के विपरीत ताजा आंकड़ों में महज 27 रुपये प्रतिदिन हो जाने का खुलासा किया। इसके साथ ही सुरजेवाला ने अकाली दल, भाजपा और आम आदमी पार्टी को भी किसान विरोधी बताते हुए आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के तीनों कानून लागू करने में इन पार्टियों ने अहम भूमिका निभाई।
सुरजेवाला ने कहा कि इन तीनों पार्टियों का डीएनए किसान विरोधी है। अकाली दल और भाजपा ने जहां संसद में तीनों कानूनों पर सहमति जताई वहीं आम आदमी पार्टी ने इन तीन कानूनों में से एक को तुरंत दिल्ली में लागू कर दिया। सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार ने किसानी पर भी जीएसटी लागू कर दिया और किसानों को अपने करीबी अमीर मित्रों के हाथों बेचने का षड्यंत्र रचा।
नवजोत सिद्धू ने अपने संबोधन के दौरान पंजाब मॉडल की चर्चा करते हुए कहा कि यह मॉडल पंजाब को कर्जा मुक्त करने के साथ ही राज्य के सभी वर्गों जिनमें किसान महिलाएं और निचला तबका प्रमुख तौर से शामिल है के लिए अनेक योजनाएं पेश करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस मॉडल के जरिये उन्होंने पंजाब के विकास का मॉडल तैयार किया है। अगर प्रदेश के अन्य दलों के पास भी ऐसा कोई मॉडल है तो वह सार्वजनिक करें। सिद्धू ने दावा किया कि पंजाब मॉडल के तहत राज्य की सरकार दाल और मक्का पर भी एमएसपी देगी।
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पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू भले ही अपने पंजाब मॉडल को लेकर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ अब तक तालमेल नहीं बैठा पाए हैं, लेकिन बुधवार को उन्हें अपने इस मॉडल पर पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला की सहमति भी मिल गई।
चंडीगढ़ स्थित पंजाब कांग्रेस भवन में बुधवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में नवजोत सिद्धू ने अपने पंजाब मॉडल की विभिन्न बातों को दोहराया और इसे पंजाब के किसानों, महिलाओं और निचले तबके के लिए बेहतरीन योजनाओं का पिटारा करार दिया। दूसरी ओर सुरजेवाला ने मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए किसानों और मजदूरों के साथ केंद्र सरकार द्वारा विश्वासघात किए जाने का मुद्दा जोर-शोर से उठाया।
इस मौके पर उन्होंने पार्टी की ओर से एक टेंप्लेट जारी किया जिसका शीर्षक था, 'आमदनी तो दोगुनी नहीं हुई पर दर्द जरूर 100 गुना बढ़ा'। इसमें केंद्र द्वारा किसानों की आमदनी दोगुनी कर दिए जाने के विपरीत ताजा आंकड़ों में महज 27 रुपये प्रतिदिन हो जाने का खुलासा किया। इसके साथ ही सुरजेवाला ने अकाली दल, भाजपा और आम आदमी पार्टी को भी किसान विरोधी बताते हुए आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के तीनों कानून लागू करने में इन पार्टियों ने अहम भूमिका निभाई।
सुरजेवाला ने कहा कि इन तीनों पार्टियों का डीएनए किसान विरोधी है। अकाली दल और भाजपा ने जहां संसद में तीनों कानूनों पर सहमति जताई वहीं आम आदमी पार्टी ने इन तीन कानूनों में से एक को तुरंत दिल्ली में लागू कर दिया। सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार ने किसानी पर भी जीएसटी लागू कर दिया और किसानों को अपने करीबी अमीर मित्रों के हाथों बेचने का षड्यंत्र रचा।
नवजोत सिद्धू ने अपने संबोधन के दौरान पंजाब मॉडल की चर्चा करते हुए कहा कि यह मॉडल पंजाब को कर्जा मुक्त करने के साथ ही राज्य के सभी वर्गों जिनमें किसान महिलाएं और निचला तबका प्रमुख तौर से शामिल है के लिए अनेक योजनाएं पेश करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस मॉडल के जरिये उन्होंने पंजाब के विकास का मॉडल तैयार किया है। अगर प्रदेश के अन्य दलों के पास भी ऐसा कोई मॉडल है तो वह सार्वजनिक करें। सिद्धू ने दावा किया कि पंजाब मॉडल के तहत राज्य की सरकार दाल और मक्का पर भी एमएसपी देगी।