पंचकूला। सेक्टर-11 में विज्ञापन बोर्ड हटाने पहुंचा नगर निगम का दस्ता व्यापारियों के विरोध के बाद बैरंग लौट आया। व्यापारियों की दलील थी कि उन्हें इस बारे में कोई सूचना नहीं दी गई। सूचना मिलती तो वे नगर निगम को सहयोग करते, लेकिन बिना सूचना बोर्ड हटाना मंजूर नहीं। वहीं, नगर निगम का कहना है कि व्यापारियों को पहले ही सूचित कर दिया था। एक हफ्ते का समय भी दिया गया था। उसके बाद ही विज्ञापन बोर्ड हटाने का निर्णय लिया गया। इस सिलसिले में शनिवार को नगर निगम के दफ्तर में एक मीटिंग और होगी। उसी में निर्णय लिया जाएगा कि व्यापारियों को किस साइज का बोर्ड लगाना है या नहीं।
डेढ़ महीने पहले सेक्टर 11 के शोरूम में हुए अग्निकांड के दौरान फायर कर्मचारियों को आग पर काबू पाने में काफी दिक्कत आई थी। वजह, शोरूमों पर विज्ञापन बोर्ड का लगा होना था। उसी दौरान नगर निगम ने बोर्ड हटाने का फैसला लिया था। इस सिलसिले में कुछ व्यापारियों को निगम की ओर से नोटिस भी भेजा गया। नगर निगम का दावा है कि इसी मुद्दे को लेकर पिछले दिनों व्यापारियों के साथ बैठक भी हुई थी। बैठक में ही व्यापारियों ने बोर्ड हटाने का फैसला लिया था, जिसमें एक सप्ताह का समय दिया गया था।
मोहलत खत्म होने के बाद बुधवार को नगर निगम का दस्ता सेक्टर-11 पहुंचा। जब तक दस्ते ने दो बोर्ड उतारे, तब तक व्यापारी जमा हो गए और विरोध करते हुए काम रोक दिया। इस पर दस्ते के कर्मचारियों ने ईओ ओपी सिहाग को बुला लिया। व्यापारियों ने सिहाग से कहा, बिना सूचना दिए बोर्ड हटाना कतई बर्दाश्त नहीं होगा। यदि सूचना होती तो वे खुद नगर निगम का सहयोग करते। इस पर ओपी सिहाग ने बताया कि गलतफहमी के कारण सूचना सेक्टर-11 के व्यापारियों को नहीं मिल पाई होगी। उन्होंने शनिवार को फिर से व्यापारियों को मीटिंग के लिए बुलाया है।