पंचकूला। सानिया मिर्जा, लिएंडर पेस, महेश भूपति सरीखे टेनिस के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अब पंचकूला में भी तैयार होंगे। खेल विभाग जल्द ही चालीस लाख रुपये की लागत से इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के तीन सिंथेटिक कोर्ट बनवाने जा रहा है। यह कोर्ट डायरेक्टर स्पोर्ट्स कार्यालय की खाली जगह में बनाया जाएगा। इस कोर्ट में जूनियर और सीनियर खिलाड़ियों के लिए जल्द ही खेल अकादमियां भी शुरू की जाएंगी, जहां पर राज्य स्तरीय खिलाड़ियों को विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी।
ट्राइसिटी में चंडीगढ़ के सीएलटीए लान टेनिस स्टेडियम और चंडीगढ़ क्लब में इसी तरह का सिंथेटिक लान टेनिस कोर्ट बना हुआ है। सिंथेटिक कोर्ट में प्रैक्टिस के बाद खिलाड़ियों को नेशनल और इंटरनेशनल स्तर के मुकाबलों में कठिनाई नहीं होगी।
सिंथेटिक कोर्ट की खासियत
सभी इंटरनेशनल टूर्नामेंट सिंथेटिक कोर्ट पर आयोजित किए जाते हैं। सिंथेटिक कोर्ट पर गेंद हमेशा बराबर की उछाल पर आती है। सर्विसिंग और रिवर्स शॉट में खिलाड़ियों के बीच तालमेल अच्छा बैठता है। टेनिस एसोसिएशन आफ पंचकूला के खजांची बीरबल बडेरा ने बताया कि सिंथेटिक कोर्ट में मेंटेनेंस काफी कम होता है। इसके अलावा कोर्ट 10-12 साल तक खराब नहीं होता। हार्ड कोर्ट के मुकाबले सिंथेटिक के डेकोटर्फ और आस्ट्रेलियन टर्फ कोर्ट काफी बेहतरीन होते हैं।
स्कूलों में चल रही टेनिस अकादमी
शहर के लगभग सभी प्राइवेट स्कूलों में टेनिस की अकादमियां चल रही हैं। काफी संख्या में खिलाड़ी रोजाना प्रैक्टिस क रते हैं। यहां कोर्ट सीमेंटेड या फिर क्ले कवर और ग्रास कोर्ट बने होते हैं। ऐसे में खिलाड़ियों को बडे़ स्तर के टूर्नामेंट में परेशानी आती है।
चंडीगढ़ नहीं जाना होगा
शहर में कई टेनिस खिलाड़ी ऐसे हैं, जो सिंथेटिक कोर्ट में प्रैक्टिस के लिए चंडीगढ़ के सीएलटीए स्टेडियम में जाते हैं। खेल माहिरों के अनुसार खिलाड़ियों को अगर यही सुविधा पंचकूला में मिल जाएगी तो खेल को बढ़ावा मिलेगा।
कोट्स
सिंथेटिक कोर्ट से जूनियर खिलाड़ियों के साथ ही सीनियर खिलाड़ियों को काफी फायदा मिलेगा। कोर्ट के निर्माण के लिए स्पोर्ट्स काउंसिल को पैसे दे दिए गए हैं। दो महीने के अंदर ही कोर्ट बनकर तैयार हो जाएगा। कोर्ट के बाद टेनिस अकादमी भी शुरू कर दी जाएंगी।
ओपी सिंह, डायरेक्टर स्पोर्ट्स, हरियाणा।