पंचकूला। निशान सिंह गैंग के सहयोगी और कुख्यात गैंगस्टर मंगा अंबाला की सेंट्रल जेल में बैठकर मोबाइल से ही ट्राइसिटी में उगाही का नेटवर्क चला रहा था। इसका खुलासा मंगा ने रिमांड के दौरान पूछताछ में किया। डिटेक्टिव स्टाफ ने अंबाला जेल के अंदर इस्तेमाल किए जाने वाले मोबाइल फोन को जेल की दीवार के बाहर से बरामद किया है। मंगा का रिमांड समाप्त होने के बाद पंचकूला की अदालत में पेश किया गया, जहां से आरोपी को न्यायिक हिरासत में अंबाला की जेल भेज दिया गया। पुलिस अधिकारी इस मामले में अंबाला जेल के ही किसी कर्मचारी के हाथ होने की बात कह रहे हैं।
25 अप्रैल को डिटेक्टिव स्टाफ ने मंगा गैंग के दो गुर्गों को दो देशी कट्टों समेत काबू किया था। आरोपियों से पूछताछ में मंगा का नाम लिया। डिटेक्टिव स्टाफ ने मंगा को 14 मई को अंबाला की जेल से प्रोडक्शन वारंट पर हासिल किया। डिटेक्टिव स्टाफ के सब इंस्पेटर दीपक कुमार ने बताया कि मंगा जेल के अंदर से ही अपने नेटवर्क को चला रहा था। प्रोडक्शन वारंट की बात पता चलते ही उनके मोबाइल फोन को जेल की चारदीवारी के बाहर फेंक दिया और सिम कार्ड को तोड़ कर फेंक दिया। मंगा ने पूछताछ में मोबाइल फोन के बारे में बताया। मंगा पर 2011 में पंचकूला के एक बिल्डर की कार पर गोली चलाने के आरोप में बंद है। इस वारदात में भी मंगा के पास मोबाइल बरामद हुआ था।