पंचकूला। स्नेचिंग की सजा काट रहे दो नाबालिग कैदी एक बीड़ी को लेकर जनरल अस्पताल में भिड़ गए। झगडे़ के दौरान अस्पताल की खिड़की का शीशा टूट गया। जनरल अस्पताल की डाक्टर, नर्स और अन्य स्टाफ ने दोनों को छुड़वाया। दोनों कैदियों की पंचकूला की कोर्ट में 19 मई को पेशी है।
सेक्टर-6 स्थित जनरल अस्पताल में शाम करीब 6.30 बजे उस समय हड़कंप मच गया, जब अस्पताल में ही काम करने वाले दो किशोरों के बीच कहासुनी हो गई। देखते ही देखते बात काफी बढ़ गई और दोनों के बीच मारपीट शुरू हो गई। दोनों किशोर स्नेचिंग के आरोपी हैं और जुवेनाइल कोर्ट की सजा पर पंचकूला के अस्पताल में मरीजों की सेवा कर रहे हैं। मामले का पता चलते ही इमरजेंसी वार्ड में तैनात डा. पूर्णिमा, डा. दीप्ति, स्टाफ नर्स और अन्य स्टाफ ने बीच बचाव करने का काफी प्रयास किया। इसी बीच एक किशोर के दमदार घूंसे से इमरजेंसी वार्ड की खिड़की का शीशा टूट गया। दोनों आरोपी 24 अप्रैल को अस्पताल में आए हैं और मनीमाजरा के रहने वाले हैं। इनमें से एक आरोपी मूल रूप से कानपुर के विजय नगर का रहने वाला है।
पंचकूला। स्नेचिंग की सजा काट रहे दो नाबालिग कैदी एक बीड़ी को लेकर जनरल अस्पताल में भिड़ गए। झगडे़ के दौरान अस्पताल की खिड़की का शीशा टूट गया। जनरल अस्पताल की डाक्टर, नर्स और अन्य स्टाफ ने दोनों को छुड़वाया। दोनों कैदियों की पंचकूला की कोर्ट में 19 मई को पेशी है।
सेक्टर-6 स्थित जनरल अस्पताल में शाम करीब 6.30 बजे उस समय हड़कंप मच गया, जब अस्पताल में ही काम करने वाले दो किशोरों के बीच कहासुनी हो गई। देखते ही देखते बात काफी बढ़ गई और दोनों के बीच मारपीट शुरू हो गई। दोनों किशोर स्नेचिंग के आरोपी हैं और जुवेनाइल कोर्ट की सजा पर पंचकूला के अस्पताल में मरीजों की सेवा कर रहे हैं। मामले का पता चलते ही इमरजेंसी वार्ड में तैनात डा. पूर्णिमा, डा. दीप्ति, स्टाफ नर्स और अन्य स्टाफ ने बीच बचाव करने का काफी प्रयास किया। इसी बीच एक किशोर के दमदार घूंसे से इमरजेंसी वार्ड की खिड़की का शीशा टूट गया। दोनों आरोपी 24 अप्रैल को अस्पताल में आए हैं और मनीमाजरा के रहने वाले हैं। इनमें से एक आरोपी मूल रूप से कानपुर के विजय नगर का रहने वाला है।