मोहाली। सुखविंदरजीत सिंह के पिता इंदरजीत सिंह और उनके एडवोकेट भूपिंदर सिंह राजा ने कहा कि सुखविंदर की हत्या सिर्फ पैसे के लिए की गई। नेकी नलवा और हिम्मत सिंह ब्रांडी के संबंधों के चलते पति-पत्नी के रिश्तों में काफी खटास आ गई थी। जिसके बाद उन्होंने आपसी सहमति से तलाक लेने का फैसला कर लिया। लेकिन तलाक की अर्जी देने से पहले परिवार वालों को भी नहीं बताया गया।
उन्होंने कहा कि तलाक के मुआवजे के रूप में दोनों की बीच दस लाख की रकम तय हुई थी, जिसमें से आठ लाख रुपये सुखविंदर ने नेकी के अकाउंट में जमा करवा दिए थे, दो लाख रुपये रहते थे। तलाक अर्जी की अगली सुनवाई 15 दिसंबर-05 को थी। इसी बीच सुखविंदर का कत्ल कर दिया गया। उन्होंने कहा कि कत्ल से पहले सुखविंदर ने नेकी के अकाउंट में पैसे जमा कराए थे। कत्ल के बाद ब्रांडी ने नेकी के एक्सिस बैंक अमृतसर के खाते से पैसे निकलवाए। जिसके सारे सबूत अदालत में पेश किए गए। उन्होंने कहा कि योजनाबद्ध तरीके से कत्ल किया गया। कत्ल के बाद नेकी ने परिवार वालों या पुलिस को सूचित करने के बजाय ब्रांडी के पिता को फोन किया। ब्रांडी ने जिस ड्राइविंग लाइसेंस पर मोबाइल कनेक्शन लिया हुआ था, वह भी जाली था।
गौरतलब है कि सुखविंदरजीत सिंह और नेकी नलवा, दोनों की यह दूसरी शादी थी। सुखविंदर इंजीनियर था, वहीं नेकी इंटीरियर डिजायनर थी और अमृतसर के प्रतिष्ठित परिवार से है। उनका बारह साल एक बेटा फतेह तेज प्रताप सिंह अपने दादा-दादी के साथ फेज दो में रहता है। सुखविंदर को हत्या से कुछ दिन पहले ही उसे कुछ अन्य लोगों के साथ क्वार्क सिटी द्वारा सस्पेंड कर दिया गया था। उस पर फंड में हेराफेरी का आरोप था।
उधर, जीएनडीयू अमृतसर के पूर्व परीक्षा कंट्रोलर का बेटा हिम्मत सिंह ब्रांडी चंडीगढ़ की एक लॉ फर्म में काम करता था। ब्रांडी और नेकी अमृतसर से ही कई सालों से एक-दूसरे को जानते थे। ब्रांडी ने जेल में रहते हुए भी तीन डिप्लोमा व डिग्री कोर्स किए, वह इंस्ट्रक्टर भी है। गिरफ्तारी के बाद पटियाला जेल में मार्च-09 में नेकी ने दोनों हाथों की नसें काट कर आत्महत्या की भी कोशिश की थी।
मोहाली। सुखविंदरजीत सिंह के पिता इंदरजीत सिंह और उनके एडवोकेट भूपिंदर सिंह राजा ने कहा कि सुखविंदर की हत्या सिर्फ पैसे के लिए की गई। नेकी नलवा और हिम्मत सिंह ब्रांडी के संबंधों के चलते पति-पत्नी के रिश्तों में काफी खटास आ गई थी। जिसके बाद उन्होंने आपसी सहमति से तलाक लेने का फैसला कर लिया। लेकिन तलाक की अर्जी देने से पहले परिवार वालों को भी नहीं बताया गया।
उन्होंने कहा कि तलाक के मुआवजे के रूप में दोनों की बीच दस लाख की रकम तय हुई थी, जिसमें से आठ लाख रुपये सुखविंदर ने नेकी के अकाउंट में जमा करवा दिए थे, दो लाख रुपये रहते थे। तलाक अर्जी की अगली सुनवाई 15 दिसंबर-05 को थी। इसी बीच सुखविंदर का कत्ल कर दिया गया। उन्होंने कहा कि कत्ल से पहले सुखविंदर ने नेकी के अकाउंट में पैसे जमा कराए थे। कत्ल के बाद ब्रांडी ने नेकी के एक्सिस बैंक अमृतसर के खाते से पैसे निकलवाए। जिसके सारे सबूत अदालत में पेश किए गए। उन्होंने कहा कि योजनाबद्ध तरीके से कत्ल किया गया। कत्ल के बाद नेकी ने परिवार वालों या पुलिस को सूचित करने के बजाय ब्रांडी के पिता को फोन किया। ब्रांडी ने जिस ड्राइविंग लाइसेंस पर मोबाइल कनेक्शन लिया हुआ था, वह भी जाली था।
गौरतलब है कि सुखविंदरजीत सिंह और नेकी नलवा, दोनों की यह दूसरी शादी थी। सुखविंदर इंजीनियर था, वहीं नेकी इंटीरियर डिजायनर थी और अमृतसर के प्रतिष्ठित परिवार से है। उनका बारह साल एक बेटा फतेह तेज प्रताप सिंह अपने दादा-दादी के साथ फेज दो में रहता है। सुखविंदर को हत्या से कुछ दिन पहले ही उसे कुछ अन्य लोगों के साथ क्वार्क सिटी द्वारा सस्पेंड कर दिया गया था। उस पर फंड में हेराफेरी का आरोप था।
उधर, जीएनडीयू अमृतसर के पूर्व परीक्षा कंट्रोलर का बेटा हिम्मत सिंह ब्रांडी चंडीगढ़ की एक लॉ फर्म में काम करता था। ब्रांडी और नेकी अमृतसर से ही कई सालों से एक-दूसरे को जानते थे। ब्रांडी ने जेल में रहते हुए भी तीन डिप्लोमा व डिग्री कोर्स किए, वह इंस्ट्रक्टर भी है। गिरफ्तारी के बाद पटियाला जेल में मार्च-09 में नेकी ने दोनों हाथों की नसें काट कर आत्महत्या की भी कोशिश की थी।