पंचकूला। सेक्टर 10 की एक कोठी से ट्राइसिटी समेत पूरे पंजाब में संचालित होने वाले सेक्स रैकेट का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। डिटेक्टिव स्टाफ ने रैकेट की मुख्य संचालिका को पटियाला के विकास नगर से गिरफ्तार किया है। इस दौरान यह खुलासा हुआ कि गिरोह के सदस्य पटियाला से युवतियों को लाकर सेक्टर 10 की कोठी में रखते थे और यहीं से ग्राहकों की मांग पर युवतियाें को आगे भेजा जाता था। यह कोठी 11/10 राउंड अबाउट के पास और सेक्टर 11 मार्केट के ठीक सामने स्थित है। आरोपी महिला को रविवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में अंबाला जेल भेज दिया गया। वहीं, युवक को सोमवार को अदालत में पेश किया जाएगा। फिलहाल, वह चार दिन के पुलिस रिमांड पर है।
पिछले दिनों सेक्टर-5 के एक होटल से पुलिस ने एक कॉलगर्ल को पांच युवकों समेत काबू किया था। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ के आधार पर जीरकपुर निवासी राजू को गिरफ्तार किया। राजू पर आरोप है कि उसने ही डील कर पटियाला से युवती को भेजा था। मामले की जांच कर रहे डिटेक्टिव स्टाफ ने गुप्त सूचना के आधार पर सेक्टर-10 की एक कोठी से बाबा उर्फ विजय कुमार को 31 मई को गिरफ्तार किया। बाबा पर आरोप है कि वह राजू के साथ मिलकर युवतियाें को ग्राहकों के पास भेजता है और कमीशन का एक बड़ा हिस्सा पटियाला भेजा जाता है।
बाबा को 31 मई को जिला अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे चार दिन के रिमांड पर भेज दिया गया। रिमांड के दौरान आरोपी के कब्जे से कई मोबाइल भी बरामद हुए। इस दौरान बाबा से हुई पूछताछ में उसने रैकेट की सरगना के नाम का भी खुलासा किया। इसके बाद पुलिस ने सेक्स रैकेट का संचालन करने के आरोप में पटियाला के विकास नगर में दबिश देकर संचालिका को धर दबोचा।
ऐसे चलता था रैकेट
डिटेक्टिव स्टाफ के सब इंस्पेक्टर दीपक कुमार के अनुसार, आरोपी बाबा राजीव कालोनी का रहने वाला है। उसने सेक्टर-10 की एक कोठी किराए पर ले रखी थी और अपने साथी राजू के साथ मिलकर युवतियों की बुकिंग करता था। पुराने ग्राहकों की संचालिका से डायरेक्ट डील हो जाती थी, जबकि नए ग्राहकों से बाबा और राजू डील करते थे।
शहर के कई रसूखदार हैं ग्राहक
पुलिस सूत्रों का कहना है कि पूछताछ में कई रसूखदार ग्राहकों के नाम भी सामने आए हैं। इनमें तो कई ऐसे है, जो संचालिका के परमानेंट ग्राहक हैं। उनकी सीधी डील होती थी। उसके बाद सेक्टर 10 की कोठी से युवतियों को लोगों के घर व होटलों तक भेजा जाता था।
हरे रंग की कार से लाई जाती थीं युवतियां
सूत्रों के अनुसार, डीलिंग के बाद युवतियों को सेक्टर-10 की कोठी में हरे रंग की कार से लाया जाता था। कार में काले शीशे चढ़े होते थे। युवतियों को सीधे कोठी के अंदर ले जाया जाता था। कोठी के दरवाजे पर भी कपड़ा लगाया गया था, ताकि बाहर से कोई अंदर झांक न पाए।