पंचकूला। एमडीसी सेक्टर चार स्थित चैरिटेबल डायग्नोसिस सेंटर में रविवार को चार और नई मशीनें स्थापित की गईं, जिससे विभिन्न प्रकार के टेस्ट होंगे। इन मशीनों से होने वाले टेस्ट के रेट भी बाजार के मुकाबले काफी सस्ते और आधुनिक हैं। इसके साथ ही डायग्नोसिस सेंटर के वर्किंग ऑवर को भी बढ़ा दिया गया है। पहले यह सेंटर सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक चलता था, जो अब सात से रात 10 बजे तक चलेगा। इस डायग्नोसिस सेंटर को पंचकूला वेलफेयर ट्रस्ट संचालित करता है और दान की गई राशि से यह सेंटर संचालित होता है।
ट्रस्टी व पंचकूला वेलफेयर ट्रस्ट के महासचिव डा. नरेश मित्तल ने बताया कि यह डायग्नोसिस सेंटर वर्ष 1999 में स्थापित हुआ था। उसके बाद से अब तक टेस्ट के रेट नहीं बढ़ाए गए हैं। यही वजह है कि हर साल मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। उन्होंने बताया कि टेस्ट के लिए जो भी राशि ली जाती है, उसमें कोई कमाई नहीं की जाती है।
ये मशीनें लगीं
1. एबोट आर्किटेक्ट : इस मशीन से थायराइड टेस्ट होंगे। इसकी विशेषता यह है कि यह टेस्ट रिपोर्ट भी तुरंत देगी। टेस्ट की फीस 250 रुपये है, जबकि बाजार में इसके रेट 800 रुपये है।
2. न्यू कैंसर मार्कर : 75 लाख रुपये की इस मशीन से शुरुआती दौर में कैंसर का पता लगाया जा सकेगा। इस मशीन की सहायता से होने वाले टेस्ट बाजार के मुकाबले आधे रेट में होंगे।
3. इमोला बायोकेमिस्ट्री : इस मशीन की सहायता से शुगर, कोलेस्ट्रॉल, यूरिया सहित करीब सौ टेस्ट होते हैं। मशीन की विशेषता है कि एक घंटे यह करीब 400 टेस्ट कर देती है। पहले शुगर और अन्य रिपोर्ट तीन बजे तक मिलती थी, लेकिन अब इस मशीन से किए गए टेस्ट दोपहर 12.30 बजे तक मिल जाएंगे।
4. डिजिटल ओपीजी : यह मशीन 32 दांतों का एक स्थान और क्लीन एक्सरे निकालता है। बाजार में इसकी फीस करीब 1500 रुपये है, लेकिन यहां यह 300 रुपये में होगा।
पंचकूला। एमडीसी सेक्टर चार स्थित चैरिटेबल डायग्नोसिस सेंटर में रविवार को चार और नई मशीनें स्थापित की गईं, जिससे विभिन्न प्रकार के टेस्ट होंगे। इन मशीनों से होने वाले टेस्ट के रेट भी बाजार के मुकाबले काफी सस्ते और आधुनिक हैं। इसके साथ ही डायग्नोसिस सेंटर के वर्किंग ऑवर को भी बढ़ा दिया गया है। पहले यह सेंटर सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक चलता था, जो अब सात से रात 10 बजे तक चलेगा। इस डायग्नोसिस सेंटर को पंचकूला वेलफेयर ट्रस्ट संचालित करता है और दान की गई राशि से यह सेंटर संचालित होता है।
ट्रस्टी व पंचकूला वेलफेयर ट्रस्ट के महासचिव डा. नरेश मित्तल ने बताया कि यह डायग्नोसिस सेंटर वर्ष 1999 में स्थापित हुआ था। उसके बाद से अब तक टेस्ट के रेट नहीं बढ़ाए गए हैं। यही वजह है कि हर साल मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। उन्होंने बताया कि टेस्ट के लिए जो भी राशि ली जाती है, उसमें कोई कमाई नहीं की जाती है।
ये मशीनें लगीं
1. एबोट आर्किटेक्ट : इस मशीन से थायराइड टेस्ट होंगे। इसकी विशेषता यह है कि यह टेस्ट रिपोर्ट भी तुरंत देगी। टेस्ट की फीस 250 रुपये है, जबकि बाजार में इसके रेट 800 रुपये है।
2. न्यू कैंसर मार्कर : 75 लाख रुपये की इस मशीन से शुरुआती दौर में कैंसर का पता लगाया जा सकेगा। इस मशीन की सहायता से होने वाले टेस्ट बाजार के मुकाबले आधे रेट में होंगे।
3. इमोला बायोकेमिस्ट्री : इस मशीन की सहायता से शुगर, कोलेस्ट्रॉल, यूरिया सहित करीब सौ टेस्ट होते हैं। मशीन की विशेषता है कि एक घंटे यह करीब 400 टेस्ट कर देती है। पहले शुगर और अन्य रिपोर्ट तीन बजे तक मिलती थी, लेकिन अब इस मशीन से किए गए टेस्ट दोपहर 12.30 बजे तक मिल जाएंगे।
4. डिजिटल ओपीजी : यह मशीन 32 दांतों का एक स्थान और क्लीन एक्सरे निकालता है। बाजार में इसकी फीस करीब 1500 रुपये है, लेकिन यहां यह 300 रुपये में होगा।