मोरनी। लोकनिर्माण विभाग की अड़ंगेबाजी के चलते मोरनी खंड की धारटी, नाइटा और थापली पंचायतों के कई दर्जनों गांवों की पेयजल समस्या हल नहीं हो पा रही है। इस समस्या के समाधान के लिए नई पेयजल लाइन बिछाने की योजना बनाई गई, लेकिन जन स्वास्थ्य और लोकनिर्माण विभाग की आपसी खींचतान के कारण योजना सिरे नहीं चढ़ पा रही है। इस कारण ग्रामीणों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने उपायुक्त पंचकूला से इस समस्या के समाधान की मांग की है।
लोकनिर्माण विभाग ने इस योजना के लिए खुदाई का काम यह कह कर बीच में रुकवा दिया कि इसके लिए जन स्वास्थ्य विभाग ने नार्म पूरे नहीं किए। उधर, जन स्वास्थ्य विभाग के मोरनी प्रभारी का कहना है कि इसके लिए पैसे भी जमा करवाए गए हैं। इस जगह पर पहले भी विभाग की पाइप लाइन बिछी हुई है। इसके बावजूद काम बिना वजह रुकवा दिया गया। वहीं, काम अधूरा होने के कारण यहां की सड़क संकरी हो गई है, जिससे हर समय हादसे की आशंका बनी रहती है।
कुछ दिन पहले अतिरिक्त उपायुक्त पंचकूला को भूडी गांव में रोककर ग्रामीणों ने इलाके की पेयजल समस्या से अवगत करवाया था। उनके आदेश पर ही जन स्वास्थ्य विभाग ने नई पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू किया था। कर्मचारियों ने बताया कि लोकनिर्माण विभाग ने काम बंद करवाया है, क्योंकि जन स्वास्थ्य विभाग ने काम की मंजूरी नहीं ली। गांव के निवासी ओम दत्त, सरदार सिंह, नाइटा के सरपंच रणबीर सिंह, धारटी के सरपंच प्रेम सिंह, पवन सिंह, बंटी, हरी सिंह आदि ने बताया अधूरे काम के कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है। उन्होंने बताया कि गांव के प्राकृतिक पेयजल स्रोत सूख चुके हैं।
इस बारे में जन स्वास्थ्य विभाग के जेई धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि उनके विभाग ने नई लाइन बिछाने के लिए मंजूरी ले ली है और जरूरी राशि भी जमा करवा दी है। लोकनिर्माण विभाग के मोरनी प्रभारी हनुमान यादव ने बताया कि काम में जन स्वास्थ्य विभाग बिना विभाग से परमिशन लिए काम कर रहा था। यही वजह है कि काम रुकवा दिया गया है। मंजूरी लेने के बाद ही काम दोबारा शुरू करने दिया जाएगा।