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हसनपुर। शहर के एक निजी अस्पताल पर आरोप लगा है कि मोहरू का नगला निवासी महिला के पत्थरी के ऑपरेशन के दौरान उसकी किडनी निकाल ली गई। मामला 01 नवंबर 2012 का है। पीड़िता के पति ने इसकी शिकायत पुलिस को दी। पुलिस ने महिला को चेकअप के लिए फरीदाबाद के बादशाह खान अस्पताल भेज दिया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।
गांव मोहरू का नगला निवासी इरशाद ने हसनपुर थाना पुलिस को शिकायत में कहा कि 11 अक्टूबर 2012 को उनकी पत्नी फरजाना के पेट में तेज दर्ज हुआ। उसे उपचार के लिए हसनपुर स्थित एक नर्सिंग होम में ले गया। वहां के डॉक्टर ने बताया कि पित की थैली में पत्थरी है और ऑपरेशन से ही ठीक होगा। इरशाद ने बताया कि एक नवंबर 2012 को उसकी पत्नी का निजी नर्सिंग होम में ऑपरेशन किया गया, इसके बाद पेट का दर्द ठीक हो गया। कुछ दिन बाद फरजाना एक शादी समारोह में अपने मायके यूपी के गांव पीपली खेड़ा गई, जहां 16 जनवरी को उसे दोबारा पेट में दर्द हुआ। उसे मेरठ के एक अस्पताल में दिखाया गया जहां चेकअप के बाद डॉक्टर ने बताया कि दाएं ओर की किडनी नहीं है। इरशाद ने बताया कि उन्होंने अपनी तसल्ली के लिए फरीदाबाद के बीके अस्पताल में चेकअप कराया गया, वहां भी किडनी गायब होने के बात कही।
यह बात का पता चलने पर सबके होश उड़ गए और हसनपुर के उसी निजी नर्सिंग होम के डॉक्टर से फोन पर बात की जहां पत्थरी का ऑपेरशन हुआ था। इरशाद ने आरोप लगाया कि उनकी बात सुनकर डॉक्टर ने उन्हें धमकी दी और कहा कि किसी को बताया या मामले की शिकायत पुलिस से की तो उसे जान से हाथ धोना पड़ेगा।
कोट 1
महिला की किडनी निकालने की शिकायत उन्हें मिली है। इस बारे में नर्सिंग होम पर जाकर पूछताछ करनी चाही, लेकिन वहां के मालिक गायब थे। महिला को जांच के लिए बीके अस्पताल भेज दिया गया है। वहां से रिपोर्ट आने पर ही आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अब्दुल हमीद, प्रभारी हसनपुर थाना
हसनपुर। शहर के एक निजी अस्पताल पर आरोप लगा है कि मोहरू का नगला निवासी महिला के पत्थरी के ऑपरेशन के दौरान उसकी किडनी निकाल ली गई। मामला 01 नवंबर 2012 का है। पीड़िता के पति ने इसकी शिकायत पुलिस को दी। पुलिस ने महिला को चेकअप के लिए फरीदाबाद के बादशाह खान अस्पताल भेज दिया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।
गांव मोहरू का नगला निवासी इरशाद ने हसनपुर थाना पुलिस को शिकायत में कहा कि 11 अक्टूबर 2012 को उनकी पत्नी फरजाना के पेट में तेज दर्ज हुआ। उसे उपचार के लिए हसनपुर स्थित एक नर्सिंग होम में ले गया। वहां के डॉक्टर ने बताया कि पित की थैली में पत्थरी है और ऑपरेशन से ही ठीक होगा। इरशाद ने बताया कि एक नवंबर 2012 को उसकी पत्नी का निजी नर्सिंग होम में ऑपरेशन किया गया, इसके बाद पेट का दर्द ठीक हो गया। कुछ दिन बाद फरजाना एक शादी समारोह में अपने मायके यूपी के गांव पीपली खेड़ा गई, जहां 16 जनवरी को उसे दोबारा पेट में दर्द हुआ। उसे मेरठ के एक अस्पताल में दिखाया गया जहां चेकअप के बाद डॉक्टर ने बताया कि दाएं ओर की किडनी नहीं है। इरशाद ने बताया कि उन्होंने अपनी तसल्ली के लिए फरीदाबाद के बीके अस्पताल में चेकअप कराया गया, वहां भी किडनी गायब होने के बात कही।
यह बात का पता चलने पर सबके होश उड़ गए और हसनपुर के उसी निजी नर्सिंग होम के डॉक्टर से फोन पर बात की जहां पत्थरी का ऑपेरशन हुआ था। इरशाद ने आरोप लगाया कि उनकी बात सुनकर डॉक्टर ने उन्हें धमकी दी और कहा कि किसी को बताया या मामले की शिकायत पुलिस से की तो उसे जान से हाथ धोना पड़ेगा।
कोट 1
महिला की किडनी निकालने की शिकायत उन्हें मिली है। इस बारे में नर्सिंग होम पर जाकर पूछताछ करनी चाही, लेकिन वहां के मालिक गायब थे। महिला को जांच के लिए बीके अस्पताल भेज दिया गया है। वहां से रिपोर्ट आने पर ही आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अब्दुल हमीद, प्रभारी हसनपुर थाना