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सीएम मनोहर लाल ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों में किसान का नुकसान नहीं है। इनके लागू होने के बाद उन्हें लाभ ही होगा। फिर भी यदि इसमें किसी भी विषय को लेकर अगर किसान को नुकसान होता है, तो हम उसमें संशोधन के लिए तैयार है। केंद्र सरकार भी यह बात कह चुकी है। कानूनों में गलती को ठीक करने के लिए हम 24 घंटे तैयार हैं।
कर्ण लेक पर पत्रकारों से बातचीत में सीएम ने कहा कि आंदोलन में अब राजनीतिक एंगल देखने को मिल रहे हैं। भाजपा या इससे जुड़े दल एक तरफ और बाकी सब एक तरफ हैं। ऐसे लोग भी कानूनों का विरोध कर रहे हैं, जिन्हें इनके बारे में पता नहीं। इसका मतलब साफ है कि यहां सिर्फ किसान का विषय नहीं है, किसान के नाम पर राजनीति हो रही है। यही कारण है कि आंदोलन लंबा चल गया है। हम धैर्यपूर्वक सब देख रहे हैं और उन्हें समझा भी रहे हैं। यह लोकतंत्र को भी चैलेंज देते हुए इस पर प्रश्न चिन्ह लगा रहा है। ऐसा न किसान हित में है और न ही जनता हित में।
-पेट्रोल-डीजल के दाम पर करनाल पहुंचे सीएम बोले-
-ये रेट ज्यादा नहीं हैं, चार-पांच साल में 15 प्रतिशत ही आया उछाल..
-बोले, इससे जो पैसा जनता की जेब से निकलता है, वो जनता के ही आता है काम
-अन्य प्रदेशों के मुकाबले हरियाणा में तेल पर वैट इतना ज्यादा नहीं कि और कम करें
-वैट या एक्साइज ड्यूटी घटी तो तेल सस्ता होगा, लेकिन जनता के काम आने वाला पैसा नहीं आएगा
माई सिटी रिपोर्टर
करनाल। पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों पर सीएम मनोहर लाल का कहना है कि इनके रेट रोजाना अप-डाउन होते रहते हैं। कभी यह महंगा होता है तो कभी सस्ता। चूंकि आज से चार-पांच साल में दाम 70 से 80 रुपये से लेकर कई बार डाउन भी गया है तो कभी 90 के आस-पास भी पहुंचा। इन सालों में यह 10 से 15 प्रतिशत तक ही उछाल आया है। कुल मिलाकर देखें तो यह ओवरआल बहुत ज्यादा नहीं है। सीएम रविवार को अपने विधानसभा क्षेत्र करनाल के दौरे पर थे।
सीएम ने कहा कि पेट्रोल अपने देश में तो होता नहीं है। यह आयात होता है। केंद्र सरकार की ओर से आयात होने के बाद उस पर कुछ ड्यूटीज भी लगती है। फिर भी इससे जो पैसा जनता की जेब से निकलता है। उस पर हमारी भी इच्छा होती है कि यह ज्यादा न निकले और दाम कम रहे, लेकिन इससे सरकार का रेवेन्यू कम होता है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार किसी भी चीज से रेवेन्यू लेती है, तो वह पैसा जनता के हित में ही काम आता है। इसमें से अगर वैट या एक्साइज ड्यूटी कम करने पर रेट सस्ता होता है। तो जनता के काम आने वाला जो पैसा आता है वह नहीं आएगा। इन सारी चीजों में संतुलन बैठाने के लिए केंद्र सरकार हमेशा इस पर नजर रखती है। जहां तक हरियाणा का विषय है तो हमारा वैट इतना ज्यादा नहीं है कि हम इसको और कम करेें, बाकी जगह पर जो रेट होता है, उसमें संतुलन बैठा करके ही हमें चलना पड़ता है।
पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगा करनाल, 15 दिन में एयरपोर्ट का भी शुरू होगा काम
करनाल। करनाल को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाना है। इसे लेकर सीएम मनोहर लाल ने रविवार को कर्ण लेकर पर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। सबसे पहले 7 करोड़ रुपये खर्च कर कर्ण लेक का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। यहां लेक में फाउंटेन लगाने के अलावा रेस्टोरेंट और दुकानें खोलने का भी प्रापोजल है। वहीं सीएम ने कहा कि 15 दिन में जमीन की क्लीयरेंस करके हवाई अड्डे का काम भी शुरू होगा। यह भी करनाल की काफी पुरानी मांग थी।
अपने दौरे के दौरान सीएम ने कर्ण लेक पर अधिकारियों से बैठक के बाद पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में पार्टी कार्याकर्ताओं के साथ बैठक की और लोगों की शिकायतें भी सुनी। कुल 25 शिकायतों के तुरंत समाधान के लिए सीएम ने करनाल प्रशासन के अधिकारियों के अलावा फोन पर चंडीगढ़ भी अधिकारियों से बात की।
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों में किसान का नुकसान नहीं है। इनके लागू होने के बाद उन्हें लाभ ही होगा। फिर भी यदि इसमें किसी भी विषय को लेकर अगर किसान को नुकसान होता है, तो हम उसमें संशोधन के लिए तैयार है। केंद्र सरकार भी यह बात कह चुकी है। कानूनों में गलती को ठीक करने के लिए हम 24 घंटे तैयार हैं।
कर्ण लेक पर पत्रकारों से बातचीत में सीएम ने कहा कि आंदोलन में अब राजनीतिक एंगल देखने को मिल रहे हैं। भाजपा या इससे जुड़े दल एक तरफ और बाकी सब एक तरफ हैं। ऐसे लोग भी कानूनों का विरोध कर रहे हैं, जिन्हें इनके बारे में पता नहीं। इसका मतलब साफ है कि यहां सिर्फ किसान का विषय नहीं है, किसान के नाम पर राजनीति हो रही है। यही कारण है कि आंदोलन लंबा चल गया है। हम धैर्यपूर्वक सब देख रहे हैं और उन्हें समझा भी रहे हैं। यह लोकतंत्र को भी चैलेंज देते हुए इस पर प्रश्न चिन्ह लगा रहा है। ऐसा न किसान हित में है और न ही जनता हित में।
-पेट्रोल-डीजल के दाम पर करनाल पहुंचे सीएम बोले-
-ये रेट ज्यादा नहीं हैं, चार-पांच साल में 15 प्रतिशत ही आया उछाल..
-बोले, इससे जो पैसा जनता की जेब से निकलता है, वो जनता के ही आता है काम
-अन्य प्रदेशों के मुकाबले हरियाणा में तेल पर वैट इतना ज्यादा नहीं कि और कम करें
-वैट या एक्साइज ड्यूटी घटी तो तेल सस्ता होगा, लेकिन जनता के काम आने वाला पैसा नहीं आएगा
माई सिटी रिपोर्टर
करनाल। पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों पर सीएम मनोहर लाल का कहना है कि इनके रेट रोजाना अप-डाउन होते रहते हैं। कभी यह महंगा होता है तो कभी सस्ता। चूंकि आज से चार-पांच साल में दाम 70 से 80 रुपये से लेकर कई बार डाउन भी गया है तो कभी 90 के आस-पास भी पहुंचा। इन सालों में यह 10 से 15 प्रतिशत तक ही उछाल आया है। कुल मिलाकर देखें तो यह ओवरआल बहुत ज्यादा नहीं है। सीएम रविवार को अपने विधानसभा क्षेत्र करनाल के दौरे पर थे।
सीएम ने कहा कि पेट्रोल अपने देश में तो होता नहीं है। यह आयात होता है। केंद्र सरकार की ओर से आयात होने के बाद उस पर कुछ ड्यूटीज भी लगती है। फिर भी इससे जो पैसा जनता की जेब से निकलता है। उस पर हमारी भी इच्छा होती है कि यह ज्यादा न निकले और दाम कम रहे, लेकिन इससे सरकार का रेवेन्यू कम होता है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार किसी भी चीज से रेवेन्यू लेती है, तो वह पैसा जनता के हित में ही काम आता है। इसमें से अगर वैट या एक्साइज ड्यूटी कम करने पर रेट सस्ता होता है। तो जनता के काम आने वाला जो पैसा आता है वह नहीं आएगा। इन सारी चीजों में संतुलन बैठाने के लिए केंद्र सरकार हमेशा इस पर नजर रखती है। जहां तक हरियाणा का विषय है तो हमारा वैट इतना ज्यादा नहीं है कि हम इसको और कम करेें, बाकी जगह पर जो रेट होता है, उसमें संतुलन बैठा करके ही हमें चलना पड़ता है।
पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगा करनाल, 15 दिन में एयरपोर्ट का भी शुरू होगा काम
करनाल। करनाल को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाना है। इसे लेकर सीएम मनोहर लाल ने रविवार को कर्ण लेकर पर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। सबसे पहले 7 करोड़ रुपये खर्च कर कर्ण लेक का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। यहां लेक में फाउंटेन लगाने के अलावा रेस्टोरेंट और दुकानें खोलने का भी प्रापोजल है। वहीं सीएम ने कहा कि 15 दिन में जमीन की क्लीयरेंस करके हवाई अड्डे का काम भी शुरू होगा। यह भी करनाल की काफी पुरानी मांग थी।
अपने दौरे के दौरान सीएम ने कर्ण लेक पर अधिकारियों से बैठक के बाद पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में पार्टी कार्याकर्ताओं के साथ बैठक की और लोगों की शिकायतें भी सुनी। कुल 25 शिकायतों के तुरंत समाधान के लिए सीएम ने करनाल प्रशासन के अधिकारियों के अलावा फोन पर चंडीगढ़ भी अधिकारियों से बात की।