माई सिटी रिपोर्टर
करनाल। कांग्रेस कार्यकर्ता रविवार को करनाल में रेल रोकने की तैयारी के तहत लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में एकत्र हुए। यहां से उन्हें करनाल रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर रेल यातायात जाम करना था, लेकिन पुलिस ने कांग्रेसियों को विश्राम गृह में ही घेर लिया। दोपहर करीब 12:45 बजे जब कांग्रेसियों ने नारेबाजी करते हुए रेलवे स्टेशन की ओर कूच करने का प्रयास किया तो पुलिस ने विश्राम गृह के मुख्य द्वार पर ही उन्हें रोक दिया। इसके बाद कांग्रेसियों और कांग्रेसियों के बीच घंटों जोरआजमाइश चलती रही। पांच बार प्रयास के बाद भी कांग्रेसी विश्राम गृह से निकल नहीं सके। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच धक्कामुक्की भी हुई। वहीं रिमझिम बारिश के बीच कांग्रेसी और पुलिस कर्मी दोनों ही भीग गए।
मुख्यमंत्री के लोहड़ी पर्व पर दिए गए बयान को कांग्रेसियों ने राहुल गांधी पर अपमानजनक टिप्पणी बताते हुए उनसे माफी मांगने की मांग की थी। उनके माफी नहीं मांगने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की गोहाना रैली के दिन रविवार को करनाल में रेल रोकने का एलान किया था। इसके तहत जिला संयोजक त्रिलोचन सिंह की अगुवाई में कांग्रेसी रविवार को एकत्र होना शुरू हो गए। पुलिस भी कांग्रेसियों को स्टेशन तक न पहुंचने देने के लिए सुबह से तीन लेयर की सुरक्षा व्यवस्था बनाने में जुट गई। पुलिस ने योजना के तहत कांग्रेसियों को विश्राम गृह तक तो आने दिया, लेकिन जब कांग्रेसियों ने हाथों में झंडे और बैनर लेकर हरियाणा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रेलवे स्टेशन जाने के लिए कूच किया तो पुलिस ने गेट बंद कर दिया। सभी कांग्रेसियों को विश्राम गृह में ही कैद कर लिया गया। पुलिस कर्मियों ने डंडों से दीवार बनाकर कांग्रेसियों को आगे बढ़ने से रोक दिया। इस दौरान जमकर धक्कामुक्की हुई लेकिन पुलिस ने गेट नहीं छोड़ा। आखिरकार कांग्रेसियों को विश्राम गृह के अंदर खदेड़ दिया गया। लगातार रिमझिम बारिश के बीच कांग्रेसियों ने तीन बजे तक पांच बार बाहर निकलने का प्रयास किया लेकिन असफल रहे। तीन बजे के बाद जिला संयोजक ने आंदोलन खत्म करने का एलान किया तो गेट खोल दिया गया और कांग्रेसी अपने घरों को लौट गए।
जिला संयोजक त्रिलोचन सिंह, रघुबीर संधू ने आरोप लगाया कि पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी का अपमान किया गया, अब कांग्रेसियों को विश्राम गृह में बंधक बना लिया गया। सरकार विपक्ष की आवाज को बलपूर्वक कुचलने का कार्य कर रही है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। युवा कांग्रेस अध्यक्ष मनिंद्र सिंह, कृष्ण बसताड़ा, महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष उषा तुली व रानी कांबोज ने पुलिसकर्मियों पर महिलाओं को धक्के मारने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि महिलाओं के अपमान का बदला लिया जाएगा।
इसमें जोगिंद्र चौहान, रणपाल संधु, एडवोकेट चांद राम, कौसर अली बलहेड़ा, धर्मपाल कौशिक, रोहित जोशी, दया प्रकाश, अनिल शर्मा, अमरजीत भोला, मीनू दुआ, होशियार सिंह, कर्मपाल सिंह, एमएस महेंद्रू, जोगा अग्घी, राज भारद्वाज, सोनी कुटेल, रमेश जोगी, जिला राम, प्रेम मलवानिया, सुनहरा वाल्मीकि, गगन मेहता, अमरजीत भोला, दलबीर सिंह, सूरत सिंह, बघेल सिंह, जोध सिंह, अमन सिंह, गुरनाम सिंह आदि शामिल रहे।