कर्ण नगरी में ऐसा पहली बार हुआ, जब विवाह में मंगलगीतों के स्थान पर परिवार और बारात में शामिल होने आईं महिलाएं जय जवान-जय किसान और किसान एकता के नारे लगातीं दिखीं। इससे पहले बड़े व्यापारिक और सियासी घराने का इंजीनियर दूल्हा दरवाजे पर सजी संवरी मर्सिडीज कार खड़ी होने के बावजूद किसान यूनियन के झंडे लगे ट्रैक्टर पर सवार होकर किसानों के समर्थन में नारे लगाते हुए शादी के लिए रवाना हुआ। इतना ही नहीं दूल्हे ने ऐलान किया कि शादी के बाद वह अपनी दुल्हन को लेकर दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन में भी जाएगा। शादी में जो गिफ्ट मिलेंगे, वह सभी आंदोलनरत किसानों के लिए डोनेट करेगा। यह अनोखी बारात चर्चा का विषय बनी हुई है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने 2014 में कांग्रेस के टिकट पर विधान सभा का चुनाव लड़ चुके देश के बड़े शूज कारोबारी सुरेंद्र नरवाल के भांजे सुमित ढुल की शादी पानीपत के एक सैनिक परिवार में हो रही है। सुमित ढुल के पिता सत्यवीर सिंह ढृुल सरकारी सेवा में अधिकारी हैं और सुमित स्वयं इंजीनियर और व्यावसायी हैं।
वीरवार को बारात करनाल में सेक्टर-13 के ढुल भवन से नूर महल के लिए रवाना हुई। इससे पहले घर पर शाम को शादी की रस्में हुईं तो बाहर महंगी गाड़ियों की लाइन लगी थी, लेकिन करीब दर्जनभर ट्रैक्टर आए देखकर आसपास के लोगों को आश्चर्य हुआ। दूल्हा जब निकला तो गाजे-बाजे के साथ मंगलगीतों के स्थान पर महिलाएं किसान एकता के नारे लगाती महिलाएं उसे गेट के बाहर लाईं। दूल्हा ट्रैक्टर पर सवार हो गया। इस दौरान दूल्हे ने कहा कि उसका पूरा परिवार किसान और आर्मी परिवार है। दिल्ली में किसान आंदोलित हैं, इसलिए वह उनके समर्थन में किसान की शान माने जाने वाले ट्रैक्टर से बारात लेकर जा रहा है। सुरेंद्र नरवाल ने बताया कि उनके भांजे ने ऐलान किया है कि वह शादी के बाद एक दिन किसान आंदोलन में शामिल होने दुल्हन सहित दिल्ली जाएगा। शादी में जो भी गिफ्ट मिलेंगे, उसे आंदोलित किसानों की व्यवस्था के लिए डोनेट कर देगा। ट्रैक्टर से ही पूरी बारात मैरिज हाल की ओर गाजे-बाजे के साथ रवाना हो गई।
कर्ण नगरी में ऐसा पहली बार हुआ, जब विवाह में मंगलगीतों के स्थान पर परिवार और बारात में शामिल होने आईं महिलाएं जय जवान-जय किसान और किसान एकता के नारे लगातीं दिखीं। इससे पहले बड़े व्यापारिक और सियासी घराने का इंजीनियर दूल्हा दरवाजे पर सजी संवरी मर्सिडीज कार खड़ी होने के बावजूद किसान यूनियन के झंडे लगे ट्रैक्टर पर सवार होकर किसानों के समर्थन में नारे लगाते हुए शादी के लिए रवाना हुआ। इतना ही नहीं दूल्हे ने ऐलान किया कि शादी के बाद वह अपनी दुल्हन को लेकर दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन में भी जाएगा। शादी में जो गिफ्ट मिलेंगे, वह सभी आंदोलनरत किसानों के लिए डोनेट करेगा। यह अनोखी बारात चर्चा का विषय बनी हुई है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने 2014 में कांग्रेस के टिकट पर विधान सभा का चुनाव लड़ चुके देश के बड़े शूज कारोबारी सुरेंद्र नरवाल के भांजे सुमित ढुल की शादी पानीपत के एक सैनिक परिवार में हो रही है। सुमित ढुल के पिता सत्यवीर सिंह ढृुल सरकारी सेवा में अधिकारी हैं और सुमित स्वयं इंजीनियर और व्यावसायी हैं।
वीरवार को बारात करनाल में सेक्टर-13 के ढुल भवन से नूर महल के लिए रवाना हुई। इससे पहले घर पर शाम को शादी की रस्में हुईं तो बाहर महंगी गाड़ियों की लाइन लगी थी, लेकिन करीब दर्जनभर ट्रैक्टर आए देखकर आसपास के लोगों को आश्चर्य हुआ। दूल्हा जब निकला तो गाजे-बाजे के साथ मंगलगीतों के स्थान पर महिलाएं किसान एकता के नारे लगाती महिलाएं उसे गेट के बाहर लाईं। दूल्हा ट्रैक्टर पर सवार हो गया। इस दौरान दूल्हे ने कहा कि उसका पूरा परिवार किसान और आर्मी परिवार है। दिल्ली में किसान आंदोलित हैं, इसलिए वह उनके समर्थन में किसान की शान माने जाने वाले ट्रैक्टर से बारात लेकर जा रहा है। सुरेंद्र नरवाल ने बताया कि उनके भांजे ने ऐलान किया है कि वह शादी के बाद एक दिन किसान आंदोलन में शामिल होने दुल्हन सहित दिल्ली जाएगा। शादी में जो भी गिफ्ट मिलेंगे, उसे आंदोलित किसानों की व्यवस्था के लिए डोनेट कर देगा। ट्रैक्टर से ही पूरी बारात मैरिज हाल की ओर गाजे-बाजे के साथ रवाना हो गई।