जिला पुलिस में जूनियर थाने संभाल रहे हैं और सीनियर पुलिस लाइन में बैठे हैं। जिले में कुल 18 थानों में से 6 थानों के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर हैं, जबकि 4 से ज्यादा इंस्पेक्टर पुलिस लाइन में हैं। अब नये एसपी गंगाराम पूनिया के आने से विभाग में फिर से फेरबदल की संभावना है।
जिले में कुल थाने 18 हैं। इनमें 12 थानों में इंस्पेक्टर एसएचओ लगाए गए हैं, जबकि सात ऐसे थाने में हैं, जिनकी जिम्मेदारी सब इंस्पेक्टरों को सौंपी गई है। इसके विपरीत इनसे सीनियर इंस्पेक्टर पुलिस लाइन में बैठे हैं। इनमें इंस्पेक्टर अमित कुमार, संजीव कुमार, बलबीर सिंह, सुभाष शामिल हैं। वहीं, दो इंस्पेक्टरों के तबादले दूसरे जिलों से करनाल पुलिस लाइन में हो चुके हैं। अभी उन्होंने ज्वाइन नहीं किया है। अगर इनको भी जोड़ लिया जाए तो पुलिस लाइन में इंस्पेक्टरों की संख्या छह हो जाएगी। खास बात ये है कि इनमें से कई इंस्पेक्टर तो कई माह से हैं। फिलहाल नये एसपी गंगाराम पूनिया जिला पुलिस और थाना प्रभारियों को समझने के लिए रोजाना दो-दो थानों का निरीक्षण कर रहे हैं। साथ ही थाना प्रभारी और पूरे थाने का कामकाज देख रहे हैं। यह भी देखा जा रहा है कि आखिर एसएचओ की परफॉरमेंस कैसी है, कितने केस पेंडिंग हैं। थाने की खासियत और खामियां क्या क्या हैं और कैसे और बेहतर तरीके से आम व्यक्ति को न्याय मिल सकता है। विभागीय सूत्रों का दावा है कि आगामी दिनों में एसपी बड़े स्तर पर थाना प्रभारियों और चौकी प्रभारियों के तबादले कर सकते हैं।
ये एसआई संभाल रहे थाने
थाना क्षेत्र : एसएचओ
1. निगदू : एसआई सूरजभान
2. निसिंग : एसआई रामफल
3. सेक्टर-32-33 एसआई सुरेंद्र कुमार
4. मूनक : एसआई कुलदीप
5. इंद्री : एसआई सतपाल
6. रामनगर : एसआई जसविंद्र सिंह
15 दिन पहले ही हुए थे 17 के तबादले
बता दें कि इससे पहले एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया का 22 सितंबर को तबादला हो गया था, लेकिन जाते-जाते उन्होंने 17 कर्मचारियों के तबादले कर दिये थे, जिनमें कई थाना प्रभारी भी शामिल थे। इनमें सिटी थाना प्रभारी हरजिंद्र सिंह को डिटेक्टिव स्टाफ, डीआई संदीप सिंह को सिटी थाना, डिटेक्टिव स्टाफ से इंस्पेक्टर विजय को सिविल लाइन थाना प्रभारी नियुक्त किया गया था। इसके अलावा, कई चौकी प्रभारी भी बदले गए थे। पूर्व एसपी की ओर से जाते-जाते किये गये तबादलों को लेकर शहर में तरह-तरह की चरचाएं भी हुईं।
काबिल और ईमानदार निरीक्षक को प्राथमिकता रहेगी : एसपी
मैं अभी थानों में जाकर मुआयना कर रहा हूं। इसका मकसद ये है कि थाने की बिल्डिंग कैसी है, क्राइम रिकार्ड कैसा है, पेंडेंसी कितनी है आदि। कितनी पोस्ट हैं और कितनी सीटें खाली हैं। मेरा प्रयास है कि एक बार थानों को चेक करके वहां पर कमियों का पता लगायें और उनको दूर किया जाए। जहां तक एसएचओ की बात है तो उन्हीं पुलिस अधिकारियों को जिम्मेदारी दी जाएगी जो काबिल होगा और ईमानदारी से काम करेगा। केंद्र और प्रदेश सरकार के जीरो टॉलरेंस पर फोकस रहेगा। कोताही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।-गंगाराम पूनिया, एसपी।
जिला पुलिस में जूनियर थाने संभाल रहे हैं और सीनियर पुलिस लाइन में बैठे हैं। जिले में कुल 18 थानों में से 6 थानों के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर हैं, जबकि 4 से ज्यादा इंस्पेक्टर पुलिस लाइन में हैं। अब नये एसपी गंगाराम पूनिया के आने से विभाग में फिर से फेरबदल की संभावना है।
जिले में कुल थाने 18 हैं। इनमें 12 थानों में इंस्पेक्टर एसएचओ लगाए गए हैं, जबकि सात ऐसे थाने में हैं, जिनकी जिम्मेदारी सब इंस्पेक्टरों को सौंपी गई है। इसके विपरीत इनसे सीनियर इंस्पेक्टर पुलिस लाइन में बैठे हैं। इनमें इंस्पेक्टर अमित कुमार, संजीव कुमार, बलबीर सिंह, सुभाष शामिल हैं। वहीं, दो इंस्पेक्टरों के तबादले दूसरे जिलों से करनाल पुलिस लाइन में हो चुके हैं। अभी उन्होंने ज्वाइन नहीं किया है। अगर इनको भी जोड़ लिया जाए तो पुलिस लाइन में इंस्पेक्टरों की संख्या छह हो जाएगी। खास बात ये है कि इनमें से कई इंस्पेक्टर तो कई माह से हैं। फिलहाल नये एसपी गंगाराम पूनिया जिला पुलिस और थाना प्रभारियों को समझने के लिए रोजाना दो-दो थानों का निरीक्षण कर रहे हैं। साथ ही थाना प्रभारी और पूरे थाने का कामकाज देख रहे हैं। यह भी देखा जा रहा है कि आखिर एसएचओ की परफॉरमेंस कैसी है, कितने केस पेंडिंग हैं। थाने की खासियत और खामियां क्या क्या हैं और कैसे और बेहतर तरीके से आम व्यक्ति को न्याय मिल सकता है। विभागीय सूत्रों का दावा है कि आगामी दिनों में एसपी बड़े स्तर पर थाना प्रभारियों और चौकी प्रभारियों के तबादले कर सकते हैं।
ये एसआई संभाल रहे थाने
थाना क्षेत्र : एसएचओ
1. निगदू : एसआई सूरजभान
2. निसिंग : एसआई रामफल
3. सेक्टर-32-33 एसआई सुरेंद्र कुमार
4. मूनक : एसआई कुलदीप
5. इंद्री : एसआई सतपाल
6. रामनगर : एसआई जसविंद्र सिंह
15 दिन पहले ही हुए थे 17 के तबादले
बता दें कि इससे पहले एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया का 22 सितंबर को तबादला हो गया था, लेकिन जाते-जाते उन्होंने 17 कर्मचारियों के तबादले कर दिये थे, जिनमें कई थाना प्रभारी भी शामिल थे। इनमें सिटी थाना प्रभारी हरजिंद्र सिंह को डिटेक्टिव स्टाफ, डीआई संदीप सिंह को सिटी थाना, डिटेक्टिव स्टाफ से इंस्पेक्टर विजय को सिविल लाइन थाना प्रभारी नियुक्त किया गया था। इसके अलावा, कई चौकी प्रभारी भी बदले गए थे। पूर्व एसपी की ओर से जाते-जाते किये गये तबादलों को लेकर शहर में तरह-तरह की चरचाएं भी हुईं।
काबिल और ईमानदार निरीक्षक को प्राथमिकता रहेगी : एसपी
मैं अभी थानों में जाकर मुआयना कर रहा हूं। इसका मकसद ये है कि थाने की बिल्डिंग कैसी है, क्राइम रिकार्ड कैसा है, पेंडेंसी कितनी है आदि। कितनी पोस्ट हैं और कितनी सीटें खाली हैं। मेरा प्रयास है कि एक बार थानों को चेक करके वहां पर कमियों का पता लगायें और उनको दूर किया जाए। जहां तक एसएचओ की बात है तो उन्हीं पुलिस अधिकारियों को जिम्मेदारी दी जाएगी जो काबिल होगा और ईमानदारी से काम करेगा। केंद्र और प्रदेश सरकार के जीरो टॉलरेंस पर फोकस रहेगा। कोताही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।-गंगाराम पूनिया, एसपी।