नवरात्र के तीसरे दिन बाजारों में तो रौनक रही। सुबह से दुकानदार कुट्टू, सिंघाड़ा व शामक का आटा बेचते नजर आए। इसी बीच खाद्य सुरक्षा विभाग ने सीएम फ्लाइंग टीम के साथ छापा मारकर व्रत में उपयोग होने वाले आटे की सैंपलिंग शुरू की तो हड़कंप मच गया। कई दुकानदार दुकानें बंद कर भाग निकले। कुट्टू का आटा खाने से लगातार लोगों के बीमार होने की खबरें सामने आने के बाद इसकी बिक्री व खरीदारी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। टीम ने सोमवार को विभिन्न स्थानों पर छापा मारकर 9 सैंपल लिए। जिन्हें जांच के लिए भेजा जा रहा है।
जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी की अगुवाई में सीएम फ्लाइंग टीम के साथ सुबह 11 बजे से शाम को 6.30 बजे तक आरके पुरम, शक्ति पुरम, कुंजपुरा रोड, सदर बाजार, सराफा बाजार, मॉडल टाउन, शिव कालोनी में छापा मारकर एक-एक सिंघाड़ा व शामक के आटे के साथ कुट्टू के आटे के सैंपल लिए गए हैं। सैंपलिंग के दौरान जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार पिछले नवरात्र में दुकानदारों ने कुट्टू का आटा खरीदा था, जो लॉकडाउन के कारण बिक नहीं पाया। इसलिए दुकानदारों के पास पुराना स्टॉक है, जिसे बेचा जा रहा है, इसलिए इसकी बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया है। सीएम फ्लाइंग टीम के इंचार्ज उपनिरीक्षक शीशपाल टीम के साथ रहे।
इन दुकानों से लिए गए सैंपल-
-चरण करियाना स्टोर कुंजपुरा रोड, विनीत कुमार करियाणा स्टोर सेक्टर 9 पावर हाउस कालोनी, पंकज करियाणा स्टोर आरके पुरम गली-6 (दो सैंपल), भारत सुपर स्टोर सेक्टर-8, सन्नी डिपार्टमेंटल स्टोर सेक्टर 8, देव डिपार्टमेंटल स्टोर सेक्टर 8 आदि शामिल हैं।
मुनाफा कमाने को कुट्टू में मिलाते है कुट्टी
-आसाम के जंगलों में बहुतायत में होने वाली कसारी दाल जिसे कुट्टी भी कहा जाता है, क्योंकि उसके बीज कुट्टू के बीजों जैसे ही होते हैं, दोनों के आटे में फर्क करना बेहद मुश्किल होता है, लेकिन कुट्टी, कुट्टू के सापेक्ष काफी सस्ती होती है, इसलिए मुनाफा कमाने के लिए कारोबारी कुट्टू के साथ कुट्टी मिला देते हैं, जो काफी नुकसान दायक होती है, उसे यदि अधिक मात्रा में आटे में मिला दिया जाए तो खाने के बाद तबियत खराब हो जाती है। इसके अलावा आटे में शमां के चावल की भी पिसाई करा देते हैं।
खरीदा गया कुट्टू का आटा दुकानदारों को लौटाया
-नवरात्र में जिन लोगों ने कुट्टू का आटा खरीदा था, उनमें से बड़ी संख्या में लोगों ने सोमवार को दुकानों पर जाकर आटा वापस कर दिया। आज जब टीम सेक्टर 8 में सैंपलिंग कर रही थी उसी समय कई लोग आटा लेकर दुकानों में वापस करने पहुंच गए। उनका कहना था कि कुट्टू का आटा खाने से लोग बीमार हो रहे हैं, इसलिए खरीदा गया आटा वापस कर रहे हैं। इसके स्थान पर अन्य विकल्पों, फलों आदि की खरीदारी की जा रही है।
सभी दुकानदारों को सख्त हिदायत दी है कि वह कुट्टू का आटा बेचना बंद करें। लोगों से भी अपील की गई कि वह कुट्टू का आटा न खरीदें और न ही उससे बनी खाद्य सामग्री को खाएं। फिर भी यदि कोई दुकानदार कुट्टू का आटा बेचता पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सैंपलिंग का कार्य लगातार जारी रहेगा। आज जो नौ सैंपल लिए गए हैं, उनकी जांच रिपोर्ट में यदि गड़बड़ी मिलती तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-डा.संदीप कादियान, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी करनाल।
नवरात्र के तीसरे दिन बाजारों में तो रौनक रही। सुबह से दुकानदार कुट्टू, सिंघाड़ा व शामक का आटा बेचते नजर आए। इसी बीच खाद्य सुरक्षा विभाग ने सीएम फ्लाइंग टीम के साथ छापा मारकर व्रत में उपयोग होने वाले आटे की सैंपलिंग शुरू की तो हड़कंप मच गया। कई दुकानदार दुकानें बंद कर भाग निकले। कुट्टू का आटा खाने से लगातार लोगों के बीमार होने की खबरें सामने आने के बाद इसकी बिक्री व खरीदारी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। टीम ने सोमवार को विभिन्न स्थानों पर छापा मारकर 9 सैंपल लिए। जिन्हें जांच के लिए भेजा जा रहा है।
जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी की अगुवाई में सीएम फ्लाइंग टीम के साथ सुबह 11 बजे से शाम को 6.30 बजे तक आरके पुरम, शक्ति पुरम, कुंजपुरा रोड, सदर बाजार, सराफा बाजार, मॉडल टाउन, शिव कालोनी में छापा मारकर एक-एक सिंघाड़ा व शामक के आटे के साथ कुट्टू के आटे के सैंपल लिए गए हैं। सैंपलिंग के दौरान जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार पिछले नवरात्र में दुकानदारों ने कुट्टू का आटा खरीदा था, जो लॉकडाउन के कारण बिक नहीं पाया। इसलिए दुकानदारों के पास पुराना स्टॉक है, जिसे बेचा जा रहा है, इसलिए इसकी बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया है। सीएम फ्लाइंग टीम के इंचार्ज उपनिरीक्षक शीशपाल टीम के साथ रहे।
इन दुकानों से लिए गए सैंपल-
-चरण करियाना स्टोर कुंजपुरा रोड, विनीत कुमार करियाणा स्टोर सेक्टर 9 पावर हाउस कालोनी, पंकज करियाणा स्टोर आरके पुरम गली-6 (दो सैंपल), भारत सुपर स्टोर सेक्टर-8, सन्नी डिपार्टमेंटल स्टोर सेक्टर 8, देव डिपार्टमेंटल स्टोर सेक्टर 8 आदि शामिल हैं।
मुनाफा कमाने को कुट्टू में मिलाते है कुट्टी
-आसाम के जंगलों में बहुतायत में होने वाली कसारी दाल जिसे कुट्टी भी कहा जाता है, क्योंकि उसके बीज कुट्टू के बीजों जैसे ही होते हैं, दोनों के आटे में फर्क करना बेहद मुश्किल होता है, लेकिन कुट्टी, कुट्टू के सापेक्ष काफी सस्ती होती है, इसलिए मुनाफा कमाने के लिए कारोबारी कुट्टू के साथ कुट्टी मिला देते हैं, जो काफी नुकसान दायक होती है, उसे यदि अधिक मात्रा में आटे में मिला दिया जाए तो खाने के बाद तबियत खराब हो जाती है। इसके अलावा आटे में शमां के चावल की भी पिसाई करा देते हैं।
खरीदा गया कुट्टू का आटा दुकानदारों को लौटाया
-नवरात्र में जिन लोगों ने कुट्टू का आटा खरीदा था, उनमें से बड़ी संख्या में लोगों ने सोमवार को दुकानों पर जाकर आटा वापस कर दिया। आज जब टीम सेक्टर 8 में सैंपलिंग कर रही थी उसी समय कई लोग आटा लेकर दुकानों में वापस करने पहुंच गए। उनका कहना था कि कुट्टू का आटा खाने से लोग बीमार हो रहे हैं, इसलिए खरीदा गया आटा वापस कर रहे हैं। इसके स्थान पर अन्य विकल्पों, फलों आदि की खरीदारी की जा रही है।
सभी दुकानदारों को सख्त हिदायत दी है कि वह कुट्टू का आटा बेचना बंद करें। लोगों से भी अपील की गई कि वह कुट्टू का आटा न खरीदें और न ही उससे बनी खाद्य सामग्री को खाएं। फिर भी यदि कोई दुकानदार कुट्टू का आटा बेचता पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सैंपलिंग का कार्य लगातार जारी रहेगा। आज जो नौ सैंपल लिए गए हैं, उनकी जांच रिपोर्ट में यदि गड़बड़ी मिलती तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-डा.संदीप कादियान, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी करनाल।