माई सिटी रिपोर्टर
करनाल। नगर निगम की गोशाला नंदीग्राम में गोवंश के मरने का सिलसिला नहीं थम रहा है। शनिवार की रात को भी पांच गोवंश की मौत हो गई है। वहीं, 45 गायों की एक ही रात में मौत के मामले की जांच तीसरे दिन भी जारी रही। पुलिस और नगर निगम की टीमें फिलहाल फॉरेंसिंक प्रयोगशाला से आने वाली बिसरा और खाए गए चारे की जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। घटना के तीन दिन बाद भी गायों की मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।
वीरवार रात नगर निगम की नंदी ग्राम गोशाला में हुई 45 गायों की मौत के मामले की जांच में नगर निगम की तीन सदस्यीय और पुलिस, पशुपालन विभाग की टीमें जांच में जुटी हैं। गोशाला की सफाई कराई गई है। घटना के बाद पशु चिकित्सक ने भी यहां जाकर पशुओं का हाल देखा लेकिन बेहद कमजोर हो चुके गोवंश की मौत का सिलसिला नहीं थमा है। शनिवार की रात को भी तीन गाय, एक बछड़ा और एक बैल की मौत हो गई थी।
गोशाला का संचालन करने वाली संस्था बाबा बंसी वाले गोसेवा धाम के प्रबंधक राजेश बंसल ने बताया कि यहां जो गोवंश लाया जाता है। इनमें अधिकांश बुजुर्ग, कमजोर गोवंश ही होता है, जो लोग बेकार समझकर सड़कों पर छोड़ देते हैं। उनकी सेवा करने के बावजूद हर रोज चार या पांच गोवंश की मौत हो जाती है। ये बात नगर निगम के अधिकारियों को भी मालूम है और डॉक्टर भी जानते हैं। शनिवार की रात को जो पांच गोवंश की मौत हुई है, वह भी इन्हीं में से है। हालांकि वीरवार की रात को जो 45 गायों की मौत हुई थी, उनकी मौत कैसे हुई, ये अभी तक उन्हें भी जानकारी नहीं हो सकी है।
इधर, नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त गौरव कुमार ने बताया कि अभी लैब से रिपोर्ट नहीं आई है। मामले की जांच जारी है। निष्पक्ष जांच करके जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गोशाला संचालक, कर्मचारियों आदि के बयान पहले ही दर्ज किए जा चुके हैं। पुलिस भी मामले की जांच कर रही है।