राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने करनाल-जींद हाईवे पर प्यौंत और गुल्लरपुर गांव के बीच टोल प्लाजा तैयार कर इसे जल्द चालू करने की तैयारियां पूरी कर ली हैं, पर वाहन चालकों को मिलने वाली सुविधाएं अभी अधूरी हैं। स्थिति यह है कि इस मार्ग पर रोशनी के लिए नगूरा, अलेवा, असंध, जुंडला, जयसिंहपुरा व करनाल में लाइटें तो लगा दी, लेकिन अभी बिजली का कनेक्शन नहीं मिला, हालांकि टोल क्षेत्र में टैक्स वसूली के लिए जेनरेटर की व्यवस्था कर ली गयी है।
एनएचएआई ने एनएच-709ए पर करनाल की सीमा में प्यौंत गांव के समीप टोल प्लाजा का ठेका मुंबई की कंपनी कल्याण टोल इंस्फ्रास्ट्रक्चर को दिया है। यह टेंडर अभी तीन महीने के लिए है। उसके बाद टेंडर बढ़ जाएगा। प्लाजा पर टैक्स लेने की तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं। एनएचएआई के अधिकारी कंप्यूटर से पर्ची निकालकर जांच कर चुके हैं। कुछ व्यवस्थाएं अभी तैयार की जा रही हैं। कर्मचारियों की टीम मौके पर पहुंच चुकी है। 200 करोड़ रुपये की लागत से करनाल से जींद तक करीब 85 किलोमीटर तक हाईवे का निर्माण हुआ है। करनाल-जींद-भिवानी हाईवे के लिए जींद से आगे अन्य ठेकेदार का ठेका है। करनाल से भिवानी के बीच इस सड़क पर एक और टोल प्लाजा प्रस्तावित है जो जींद से आगे मुंडाल के आसपास होगा। करनाल के समीप पश्चिमी यमुना नहर पर पुल का निर्माण भी किया जाना है। इसे पीडब्ल्यूडी बनाएगा। उसके बाद पुल से सड़क की लेवलिंग एनएचएआई करेगा। वहीं करनाल से जींद तक कुछ जगहों पर रेलिंग का काम भी होना है।
समीपवर्ती गांवों के फास्टैग लगे वाहनों का बनेगा मासिक पास
टोल प्लाजा के पांच किलोमीटर दायरे से आने वाले ग्रामीणों के निजी वाहनों के लिए 275 रुपये का मासिक पास बनेगा। इसके लिए फास्टैग जरूरी है। करनाल जिले के सभी व्यावसायिक वाहनों के लिए 50 प्रतिशत छूट मिलेगी। यह छूट आने-जाने परे 25-25 प्रतिशत होगी। इन वाहनों पर भी फास्टैग अनिवार्य है। वाहन की नंबर प्लेट व पंजीकरण से जांचा जाएगा कि यह करनाल जिले का है। बिना फास्टैग वाले किसी भी वाहन की क्रासिंग कैशलेन से होगी। उसका वापसी में भी पूरा पैसा लगेगा। वहीं सफेद प्लेट पर नंबर अंकित वाले वाहनों का पूरा टैक्स लगेगा।
चार-पांच दिन में शुरू होने की उम्मीद
आने वाले चार-पांच दिन में टोल टैक्स प्लाजा शुरू होने की उम्मीद है। कृषि कार्यों में इस्तेमाल ट्रैक्टर पर टैक्स नहीं है। व्यावसायिक वाले ट्रैक्टर पर टैक्स लगेगा। पांच किलोमीटर दायरे वाले गांवों के फास्टैग लगे वाहनों का ही मासिक पास बनेगा। जिले में पंजीकृत व्यावसायिक वाहनों पर 50 प्रतिशत छूट रहेगी। 24 घंटे में जो फास्टैग वाहन एक बार आना-जाना करेगा उनके चालकों को आटोमेटिक कैशबैक मिल जाएगा। सोमवार को टोल प्लाजा के चलाने की निर्धारित तिथि का पता चलेगा। --- मनोज तोमर, मैनेजर टोल प्लाजा कंपनी।
कनेक्शन के लिए विद्युत निगम को भेजी है फाइल
हाईवे पर लगाई सभी लाइट की जांच कर ली हैं। लाइटें दुरुस्त हैं केवल बिजली कनेक्शन की कमी है। ठेकेदार ने कनेक्शन के लिए विद्युत निगम को आवेदन किया हुआ है, जो भी खामियां हैं उसके बाबत उच्च अधिकारियों को सोमवार को लिखित में भेजा जाएगा। उसके बाद उच्च अधिकारी मौका मुआयना करेेंगे और तदोपरांत ही टोल प्लाजा को चालू करने की इजाजत दी जाएगी। हाईवे के तमाम रखरखाव व बिजली बिल भरने की ठेकेदार की चार साल की गारंटी है। --- एससी कटारिया, अधीक्षण अभियंता, एनएचएआई।
ग्रामीणों के लिए माफ हो टैक्स
आसपास के ग्रामीणों के वाहनों का टोल टैक्स माफ होना चाहिये। उनकी कृषि भूमि टोल प्लाजा से आगे है। दिन-रात बार-बार खेतों में आना-जाना होता है। वह परेशान हो जाएंगे। --- रामकुमार, ग्रामीण, प्यौंत।
हादसों का बढ़ेगा अंदेशा
प्यौंत से गुल्लरपुर व हाइवे तक चार किलोमीटर अलग सड़क है। टोल टैक्स से बचने के लिए वाहन चालक उनके गांव में घुसेंगे। यह सड़क बहुत संकरी है और सड़क पर बिजली पोल गड़े हुए हैं। हादसे होने का डर रहेगा।
बलबीर सिंह, ग्रामीण, प्यौंत।
गुल्लरपुर-प्यौंत से है चोर रास्ता, हादसों का खतरा
टोल टैक्स प्लाजा प्यौंत व गुल्लरपुर मोड़ के बीच स्थापित किया गया है। वहीं प्यौंत से वाया गुल्लरपुर सड़क से होते हुए टोल प्लाजा से सौ मीटर आगे हाईवे पर कार व छोटे वाहन जा सकते हैं। यह चार किलोमीटर का रास्ता है। वाहन चालक टोल टैक्स बचाने के चक्कर में प्यौंत में गलत दिशा से प्रवेश करने का प्रयास करेंगे। यह खतरा ग्रामीण अभी से भांप रहे हैं। इससे संकरी सड़क पर हादसों का खतरा बढ़ेगा।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने करनाल-जींद हाईवे पर प्यौंत और गुल्लरपुर गांव के बीच टोल प्लाजा तैयार कर इसे जल्द चालू करने की तैयारियां पूरी कर ली हैं, पर वाहन चालकों को मिलने वाली सुविधाएं अभी अधूरी हैं। स्थिति यह है कि इस मार्ग पर रोशनी के लिए नगूरा, अलेवा, असंध, जुंडला, जयसिंहपुरा व करनाल में लाइटें तो लगा दी, लेकिन अभी बिजली का कनेक्शन नहीं मिला, हालांकि टोल क्षेत्र में टैक्स वसूली के लिए जेनरेटर की व्यवस्था कर ली गयी है।
एनएचएआई ने एनएच-709ए पर करनाल की सीमा में प्यौंत गांव के समीप टोल प्लाजा का ठेका मुंबई की कंपनी कल्याण टोल इंस्फ्रास्ट्रक्चर को दिया है। यह टेंडर अभी तीन महीने के लिए है। उसके बाद टेंडर बढ़ जाएगा। प्लाजा पर टैक्स लेने की तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं। एनएचएआई के अधिकारी कंप्यूटर से पर्ची निकालकर जांच कर चुके हैं। कुछ व्यवस्थाएं अभी तैयार की जा रही हैं। कर्मचारियों की टीम मौके पर पहुंच चुकी है। 200 करोड़ रुपये की लागत से करनाल से जींद तक करीब 85 किलोमीटर तक हाईवे का निर्माण हुआ है। करनाल-जींद-भिवानी हाईवे के लिए जींद से आगे अन्य ठेकेदार का ठेका है। करनाल से भिवानी के बीच इस सड़क पर एक और टोल प्लाजा प्रस्तावित है जो जींद से आगे मुंडाल के आसपास होगा। करनाल के समीप पश्चिमी यमुना नहर पर पुल का निर्माण भी किया जाना है। इसे पीडब्ल्यूडी बनाएगा। उसके बाद पुल से सड़क की लेवलिंग एनएचएआई करेगा। वहीं करनाल से जींद तक कुछ जगहों पर रेलिंग का काम भी होना है।
समीपवर्ती गांवों के फास्टैग लगे वाहनों का बनेगा मासिक पास
टोल प्लाजा के पांच किलोमीटर दायरे से आने वाले ग्रामीणों के निजी वाहनों के लिए 275 रुपये का मासिक पास बनेगा। इसके लिए फास्टैग जरूरी है। करनाल जिले के सभी व्यावसायिक वाहनों के लिए 50 प्रतिशत छूट मिलेगी। यह छूट आने-जाने परे 25-25 प्रतिशत होगी। इन वाहनों पर भी फास्टैग अनिवार्य है। वाहन की नंबर प्लेट व पंजीकरण से जांचा जाएगा कि यह करनाल जिले का है। बिना फास्टैग वाले किसी भी वाहन की क्रासिंग कैशलेन से होगी। उसका वापसी में भी पूरा पैसा लगेगा। वहीं सफेद प्लेट पर नंबर अंकित वाले वाहनों का पूरा टैक्स लगेगा।
चार-पांच दिन में शुरू होने की उम्मीद
आने वाले चार-पांच दिन में टोल टैक्स प्लाजा शुरू होने की उम्मीद है। कृषि कार्यों में इस्तेमाल ट्रैक्टर पर टैक्स नहीं है। व्यावसायिक वाले ट्रैक्टर पर टैक्स लगेगा। पांच किलोमीटर दायरे वाले गांवों के फास्टैग लगे वाहनों का ही मासिक पास बनेगा। जिले में पंजीकृत व्यावसायिक वाहनों पर 50 प्रतिशत छूट रहेगी। 24 घंटे में जो फास्टैग वाहन एक बार आना-जाना करेगा उनके चालकों को आटोमेटिक कैशबैक मिल जाएगा। सोमवार को टोल प्लाजा के चलाने की निर्धारित तिथि का पता चलेगा। --- मनोज तोमर, मैनेजर टोल प्लाजा कंपनी।
कनेक्शन के लिए विद्युत निगम को भेजी है फाइल
हाईवे पर लगाई सभी लाइट की जांच कर ली हैं। लाइटें दुरुस्त हैं केवल बिजली कनेक्शन की कमी है। ठेकेदार ने कनेक्शन के लिए विद्युत निगम को आवेदन किया हुआ है, जो भी खामियां हैं उसके बाबत उच्च अधिकारियों को सोमवार को लिखित में भेजा जाएगा। उसके बाद उच्च अधिकारी मौका मुआयना करेेंगे और तदोपरांत ही टोल प्लाजा को चालू करने की इजाजत दी जाएगी। हाईवे के तमाम रखरखाव व बिजली बिल भरने की ठेकेदार की चार साल की गारंटी है। --- एससी कटारिया, अधीक्षण अभियंता, एनएचएआई।
ग्रामीणों के लिए माफ हो टैक्स
आसपास के ग्रामीणों के वाहनों का टोल टैक्स माफ होना चाहिये। उनकी कृषि भूमि टोल प्लाजा से आगे है। दिन-रात बार-बार खेतों में आना-जाना होता है। वह परेशान हो जाएंगे। --- रामकुमार, ग्रामीण, प्यौंत।
हादसों का बढ़ेगा अंदेशा
प्यौंत से गुल्लरपुर व हाइवे तक चार किलोमीटर अलग सड़क है। टोल टैक्स से बचने के लिए वाहन चालक उनके गांव में घुसेंगे। यह सड़क बहुत संकरी है और सड़क पर बिजली पोल गड़े हुए हैं। हादसे होने का डर रहेगा।
बलबीर सिंह, ग्रामीण, प्यौंत।
गुल्लरपुर-प्यौंत से है चोर रास्ता, हादसों का खतरा
टोल टैक्स प्लाजा प्यौंत व गुल्लरपुर मोड़ के बीच स्थापित किया गया है। वहीं प्यौंत से वाया गुल्लरपुर सड़क से होते हुए टोल प्लाजा से सौ मीटर आगे हाईवे पर कार व छोटे वाहन जा सकते हैं। यह चार किलोमीटर का रास्ता है। वाहन चालक टोल टैक्स बचाने के चक्कर में प्यौंत में गलत दिशा से प्रवेश करने का प्रयास करेंगे। यह खतरा ग्रामीण अभी से भांप रहे हैं। इससे संकरी सड़क पर हादसों का खतरा बढ़ेगा।