त्योहारी सीजन में भारी मुनाफा कमाने के लिए मिलावटी खाद्य सामग्री बनाने का खेल जोरों पर है। सीएम फ्लाइंग और खाद्य विभाग द्वारा रोज की जा रही छापेमारी में इन अवैध धंधों का आए दिन पर्दाफाश हो रहा है। शुक्रवार को भी टीम ने सालवन रोड स्थित बिजली निगम कार्यालय के पीछे एक पुराने मकान में अवैध रूप से चल रही रसगुल्ला बनाने की फैक्ट्री पर कार्रवाई करते हुए चार सैंपल भरे। दोनों विभागों की टीमों को मौके पर 5 क्विंटल रसगुल्ले, 30 किलो खोया, भारी मात्रा में दूध और पनीर का अवैध धंधा मिला। फैक्ट्री संचालक रवि निवासी गांव कटरोली जिला भिंड मध्यप्रदेश ने टीम को बताया कि उसके पास कोई लाइसेंस नहीं है। वह असंध में तीन साल से यह फैक्ट्री चलाकर रसगुुल्ले बनाने का काम कर रहा है। फूड सेफ्टी विभाग के कुरुक्षेत्र और करनाल जिले के खाद्य सुरक्षा अधिकारी डॉ. संदीप कादियान ने बताया कि फैक्ट्री को नियमों को ताक पर रखकर चलाया जा रहा था। यह रसगुल्ले बनाने का सारा काम खुले में चल रहा था। खिड़की के साथ कपड़े के अंदर टांगकर पनीर बनाया जा रहा था। फैक्ट्री में काम करने वाले कारीगर और मालिक रवि निवासी गांव कटरोली जिला भिंड, मध्यप्रदेश सहित सभी अन्य सदस्य मध्यप्रदेश के हैं। यहां अवैध रूप से पिछले तीन साल से यह फैक्ट्री चलाकर रसगुल्ला बनाने का अवैध धंधा कर रहे थे।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी डॉ. संदीप कादियान ने बताया कि टीम ने रसगुल्ले, खोया, पनीर और दूध के अलग-अलग चार सैंपल भरे हैं। सभी सैंपल चंडीगढ़ लैब भेजा जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई होगी। फैक्ट्री संचालक ने बताया कि वह यह रसगुल्ले यहां से बनाकर असंध के जलमाना, जींद के सफीदों, पिल्लूखेड़ा और राजौंद में सप्लाई करता था।
खुले में रखा था सामान
खाद्य सुरक्षा अधिकारी डॉ. संदीप कादियान ने बताया कि जिस फैक्ट्री को अवैध रूप से चलाया जा रहा था। उसमें किसी भी प्रकार के नियम का पालन नहीं किया जा रहा था। खुले में ही रसगुल्ले बनाए जा रहे थे। वहीं न तो उचित लाइट थी और न ही स्टोरेज के लिए फ्रिज और अन्य उपकरण थे।
त्योहारी सीजन में भारी मुनाफा कमाने के लिए मिलावटी खाद्य सामग्री बनाने का खेल जोरों पर है। सीएम फ्लाइंग और खाद्य विभाग द्वारा रोज की जा रही छापेमारी में इन अवैध धंधों का आए दिन पर्दाफाश हो रहा है। शुक्रवार को भी टीम ने सालवन रोड स्थित बिजली निगम कार्यालय के पीछे एक पुराने मकान में अवैध रूप से चल रही रसगुल्ला बनाने की फैक्ट्री पर कार्रवाई करते हुए चार सैंपल भरे। दोनों विभागों की टीमों को मौके पर 5 क्विंटल रसगुल्ले, 30 किलो खोया, भारी मात्रा में दूध और पनीर का अवैध धंधा मिला। फैक्ट्री संचालक रवि निवासी गांव कटरोली जिला भिंड मध्यप्रदेश ने टीम को बताया कि उसके पास कोई लाइसेंस नहीं है। वह असंध में तीन साल से यह फैक्ट्री चलाकर रसगुुल्ले बनाने का काम कर रहा है। फूड सेफ्टी विभाग के कुरुक्षेत्र और करनाल जिले के खाद्य सुरक्षा अधिकारी डॉ. संदीप कादियान ने बताया कि फैक्ट्री को नियमों को ताक पर रखकर चलाया जा रहा था। यह रसगुल्ले बनाने का सारा काम खुले में चल रहा था। खिड़की के साथ कपड़े के अंदर टांगकर पनीर बनाया जा रहा था। फैक्ट्री में काम करने वाले कारीगर और मालिक रवि निवासी गांव कटरोली जिला भिंड, मध्यप्रदेश सहित सभी अन्य सदस्य मध्यप्रदेश के हैं। यहां अवैध रूप से पिछले तीन साल से यह फैक्ट्री चलाकर रसगुल्ला बनाने का अवैध धंधा कर रहे थे।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी डॉ. संदीप कादियान ने बताया कि टीम ने रसगुल्ले, खोया, पनीर और दूध के अलग-अलग चार सैंपल भरे हैं। सभी सैंपल चंडीगढ़ लैब भेजा जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई होगी। फैक्ट्री संचालक ने बताया कि वह यह रसगुल्ले यहां से बनाकर असंध के जलमाना, जींद के सफीदों, पिल्लूखेड़ा और राजौंद में सप्लाई करता था।
खुले में रखा था सामान
खाद्य सुरक्षा अधिकारी डॉ. संदीप कादियान ने बताया कि जिस फैक्ट्री को अवैध रूप से चलाया जा रहा था। उसमें किसी भी प्रकार के नियम का पालन नहीं किया जा रहा था। खुले में ही रसगुल्ले बनाए जा रहे थे। वहीं न तो उचित लाइट थी और न ही स्टोरेज के लिए फ्रिज और अन्य उपकरण थे।