कुरुक्षेत्र। धर्मनगरी की बेटी ने लड़कियों की आवाज को बुलंद करते हुए समाज में लड़कियों के महत्व को बताया है। राष्ट्रीय स्लोगन प्रतियोगिता में वीरता सिंह ने तीसरा स्थान हासिल किया है। राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर वीरवार को दिल्ली में आयोजित समारोह में वीरता सिंह को सम्मानित किया गया। वीरता के पिता रुपिंद्र सिंह भी अपनी बेटी की इस उपलब्धि पर काफी खुश हैं।
वीरता सिंह केसरी देवी लोहिया जयराम पब्लिक स्कूल में 12वीं की मेडिकल कक्षा की छात्रा है। दिल्ली के एपी शिंदे सिमपोसियम हॉल पुसा में आयोजित समारोह में छात्रा वीरता सिंह को भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम और महिला एवं बाल विकास मंत्री कृष्ण तीरथ ने 25 हजार रुपये और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया।
वीरता ने स्लोगन प्रतियोगिता के माध्यम से दुनिया को यह संदेश दिया कि एक बेटी के बिना दुनिया की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। वीरता सिंह ने बताया कि बेटी बचाओ थीम पर इस प्रतियोगिता के लिए ऑनलाइन और पोस्ट द्वारा स्लोगन आमंत्रित किए गए थे। ये स्लोगन हिंदी और इंग्लिश दोनों में आमंत्रित किए गए थे और उन्होंने इंग्लिश में स्लोगन भेजा था। उनका स्लोगन का तीसरे स्थान पर चयन हुआ है जिसके लिए उन्हें वीरवार को सम्मानित किया गया।