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करनाल। करनाल-असंध मार्ग पर पक्का खेड़ा गांव में बृहस्पतिवार सुबह बस नहीं रोकने पर छात्रों ने सड़क के बीचोंबीच जाम लाकर यातायात अवरुद्ध कर दिया। करीब एक घंटे तक लगे जाम में सैकड़ाें वाहनों की लंबी कतार लग गई। इससे यात्रियाें को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि पुलिस ने वाहनों को अन्य रास्तों से निकालना शुरू कर दिया था।
सड़क पर जाम लगाने वाले छात्रों ने बताया कि जिले में पहले से ही बसों की संख्या काफी कम हैं। इससे यात्रियाें व छात्राें को बसों में सफर करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। यात्रियाें को निजी वाहनों में सफर करना पड़ रहा है। छात्रों ने बताया कि वर्ष भर पहले परिवहन विभाग को रुपये जमा कराकर पास बनाया गया था। बस न रुकने के कारण निजी वाहनों में सफर कर उन्हें मुंह मांगा किराया देना पड़ता है। निजी वाहन चालक बीच रास्ते में ही छोड़ अपने वाहन से उतार देते हैं। इससे उनको दोहरा हर्जाना हो रहा है। पहले तो रोडवेज में बस पास का पैसा जमा कराया और फिर निजी वाहनों के सहारे यात्रा करनी पड़ रही है।
परिवहन विभाग के महाप्रबंधक को कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन आज तक इस समस्या का कोई ठोस समाधान नहीं हो पाया है। बाद में पुलिस ने मौके पर पहुंच कर बच्चों को शांत किया और कहा कि वह महाप्रबंधक से बात कर उनकी समस्या का समाधान कराएंगे। इस पर बच्चों ने जाम खोल दिया।
करनाल। करनाल-असंध मार्ग पर पक्का खेड़ा गांव में बृहस्पतिवार सुबह बस नहीं रोकने पर छात्रों ने सड़क के बीचोंबीच जाम लाकर यातायात अवरुद्ध कर दिया। करीब एक घंटे तक लगे जाम में सैकड़ाें वाहनों की लंबी कतार लग गई। इससे यात्रियाें को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि पुलिस ने वाहनों को अन्य रास्तों से निकालना शुरू कर दिया था।
सड़क पर जाम लगाने वाले छात्रों ने बताया कि जिले में पहले से ही बसों की संख्या काफी कम हैं। इससे यात्रियाें व छात्राें को बसों में सफर करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। यात्रियाें को निजी वाहनों में सफर करना पड़ रहा है। छात्रों ने बताया कि वर्ष भर पहले परिवहन विभाग को रुपये जमा कराकर पास बनाया गया था। बस न रुकने के कारण निजी वाहनों में सफर कर उन्हें मुंह मांगा किराया देना पड़ता है। निजी वाहन चालक बीच रास्ते में ही छोड़ अपने वाहन से उतार देते हैं। इससे उनको दोहरा हर्जाना हो रहा है। पहले तो रोडवेज में बस पास का पैसा जमा कराया और फिर निजी वाहनों के सहारे यात्रा करनी पड़ रही है।
परिवहन विभाग के महाप्रबंधक को कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन आज तक इस समस्या का कोई ठोस समाधान नहीं हो पाया है। बाद में पुलिस ने मौके पर पहुंच कर बच्चों को शांत किया और कहा कि वह महाप्रबंधक से बात कर उनकी समस्या का समाधान कराएंगे। इस पर बच्चों ने जाम खोल दिया।