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कुरुक्षेत्र। ठंडी जमीन पर बैठकर हर बार गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारी करते बच्चों ने बृहस्पतिवार को कह ही दिया कि आखिरकार कब तक ऐसे जमीन में घंटों बैठकर तैयारी करेंगे। कुरुक्षेत्र के द्रोणाचार्य स्टेडियम में बृहस्पतिवार को फाइनल रिहर्सल के दौरान शहर के कई स्कूलों के बच्चे यहां जुटे। उनका कहना था कि वे स्टेडियम में चार से पांच घंटे तक कार्यक्रम पेश करेंगे। गणतंत्र दिवस पर ठंड का असर काफी अधिक रहता है और अगर इस दौरान तैयारियों में प्रशासन ये भूल जाता है कि जो बच्चे इस कार्यक्रम की शोभा बनेंगे उनके बैठने की क्या व्यवस्था होगी। प्रशासन के अनुसार जिला स्तर पर द्रोणाचार्य स्टेडियम में आयोजित गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में करीब विभिन्न स्कूलों के 2000 बच्चे पीटी, सांस्कृतिक कार्यक्रम और अन्य प्रस्तुतियों में भाग लेंगे। गणतंत्र दिवस की तमाम भव्य तैयारियों में सबसे बड़ा आकर्षण भी हर साल इन्हीं बच्चों की गतिविधियां ही होती हैं। इनके अलावा उपस्थित समूह में पुलिस-प्रशासन और व्यवस्था से जुड़े लोगों के अलावा सबसे अधिक संख्या इन बच्चों के अभिभावकों की होती है, मगर जिन बच्चों की मेहनत और उपस्थिति से इस समारोह में चार चांद लगते हैं, उन्हीं के बैठने के लिए होने वाले इंतजाम में इस तरह कंजूसी बरती जा रही है। अभिभावकों का कहना है कि इन बच्चों में अधिकांश बच्चे आम परिवारों के होते हैं, इसलिए इनके लिए आज तक प्रबंध भी आम से निचले दर्जे के हैं। अगर इन बच्चों में उच्चाधिकारियों के बच्चे शामिल हों तो शायद पुख्ता प्रबंध करने में ज्यादा देर नहीं लगती। फाइनल रिहर्सल के बाद जब बच्चों से उस जगह के बारे में पूछा गया जहां वे सुबह से बैठ कर अपनी गतिविधियों में जुटे हुए थे, तो उन्होंने अपनी व्यथा सुना दी। मौसम वैज्ञानिक डा. चंद्रशेखर डागर के मुताबिक मौसम में अभी भी ठंड का असर है। उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 19.0 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि बुधवार को न्यूनतम तापमान 3.0 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
कोट
गणतंत्र दिवस कार्यक्रमों की जिला शिक्षा अधिकारी सुमन आर्य से जब बच्चों के बैठने की व्यवस्था के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि वह सांस्कृतिक कार्यक्रमों की इंचार्ज तो हैं, लेकिन ये व्यवस्था टेंट आदि में शामिल है। इसलिए वह इस बारे में जानकारी नहीं दे सकतीं।
बच्चों का होना चाहिए मेडिकल चेकअप
आम आदमी पार्टी के जिला संयोजक एवं चिकित्सक डा. सुतेंद्र ने कोहरा जमी हुई घास पर कार्यक्रमों के लिए घंटों बच्चों को बैठाए रखने को अमानवीयता करार दिया। उन्होंने कहा कि अगर इन बच्चों का मेडिकल चेकअप कराया जाए तो इनमें से 50 प्रतिशत बच्चे कुपोषित और इनमें आयरन की कमी मिल जाएगी। क्योंकि ये बच्चे आम परिवारों के हैं, इसलिए काफी आसानी से इन बातों को नजरंदाज कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि ऐेसे हालात में बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है और इससे संक्रमण का अंदेशा रहता है।
कुरुक्षेत्र। ठंडी जमीन पर बैठकर हर बार गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारी करते बच्चों ने बृहस्पतिवार को कह ही दिया कि आखिरकार कब तक ऐसे जमीन में घंटों बैठकर तैयारी करेंगे। कुरुक्षेत्र के द्रोणाचार्य स्टेडियम में बृहस्पतिवार को फाइनल रिहर्सल के दौरान शहर के कई स्कूलों के बच्चे यहां जुटे। उनका कहना था कि वे स्टेडियम में चार से पांच घंटे तक कार्यक्रम पेश करेंगे। गणतंत्र दिवस पर ठंड का असर काफी अधिक रहता है और अगर इस दौरान तैयारियों में प्रशासन ये भूल जाता है कि जो बच्चे इस कार्यक्रम की शोभा बनेंगे उनके बैठने की क्या व्यवस्था होगी। प्रशासन के अनुसार जिला स्तर पर द्रोणाचार्य स्टेडियम में आयोजित गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में करीब विभिन्न स्कूलों के 2000 बच्चे पीटी, सांस्कृतिक कार्यक्रम और अन्य प्रस्तुतियों में भाग लेंगे। गणतंत्र दिवस की तमाम भव्य तैयारियों में सबसे बड़ा आकर्षण भी हर साल इन्हीं बच्चों की गतिविधियां ही होती हैं। इनके अलावा उपस्थित समूह में पुलिस-प्रशासन और व्यवस्था से जुड़े लोगों के अलावा सबसे अधिक संख्या इन बच्चों के अभिभावकों की होती है, मगर जिन बच्चों की मेहनत और उपस्थिति से इस समारोह में चार चांद लगते हैं, उन्हीं के बैठने के लिए होने वाले इंतजाम में इस तरह कंजूसी बरती जा रही है। अभिभावकों का कहना है कि इन बच्चों में अधिकांश बच्चे आम परिवारों के होते हैं, इसलिए इनके लिए आज तक प्रबंध भी आम से निचले दर्जे के हैं। अगर इन बच्चों में उच्चाधिकारियों के बच्चे शामिल हों तो शायद पुख्ता प्रबंध करने में ज्यादा देर नहीं लगती। फाइनल रिहर्सल के बाद जब बच्चों से उस जगह के बारे में पूछा गया जहां वे सुबह से बैठ कर अपनी गतिविधियों में जुटे हुए थे, तो उन्होंने अपनी व्यथा सुना दी। मौसम वैज्ञानिक डा. चंद्रशेखर डागर के मुताबिक मौसम में अभी भी ठंड का असर है। उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 19.0 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि बुधवार को न्यूनतम तापमान 3.0 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
कोट
गणतंत्र दिवस कार्यक्रमों की जिला शिक्षा अधिकारी सुमन आर्य से जब बच्चों के बैठने की व्यवस्था के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि वह सांस्कृतिक कार्यक्रमों की इंचार्ज तो हैं, लेकिन ये व्यवस्था टेंट आदि में शामिल है। इसलिए वह इस बारे में जानकारी नहीं दे सकतीं।
बच्चों का होना चाहिए मेडिकल चेकअप
आम आदमी पार्टी के जिला संयोजक एवं चिकित्सक डा. सुतेंद्र ने कोहरा जमी हुई घास पर कार्यक्रमों के लिए घंटों बच्चों को बैठाए रखने को अमानवीयता करार दिया। उन्होंने कहा कि अगर इन बच्चों का मेडिकल चेकअप कराया जाए तो इनमें से 50 प्रतिशत बच्चे कुपोषित और इनमें आयरन की कमी मिल जाएगी। क्योंकि ये बच्चे आम परिवारों के हैं, इसलिए काफी आसानी से इन बातों को नजरंदाज कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि ऐेसे हालात में बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है और इससे संक्रमण का अंदेशा रहता है।