दो युवकों को मिलिट्री (मेस) में भर्ती कराने के नाम पर जींद जिले के एक व्यक्ति से 20 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित की शिकायत पर रामनगर थाने में केस दर्ज कर दिया है। आरोप यह भी है कि दोनों युवकों को ट्रेनिंग के लिए पीओके भेजने की कोशिश की गई।
जींद जिले के लखमीरवाला गांव निवासी पवन पुत्र जयनारायण का आरोप है कि जनवरी 2018 में उसका रिश्तेदार जींद की कृष्णा कालोनी निवासी रतन लाल शर्मा उसके घर आया और मिलिट्री (मेस) में भर्ती की जानकारी दी। इसके बाद वह अपने दो बेटों नितिन व नवीन को भर्ती कराने के लिए तैयार हो गया। रतन लाल ने सुरेंद्र कुमार से बात कराई तो उसे करनाल बुलाया। यहां उसने 10 लाख रुपये प्रति व्यक्ति यानी 20 लाख रुपये ट्रेनिंग सिक्योरिटी जमा कराने को कहा। जिसे बाद में वापस करने की बात भी कही। उसने भरोसा कर दोनों बेटों के कागजात व रुपये तैयार कराए। 20 फरवरी-2018 को फिर करनाल आया तो सुरेंद्र कुमार व ओमपति कार में बैठे मिले और उसे अपने साथ गांधीनगर ले गए। वहां दोनों ने चार लाख रुपये गिनकर लिए। 16 लाख रुपये ज्वाइनिंग लेटर दिलाने के बाद लेने को कहा। सुरेंद्र ने एक मार्च को फोन कर बताया कि ज्वाइनिंग लेटर आ गए हैं। 23 मार्च को वह सुरेंद्र के घर गया। उसने लेटर देकर 16 लाख रुपये ले लिए। 25 मार्च 2018 को दोनों बेटों को श्रीनगर पहुंचने को कहा। श्रीनगर में सुरेंद्र ने दोनों को एक होटल में आर्मी का अफसर बताकर मंसूर अहमद गनी निवासी श्रीनगर और प्रवेश कुमारी निवासी घरौंडा से मिलवाया। अगले दिन अकरम नाम का व्यक्ति सभी को इनोवा कार मे बैठाकर सोपोर में मिलिट्री का ऑफिस बताकर गेट पर छोड़ गया। वहां दो वर्दी पहने लोगों ने ज्वॉइनिग लेटर तथा शैक्षणिक दस्तावेजों की कापी लेकर इंतजार करने को कहा। दो घंटे बाद एक वर्दीधारी बाहर आया और बोला कि ज्वाइनिंग हो गई है। अकरम सभी को फिर वापस होटल छोड़ गया। फिर सुरेंद्र ने कहा कि ट्रेनिंग के लिए वह फोन पर सूचना देगा और दोनों को घर भेज दिया। एक जून 2018 को उसने कहा कि उन्हें ट्रेनिंग के लिए पीओके जाना होगा। लेकिन उसने अपने बच्चों को पीओके में ट्रेनिंग करने भेजने से मना कर दिया। अब कहने लगा कि बच्चों ने ट्रेनिंग नहीं की है, रुपये वापस नहीं होंगे। आरोप है कि ये लोग देश विरोधी ताकतों से मिले हो सकते हैं। इस गिरोह की निष्पक्ष जांच कराने, 20 लाख रुपये वापस कराने की गुहार लगाई है। रामनगर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दो युवकों को मिलिट्री (मेस) में भर्ती कराने के नाम पर जींद जिले के एक व्यक्ति से 20 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित की शिकायत पर रामनगर थाने में केस दर्ज कर दिया है। आरोप यह भी है कि दोनों युवकों को ट्रेनिंग के लिए पीओके भेजने की कोशिश की गई।
जींद जिले के लखमीरवाला गांव निवासी पवन पुत्र जयनारायण का आरोप है कि जनवरी 2018 में उसका रिश्तेदार जींद की कृष्णा कालोनी निवासी रतन लाल शर्मा उसके घर आया और मिलिट्री (मेस) में भर्ती की जानकारी दी। इसके बाद वह अपने दो बेटों नितिन व नवीन को भर्ती कराने के लिए तैयार हो गया। रतन लाल ने सुरेंद्र कुमार से बात कराई तो उसे करनाल बुलाया। यहां उसने 10 लाख रुपये प्रति व्यक्ति यानी 20 लाख रुपये ट्रेनिंग सिक्योरिटी जमा कराने को कहा। जिसे बाद में वापस करने की बात भी कही। उसने भरोसा कर दोनों बेटों के कागजात व रुपये तैयार कराए। 20 फरवरी-2018 को फिर करनाल आया तो सुरेंद्र कुमार व ओमपति कार में बैठे मिले और उसे अपने साथ गांधीनगर ले गए। वहां दोनों ने चार लाख रुपये गिनकर लिए। 16 लाख रुपये ज्वाइनिंग लेटर दिलाने के बाद लेने को कहा। सुरेंद्र ने एक मार्च को फोन कर बताया कि ज्वाइनिंग लेटर आ गए हैं। 23 मार्च को वह सुरेंद्र के घर गया। उसने लेटर देकर 16 लाख रुपये ले लिए। 25 मार्च 2018 को दोनों बेटों को श्रीनगर पहुंचने को कहा। श्रीनगर में सुरेंद्र ने दोनों को एक होटल में आर्मी का अफसर बताकर मंसूर अहमद गनी निवासी श्रीनगर और प्रवेश कुमारी निवासी घरौंडा से मिलवाया। अगले दिन अकरम नाम का व्यक्ति सभी को इनोवा कार मे बैठाकर सोपोर में मिलिट्री का ऑफिस बताकर गेट पर छोड़ गया। वहां दो वर्दी पहने लोगों ने ज्वॉइनिग लेटर तथा शैक्षणिक दस्तावेजों की कापी लेकर इंतजार करने को कहा। दो घंटे बाद एक वर्दीधारी बाहर आया और बोला कि ज्वाइनिंग हो गई है। अकरम सभी को फिर वापस होटल छोड़ गया। फिर सुरेंद्र ने कहा कि ट्रेनिंग के लिए वह फोन पर सूचना देगा और दोनों को घर भेज दिया। एक जून 2018 को उसने कहा कि उन्हें ट्रेनिंग के लिए पीओके जाना होगा। लेकिन उसने अपने बच्चों को पीओके में ट्रेनिंग करने भेजने से मना कर दिया। अब कहने लगा कि बच्चों ने ट्रेनिंग नहीं की है, रुपये वापस नहीं होंगे। आरोप है कि ये लोग देश विरोधी ताकतों से मिले हो सकते हैं। इस गिरोह की निष्पक्ष जांच कराने, 20 लाख रुपये वापस कराने की गुहार लगाई है। रामनगर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।