खिलाड़ियों को नशे की गोलियां उपलब्ध कराने वाले दो तस्करों को एंटी नारकोटिक्स सेल पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके पास से करीब 18 लाख रुपये की नशीली गोलियां बरामद की गयी हैं। दो आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस पूछताछ कर रही थी, इसी दौरान आरोपियों के मोबाइल पर कबड्डी खिलाड़ी का फोन आया। हरकत में आई पुलिस ने फोन को कब्जे में लेकर बात की ता दंग रह गयी। संबंधित खिलाड़ी ने कहा कि मैच शुरू होने वाला है, जल्दी माल लेकर आ जा....मामले की तह तक जाने के लिए पुलिस ने कोर्ट से आरोपियों की दो दिन की रिमांड हासिल की है।
एंटी नारकोटिक सेल के इंचार्ज इंस्पेक्टर मोहन लाल ने बताया कि 26 अक्टूबर को गुप्त सूचना मिली थी कि आरोपी परगट सिंह निवासी डेरा फत्तू वाला असंध जिला करनाल पिछले कुछ समय से नशे की गोलियां बेचने का अवैध कारोबार करता है। वह काफी मात्रा में नशे की गोलियां लेकर आया है और अपने घर पर छुपा रखी हुई है। सूचना मिलने पर उप निरीक्षक सुभाष एंटी नारकोटिक सेल करनाल की अध्यक्षता मेें टीम ने आरोपी परगट के घर पर छापा मारा। इस दौरान उसे ट्रामाडोल नशे की गोलियों की 4 पेटियां सहित गिरफ्तार कर लिया गया। गोलियों की गिनती करने पर कुल 39,800 गोलियां पाई गईं। गोलियां का वजन करने पर 12.996 किलोग्राम पाया गया। आरोपी के खिलाफ असंध थाना में मामला दर्ज किया गया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह अनिल निवासी गांव अरडाना से नशे की गोलियां खरीदता था। इसके बाद आरोपी अनिल को 27 अक्टूबर को गांव अरडाना से 6000 नशे की गोलियां लोमोटिल सहित गिरफ्तार किया गया। मंगलवार को दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया है। आरोपी अनिल ने बताया कि वह यह गोलियां 6.50 लाख रुपये की लाया था और ये गोलियां 18 लाख रुपये में बेचनी थी। विदित हो कि आरोपी परगट के भाई दिलबाग को टोहाना पुलिस ने 40 हजार गोलियों के साथ गिरफ्तार किया हुआ है। ये आरोपी जिले में ही गोलियों को सप्लाई करते थे।
जब इंस्पेक्टर के पास आया खिलाड़ी का फोन
मोबाइल एंटी नारकोटिक सेल इंचार्ज इंस्पेक्टर मोहन लाल का कहना है कि नशे की गोलियां बेचने वाले आरोपी को काबू किया गया था, उसी दौरान आरोपी के मोबाइल पर फोन आया। इस दौरान उसका मोबाइल फोन लेकर बात की गयी तो फोन करने वाले ने खुद को कबड्डी का खिलाड़ी बताते हुए जल्द माल लाने की बात कही।
जिले के खिलाड़ी नशा कारोबारियों के निशाने पर
पंजाब की तरह करनाल में भी नशे का कारोबार फैलता जा रहा है, अगर जल्द ही इस पर नकेल नहीं कसी गयी तो स्थिति गंभीर हो सकती है। चिंता की बात यह है कि जिले के खिलाड़ी नशे के कारोबारियों के निशाने पर हैं।
गौरतलब है कि हरियाणा दिवस पर खेल विभाग ने सात माह बाद खेलकूद प्रतियोगिताओं की शुरुआत की है। हाल ही में इसके लिए कार्ययोजना तैयार कर खेल विभाग की ओर से घोषणा की गयी। इसके तहत जिलास्तरीय व्यक्तिगत प्रतियोगिताओं में एथलेटिक्स, कुश्ती, बॉक्सिंग, बैंडमिंटन शामिल हैं, जबकि चार टीम गेम हॉकी, कबड्डी, फुटबॉल व हैंडबॉल आयोजित किए जाएंगे। अब पुलिस की ओर से भारी मात्रा में नशे की गोलियां बरामद होने के बाद चरचाओं का बाजार गरम है। सवाल उठ रहे हैं कि आखिर वह कबड्डी का खिलाड़ी कौन है जो नशे के आरोपियों को फोन कर माल लाने की बात कह रहा था।
खिलाड़ियों को नशे की गोलियां उपलब्ध कराने वाले दो तस्करों को एंटी नारकोटिक्स सेल पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके पास से करीब 18 लाख रुपये की नशीली गोलियां बरामद की गयी हैं। दो आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस पूछताछ कर रही थी, इसी दौरान आरोपियों के मोबाइल पर कबड्डी खिलाड़ी का फोन आया। हरकत में आई पुलिस ने फोन को कब्जे में लेकर बात की ता दंग रह गयी। संबंधित खिलाड़ी ने कहा कि मैच शुरू होने वाला है, जल्दी माल लेकर आ जा....मामले की तह तक जाने के लिए पुलिस ने कोर्ट से आरोपियों की दो दिन की रिमांड हासिल की है।
एंटी नारकोटिक सेल के इंचार्ज इंस्पेक्टर मोहन लाल ने बताया कि 26 अक्टूबर को गुप्त सूचना मिली थी कि आरोपी परगट सिंह निवासी डेरा फत्तू वाला असंध जिला करनाल पिछले कुछ समय से नशे की गोलियां बेचने का अवैध कारोबार करता है। वह काफी मात्रा में नशे की गोलियां लेकर आया है और अपने घर पर छुपा रखी हुई है। सूचना मिलने पर उप निरीक्षक सुभाष एंटी नारकोटिक सेल करनाल की अध्यक्षता मेें टीम ने आरोपी परगट के घर पर छापा मारा। इस दौरान उसे ट्रामाडोल नशे की गोलियों की 4 पेटियां सहित गिरफ्तार कर लिया गया। गोलियों की गिनती करने पर कुल 39,800 गोलियां पाई गईं। गोलियां का वजन करने पर 12.996 किलोग्राम पाया गया। आरोपी के खिलाफ असंध थाना में मामला दर्ज किया गया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह अनिल निवासी गांव अरडाना से नशे की गोलियां खरीदता था। इसके बाद आरोपी अनिल को 27 अक्टूबर को गांव अरडाना से 6000 नशे की गोलियां लोमोटिल सहित गिरफ्तार किया गया। मंगलवार को दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया है। आरोपी अनिल ने बताया कि वह यह गोलियां 6.50 लाख रुपये की लाया था और ये गोलियां 18 लाख रुपये में बेचनी थी। विदित हो कि आरोपी परगट के भाई दिलबाग को टोहाना पुलिस ने 40 हजार गोलियों के साथ गिरफ्तार किया हुआ है। ये आरोपी जिले में ही गोलियों को सप्लाई करते थे।
जब इंस्पेक्टर के पास आया खिलाड़ी का फोन
मोबाइल एंटी नारकोटिक सेल इंचार्ज इंस्पेक्टर मोहन लाल का कहना है कि नशे की गोलियां बेचने वाले आरोपी को काबू किया गया था, उसी दौरान आरोपी के मोबाइल पर फोन आया। इस दौरान उसका मोबाइल फोन लेकर बात की गयी तो फोन करने वाले ने खुद को कबड्डी का खिलाड़ी बताते हुए जल्द माल लाने की बात कही।
जिले के खिलाड़ी नशा कारोबारियों के निशाने पर
पंजाब की तरह करनाल में भी नशे का कारोबार फैलता जा रहा है, अगर जल्द ही इस पर नकेल नहीं कसी गयी तो स्थिति गंभीर हो सकती है। चिंता की बात यह है कि जिले के खिलाड़ी नशे के कारोबारियों के निशाने पर हैं।
गौरतलब है कि हरियाणा दिवस पर खेल विभाग ने सात माह बाद खेलकूद प्रतियोगिताओं की शुरुआत की है। हाल ही में इसके लिए कार्ययोजना तैयार कर खेल विभाग की ओर से घोषणा की गयी। इसके तहत जिलास्तरीय व्यक्तिगत प्रतियोगिताओं में एथलेटिक्स, कुश्ती, बॉक्सिंग, बैंडमिंटन शामिल हैं, जबकि चार टीम गेम हॉकी, कबड्डी, फुटबॉल व हैंडबॉल आयोजित किए जाएंगे। अब पुलिस की ओर से भारी मात्रा में नशे की गोलियां बरामद होने के बाद चरचाओं का बाजार गरम है। सवाल उठ रहे हैं कि आखिर वह कबड्डी का खिलाड़ी कौन है जो नशे के आरोपियों को फोन कर माल लाने की बात कह रहा था।