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कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने अपने प्रबंधों को और ज्यादा पुख्ता कर दिया है। जिला नागरिक अस्पताल के साथ-साथ अब विभाग ने गुहला के सरकारी अस्पताल, कैथल के शाह अस्पताल और सिग्रस अस्पताल में भी आइसोलेशन वार्ड तैयार करवाए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की स्थिति में वायरस से होने वाले प्रभाव से तुरंत निपटा जा सके। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल तक जिले में यहां तक कि प्रदेश में भी अभी तक इससे संबंधित मरीज सामने नहीं आया है। फिर भी विभाग ने पहले से ही अपनी तैयारियां पूर्ण कर ली हैं।
जागरूकता के लिए फील्ड में उतारे दो हजार से ज्यादा कर्मचारी :-
स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में जागरूकता के लिए दो हजार से ज्यादा कर्मचारियों को फील्ड में उतारा है। इनमें स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न अस्पतालों में तैनात कर्मचारी, डॉक्टरों की टीमें, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायक और आशा वर्करों की टीमें शामिल हैं। विभाग द्वारा पहले इन कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी गई है और उसके बाद लोगों को जागरूक करने के लिए भेजा जा रहा है। ये कर्मचारी शहर के साथ-साथ गांव दर गांव जाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। एक तरफ जहां लोगों को वायरस के बारे में जानकारी दी जा रही है, वहीं इससे बचाव के उपायों के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है। लोगों को पोस्टर और पंफ्लेट भी बांटे जा रहे हैं।
पूरी तरह से तैयार है जिला :
सिविल सर्जन डॉ. राकेश शहल ने बताया कि जिले में अभी तक इस प्रकार का कोई मरीज नहीं है। वायरस प्रभावित क्षेत्र से आने वाले यात्रियों में वायरस की संभावना रहती है। उन्होंने कहा कि इससे निपटने के लिए जिला पूरी तरह से तैयार है। प्रभावित क्षेत्र की ओर से आने वाले किसी यात्री को खांसी, बुखार या सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण दिखाई दें तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क कर सकते हैं। वहीं पर परामर्श, जांच व उपचार शुरू किया जाएगा।
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने अपने प्रबंधों को और ज्यादा पुख्ता कर दिया है। जिला नागरिक अस्पताल के साथ-साथ अब विभाग ने गुहला के सरकारी अस्पताल, कैथल के शाह अस्पताल और सिग्रस अस्पताल में भी आइसोलेशन वार्ड तैयार करवाए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की स्थिति में वायरस से होने वाले प्रभाव से तुरंत निपटा जा सके। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल तक जिले में यहां तक कि प्रदेश में भी अभी तक इससे संबंधित मरीज सामने नहीं आया है। फिर भी विभाग ने पहले से ही अपनी तैयारियां पूर्ण कर ली हैं।
जागरूकता के लिए फील्ड में उतारे दो हजार से ज्यादा कर्मचारी :-
स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में जागरूकता के लिए दो हजार से ज्यादा कर्मचारियों को फील्ड में उतारा है। इनमें स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न अस्पतालों में तैनात कर्मचारी, डॉक्टरों की टीमें, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायक और आशा वर्करों की टीमें शामिल हैं। विभाग द्वारा पहले इन कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी गई है और उसके बाद लोगों को जागरूक करने के लिए भेजा जा रहा है। ये कर्मचारी शहर के साथ-साथ गांव दर गांव जाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। एक तरफ जहां लोगों को वायरस के बारे में जानकारी दी जा रही है, वहीं इससे बचाव के उपायों के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है। लोगों को पोस्टर और पंफ्लेट भी बांटे जा रहे हैं।
पूरी तरह से तैयार है जिला :
सिविल सर्जन डॉ. राकेश शहल ने बताया कि जिले में अभी तक इस प्रकार का कोई मरीज नहीं है। वायरस प्रभावित क्षेत्र से आने वाले यात्रियों में वायरस की संभावना रहती है। उन्होंने कहा कि इससे निपटने के लिए जिला पूरी तरह से तैयार है। प्रभावित क्षेत्र की ओर से आने वाले किसी यात्री को खांसी, बुखार या सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण दिखाई दें तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क कर सकते हैं। वहीं पर परामर्श, जांच व उपचार शुरू किया जाएगा।