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अमेरिका भेजने के नाम पर एक युवक से 30 लाख 27 हजार 500 रुपये ठगने का मामला सामने आया है। बता दें कि पहले एजेंटों ने साउथ अफ्रीका व दुंबई में लगभग सात महीने तक युवक को अमेरिका भेजने के नाम पर बहकाकर रखा। इसके बाद में इमिग्रेशन ऑफिसरों ने नकली वीजा बताकर दुबई एयरपोर्ट से युवक को पकड़ लिया। पांच महीने तक युवक दुबई की जेल में रहा। इसके बाद युवक के ताऊ ने दुबई में बेटे के कागज दिखाकर जेल से बाहर निकलवाया।
शिकायतकर्ता भागल निवासी धर्मबीर ने बताया कि उसके बेटे विकास को वह आइलेट्स करवाकर विदेश भेजना चाहता था। उसने कई आसपास के आइलेट्स सेंटरों में विदेश भेजने के बारे में संपर्क किया। इस दौरान वह अपने एक दोस्त से मिला। उसके दोस्त ने एजेंट सिरसा के मल्लेवाला निवासी गुरप्रीत से मिलवाया। उसने शिकायतकर्ता को बताया कि बच्चा आइलेट्स के चक्कर में पड़ेगा तो एक साल बर्बाद हो जाएगा। वह सीधा अमेरिका का पढ़ाई स्तर पर साक्षात्कार करवाकर वीजा लगवा देगा। इस काम पर 45 लाख रुपये खर्च आएंगे। वह उसकी बातों में आ गया।
ऐसे वसूली हुई शुरू
पहली बार में शिकायतकर्ता ने दो लाख 50 हजार रुपये दे दिए। फिर 01 अक्तूबर 2021 को 10 दस लाख रुपये आरोपी गुरप्रीत को दे दिए। इसके बाद शिकायतकर्ता ने आरोपी गुरप्रीत से पूछा कि इतने नकद पैसे आप किस काम के लिए ले रहे हो। आरोपी ने बताया कि आपके लड़के का दुबई का वीजा आ गया है। 17 अक्तूबर 2021 को उसकी फ्लाइट है। उसके लिए डालर की जरूरत है। शिकायतकर्ता ने गुरप्रीत एजेंट से पूछा कि उनकी बात सीधा अमेरिका भेजने की हुई थी। उसका लड़का दुंबई क्यों जाएगा, तो उसने कहा कि दुबई से सीधा अमेरिका का पढ़ाई स्तर का वीजा लगेगा। उसका लड़का दिल्ली से दुबई पहुंच गया। इसके बाद उसके लड़के को पांच नवंबर 2021 को साउथ अफ्रीका टोगो भेज दिया।
वहां से गुरप्रीत दोबारा से दुबई ले लाए। दोनों जगह पर लगभग सात महीने तक उसके बेटे को रखा गया। शिकायतकर्ता ने बताया कि इसके बाद उसने आरोपियों को दुबई से बेटे को घर वापस भेजने के लिए कहा। इसके बाद आरोपी ने कहा कि आपके लड़के का अमेरिका का वीजा आ गया हैं। इसके बाद दुबई के एजेंटों ने एयरपोर्ट पर उसके लड़के को छोड़ दिया। वहां एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन अफसरों ने उसके पकड़ कर जेल में डाल दिया। इसके बाद उसके लड़के ने यह जानकारी दी। इसके बाद आरोपी गुरप्रीत ने सारसा निवासी मैंटी व सैंटी से उसने उसके बेटे का बाहर निकालने की बात की, लेकिन वे दोनों भाई भी गुरप्रीत से मिले हुए थे। पांच महीने तक उसके बेटा दुबई की जेल में रहा। शिकायतकर्ता ने बताया कि इसके बाद युवक के ताऊ ने दुबई में पहुंचकर बेटे के कागज दिखाकर जेल से बाहर निकलवाया। तीनों आरोपियों ने उनसे कई बार में 30 लाख 27 हजार 500 रुपये ठग लिए। चीका थाना प्रभारी राजफूल ने बताया कि तीनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया।