सिरसा। आईटीआई की छात्राओं के बस से गिरने के बाद छात्रों और बस स्टेंड कर्मचारियों के बीच हुए विवाद को लेकर तीसरे दिन शुक्रवार को आईटीआई के विद्यार्थियों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। मौके पर पहुंचे तहसीलदार और रोडवेज के महाप्रबंधक ने कार्रवाई का आश्वासन देकर धरना समाप्त करवाया। प्रदर्शनकारियों ने पांच मांगों को लेकर ज्ञापन भी सौेंपा।
गौरतलब हो कि 10 अक्तूबर को रोडवेज स्टैंड पर बस से गिरकर छात्रा सुमन और एक अन्य स्थान पर छात्रा रेखा घायल हो गई थी। उसी दिन से विद्यार्थी छात्र संगठन 22 ग्रुप रोड़ी के अध्यक्ष हरप्रीत सिंह के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन कर रहे है। शुक्रवार को भी उन्होंने कक्षाओं का बहिष्कार कर मुख्यद्वार पर धरना देकर नारेबाजी की। संस्थान के प्राचार्य प्रमोद कुमार आदि ने उन्हें समझाने का प्रयास किया लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने और स्थिति एक बार को तनावपूर्ण हो गई। बाद में तहसीलदार ओपी बिशभनोई, डीएसपी एसएस श्योराण, रोडवेजके महा प्रबंधक लेखराम और थाना प्रभारी दलीप सिंह मौके पर पहुंचे। बाद में प्रदर्शनकारियों में से हरप्रीत सिंह, राजरानी, सोनिया, कविता, ज्योति बराड, बलविंद्र कौर ने अधिकारियों से बातचीत की और पंाच सूत्रीय मांग पत्र तहसीलदार को सौंपा।
ज्ञापन में मांग की गई है कि बस से गिरकर घायल हुई छात्रा का उपचार खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाए, बस स्टेंड से आईटीआई तक विशेष बस सेवा शुरू की जाए, बस चालक और परिचालक पर कार्रवाई की जाए, जिन रूटों पर बस सेवा नहीं है वहां पर शुरू किया जाए, रानियां रूट पर प्राइवेट बस में विद्यार्थियों से कम से कम किराया वसूल किया जाए। रोडवेज महाप्रबंधक लेखराम ने आश्वासन दिया कि छात्राओं के लिए प्रात: बस स्टेंड से आईटीआई तक बस सेवा शुरू की जाएगी। उन्होंने बताया कि बस चालक और परिचालक के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा सकती क्योंकि उनके खिलाफ कोई शिकायत ही नहीं मिली है। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने धरना समाप्त कर दिया।
सिरसा। आईटीआई की छात्राओं के बस से गिरने के बाद छात्रों और बस स्टेंड कर्मचारियों के बीच हुए विवाद को लेकर तीसरे दिन शुक्रवार को आईटीआई के विद्यार्थियों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। मौके पर पहुंचे तहसीलदार और रोडवेज के महाप्रबंधक ने कार्रवाई का आश्वासन देकर धरना समाप्त करवाया। प्रदर्शनकारियों ने पांच मांगों को लेकर ज्ञापन भी सौेंपा।
गौरतलब हो कि 10 अक्तूबर को रोडवेज स्टैंड पर बस से गिरकर छात्रा सुमन और एक अन्य स्थान पर छात्रा रेखा घायल हो गई थी। उसी दिन से विद्यार्थी छात्र संगठन 22 ग्रुप रोड़ी के अध्यक्ष हरप्रीत सिंह के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन कर रहे है। शुक्रवार को भी उन्होंने कक्षाओं का बहिष्कार कर मुख्यद्वार पर धरना देकर नारेबाजी की। संस्थान के प्राचार्य प्रमोद कुमार आदि ने उन्हें समझाने का प्रयास किया लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने और स्थिति एक बार को तनावपूर्ण हो गई। बाद में तहसीलदार ओपी बिशभनोई, डीएसपी एसएस श्योराण, रोडवेजके महा प्रबंधक लेखराम और थाना प्रभारी दलीप सिंह मौके पर पहुंचे। बाद में प्रदर्शनकारियों में से हरप्रीत सिंह, राजरानी, सोनिया, कविता, ज्योति बराड, बलविंद्र कौर ने अधिकारियों से बातचीत की और पंाच सूत्रीय मांग पत्र तहसीलदार को सौंपा।
ज्ञापन में मांग की गई है कि बस से गिरकर घायल हुई छात्रा का उपचार खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाए, बस स्टेंड से आईटीआई तक विशेष बस सेवा शुरू की जाए, बस चालक और परिचालक पर कार्रवाई की जाए, जिन रूटों पर बस सेवा नहीं है वहां पर शुरू किया जाए, रानियां रूट पर प्राइवेट बस में विद्यार्थियों से कम से कम किराया वसूल किया जाए। रोडवेज महाप्रबंधक लेखराम ने आश्वासन दिया कि छात्राओं के लिए प्रात: बस स्टेंड से आईटीआई तक बस सेवा शुरू की जाएगी। उन्होंने बताया कि बस चालक और परिचालक के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा सकती क्योंकि उनके खिलाफ कोई शिकायत ही नहीं मिली है। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने धरना समाप्त कर दिया।