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गुड़गांव। पुलिस के सर्वे के मुताबिक प्रदेश में ट्रैफिक सेंस का अच्छा खासा अभाव है। खासकर युवा ट्रैफिक नियमों का या तो पालन नहीं करना चाहते या उनमें जागरूकता का अभाव है। इसे तभी दूर किया जा सकता है जब स्कूल स्तर पर ट्रैफिक के बारे में विद्यार्थियों को पढ़ाया जाए। हरियाणा पुलिस इस दिशा में पहल करने जा रही है। हरियाणा पुलिस ट्रैफिक के नियमों को हरियाणा बोर्ड के पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए एक प्रस्ताव तैयार करा रही है। इसे कुछ ही दिनों में हरियाणा शिक्षा बोर्ड भिवानी को भेज दिया जाएगा।
हरियाणा के पुलिस महानिदेशक ने भी इस प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। पुलिस महानिदेशक एसएन वशिष्ठ ने कहा कि उम्मीद है कि अगले सत्र से विद्यार्थियों को किताबों में ट्रैफिक के बारे में पढ़ने को मिलेगा। प्रदेश में वाहन दुर्घटना को कम करने और लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए एक मुहिम चलायी गई थी। एक जनवरी से सात जनवरी के बीच दो लाख किशोरों और युवाओं के लिए सड़क सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत प्रतियोगिता कराई गई। इस दौरान छात्रों की ओर से तैयार की गई पेंटिंग में जो संदेश दिए गए थे उसे देखते हुए यह निर्णय लिया गया।
पुलिस महानिदेशक एसएन वशिष्ठ ने अमर उजाला को बताया कि स्कूल में शिक्षा लेने वाले हर छात्र को सड़क पर उतरना होता है। ऐसे में सड़क पर सुरक्षित कैसे चलें, इसकी जानकारी होनी चाहिए।
गुड़गांव। पुलिस के सर्वे के मुताबिक प्रदेश में ट्रैफिक सेंस का अच्छा खासा अभाव है। खासकर युवा ट्रैफिक नियमों का या तो पालन नहीं करना चाहते या उनमें जागरूकता का अभाव है। इसे तभी दूर किया जा सकता है जब स्कूल स्तर पर ट्रैफिक के बारे में विद्यार्थियों को पढ़ाया जाए। हरियाणा पुलिस इस दिशा में पहल करने जा रही है। हरियाणा पुलिस ट्रैफिक के नियमों को हरियाणा बोर्ड के पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए एक प्रस्ताव तैयार करा रही है। इसे कुछ ही दिनों में हरियाणा शिक्षा बोर्ड भिवानी को भेज दिया जाएगा।
हरियाणा के पुलिस महानिदेशक ने भी इस प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। पुलिस महानिदेशक एसएन वशिष्ठ ने कहा कि उम्मीद है कि अगले सत्र से विद्यार्थियों को किताबों में ट्रैफिक के बारे में पढ़ने को मिलेगा। प्रदेश में वाहन दुर्घटना को कम करने और लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए एक मुहिम चलायी गई थी। एक जनवरी से सात जनवरी के बीच दो लाख किशोरों और युवाओं के लिए सड़क सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत प्रतियोगिता कराई गई। इस दौरान छात्रों की ओर से तैयार की गई पेंटिंग में जो संदेश दिए गए थे उसे देखते हुए यह निर्णय लिया गया।
पुलिस महानिदेशक एसएन वशिष्ठ ने अमर उजाला को बताया कि स्कूल में शिक्षा लेने वाले हर छात्र को सड़क पर उतरना होता है। ऐसे में सड़क पर सुरक्षित कैसे चलें, इसकी जानकारी होनी चाहिए।