अंबाला। छावनी नागरिक अस्पताल के प्रसूति विभाग में महिला रोग विशेषज्ञों की कमी के कारण व्यवस्था चरमरा गई है। बिगड़े हालात पर बुधवार विभाग की नर्सिंग ऑफिसर ही एकजुट हो गई और काम बंदकर सुबह के समय पीएमओ से मुलाकात कर दुखड़ा रोया। आनन-फानन में अस्पताल प्रबंधन ने प्रसूति विभाग में महिला मेडिकल ऑफिसर यानी एलएमओ तैनात करने का आश्वासन देकर मामले को शांत कराया।
उनका कहना था कि अब तीनों शिफ्टों में एलएमओ तैनात रहेगी। नर्सिंग ऑफिसर के आरोप थे कि केवल दो महिला रोग विशेषज्ञ है और ऊपर से जो पैनल में डॉक्टर है वो भी नहीं आते। अधिकतर बार वह अपने फोन पर रिपोर्ट मंगाने के बाद उपचार बता देती हैं। उनके न आने पर सारे काम का भार नर्सिंग ऑफिसर के सिर पड़ जाता है। कोई गलती होती है तो सारा जिम्मा नर्सिंग ऑफिसर के सिर फोड़ दिया जाता है।
ऐसे में समस्त स्टाफ को दूसरे वार्ड में शिफ्ट करने की बात कही थी। ऐसे में पीएमओ डॉ. राकेश सहल और एसएमओ डॉ. रचना गोयल ने नर्सिंग ऑफिसर से बातचीत कर और उन्हें शांत कराया। बता दें कि मंगलवार की रात को एक मरीज आया था। ऐसे में नर्सिग ऑफिसर ने पैनल पर डॉक्टर को फोन किया तो वह नहीं आए। न ही महिला रोग विशेषज्ञ ने फोन उठाया। परेशानी बढ़ने के कारण नर्सिंग ऑफिसर ने यह कदम उठाया।
नर्सिंग ऑफिसर पहले भी कहीं बार अपनी समस्या के लिए पीएमओ सहित संबंधित अधिकारियों से मिल चुकी है और हर बार केवल आश्वासन देकर टाल दिया जाता था।
पैनल के डॉक्टर बंद
प्रसूति विभाग की नर्सिंग ऑफिसर की ओर से उठाई इस समस्या के बाद अस्पताल प्रबंधन ने पैनल पर आने वाले डॉक्टरों पर रोक लगा दी है। ऐसे में एलएमओ के साथ-साथ दोनों महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. निहारिका और डॉ. मीनाक्षी की 24-24 घंटे की ड्यूटी लगाई है। इसके अलावा अस्पताल में महिला रोग विशेषज्ञों की मांग भेजी गई है। बता दें कि प्रसूति विभाग में रोजाना करीब 15 डिलीवरी होती है और अस्पताल में महिला रोग विशेषज्ञ की ओपीडी भी 275 के आसपास रहती है। इसकी अपेक्षा स्टाफ की कमी है।
नर्सिंग ऑफिसर की मांग को सुना था और उन्हें पूरा करते हुए फिलहाल एलएमओ सुबह, शाम और रात की शिफ्ट में लगा दी है। दो महिला रोग विशेषज्ञों की भी 24-24 घंटे की ऑनकॉल ड्यूटी भी लगा दी है, जिससे कि काम प्रभावित न हो। साथ ही स्टाफ की कमी को लेकर भी डिमांड भेजी गई है।
डॉ. रचना गोयल, एसएमओ प्रसूति विभाग
नर्सिंग ऑफिसर उनसे मिलने के लिए पहुंची थी। उनकी समस्या को पूरा करने का आश्वासन देते हुए एसएमओ डॉ. रचना गोयल के पास भेज दिया था।
डॉ. राकेश सहल, पीएमओ छावनी नागरिक अस्पताल