मुलाना (अंबाला)। देहरादून जा रही हरियाणा रोडवेज बस में बृहस्पतिवार सुबह करीब नौ बजे एक गर्भवती ने मुलाना के पास बच्चे को जन्म दिया। नवजात का जन्म समय से करीब डेढ़ महीने पहले होने के कारण उसकी मौत हुई। इसकी पुष्टि सीएचसी मुलाना के डॉक्टर ने की।
महिला को दर्द होने के बाद बस चालक सलीम खान इसे सवारियों सहित सिविल अस्पताल ले गए, जिससे कि समय की बचत हो लेकिन जन्मे बच्चे की जान नहीं बची। सिविल अस्पताल में महिला को दाखिल कर उसका उपचार शुरू किया। बस चालक सलीम खान ने बताया कि बृहस्पतिवार को गर्भवती आरती निवासी गांव कुमेगड़ा बरेली अपने पति बीरपाल, दो बच्चों और देवर के साथ बस में सहारनपुर के लिए सवार हुई थी। बस जैसे ही मुलाना के पास पंहुची तो गर्भवती को प्रसव पीड़ा हुई।
ये था महिला का तीसरा बच्चा
एक बुजुर्ग महिला ने देखा तो कहा कि महिला को बच्चा होने को है। प्रसव पीड़ा तेज थी। बुजुर्ग महिला सहित अन्य महिलाओं ने आरती की मदद की और चलती बस में ही आरती ने अपने तीसरे बच्चे को जन्म दिया। बस चालक सवारियों से भरी बस के साथ सीएचसी मुलाना पहुंचा। इसके बाद डॉक्टरों ने तुरंत महिला को उपचार देना शुरू किया।
दाखिल थी अंबाला अस्पताल में
महिला आरती के पति बीरपाल ने बताया कि उसने अपनी पत्नी को दर्द होने पर अंबाला सिविल अस्पताल में दाखिल कराया था। जहां वह कुछ दिन दाखिल रही, लेकिन डाक्टरों ने बोला कि अभी डिलिवरी में 15-20 दिन का समय लगेगा। जिसके चलते वो अपने गांव कुमेगड़ा बरेली यूपी जा रहे थे, लेकिन बीच रास्ते ही उनकी पत्नी को प्रसव पीड़ा होने लगी। बीरपाल ने बताया कि उसकी पत्नी को गर्भ धारण किए केवल सात महीने 10 दिन हुए थे। उसके पास पहले एक लड़का और एक लड़की है। उसका लड़का मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं है।
नवजन्मा बच्चा मृत अवस्था में ही अस्पताल में पहुंचा था। महिला की डिलिवरी समय से पहले हुई है। मुलाना अस्पताल में पहुंचने पर महिला को उपचार दिया गया, जिसके बाद महिला और उसका परिवार बृहस्पतिवार को ही अस्पताल से चले गए थे।
डॉ. कुलदीप सिंह, एसएमओ, सीएचसी मुलाना।