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Ambala News: प्रॉपर्टी सर्वे करवा अधिकारियों ने खड़े किए हाथ, अब जनता परेशान

Amar Ujala Bureau अमर उजाला ब्यूरो
Updated Mon, 30 Jan 2023 07:30 AM IST
नगर निगम में लगे शिविर में प्रॉपर्टी आईडी ठीक करवाने का कार्य करते हुए लोग।
नगर निगम में लगे शिविर में प्रॉपर्टी आईडी ठीक करवाने का कार्य करते हुए लोग। - फोटो : Ambala
अंबाला सिटी। प्रॉपर्टी आईडी के लिए कराया सर्वे आमजन के लिए परेशानी का सबब बन गया है। नगर निगम के चक्कर काटने के बावजूद आमजन की प्रॉपर्टी आईडी की त्रुटियां ठीक नहीं हुई। हालात ये हैं कि प्रतिदिन सैकड़ों लोग इन त्रुटियों को ठीक कराने के लिए पहुंच रहे हैं। बावजूद इसके समस्या का हल नहीं निकल रहा।

मेयर और पार्षदों तक पहुंच रही शिकायतों के बाद अधिकारियों ने समस्या के निपटान के लिए तीन दिवसीय शिविर लगाने का निर्णय लिया। इसके लिए बाकायदा कई दिन पहले पत्र जारी कर सभी को सूचना दी थी। इसके बाद रविवार को भी नगर निगम में लोगों की भीड़ लग गई। सुबह से ही लोग अपने कागजात लेकर पहुंचे। परंतु वहां मौजूद कर्मचारी किसी न किसी दस्तावेज की कमी बताकर लोगों को वापस भेज रहे थे।

जनता की और बढ़ी परेशानी
यही कारण है कि पहले से परेशान चल रही जनता को और दिक्कत हुई। आमजन का भी कहना है कि वैसे तो सर्वे के दौरान ही सभी त्रुटियों को ठीक कर देना चाहिए था, परंतु शिविर से पहले यह सूची जारी करनी चाहिए थी कि किन दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ेगी। इससे कि आमजन को बार-बार नगर निगम के चक्कर न काटने पड़े।
अधिकारी बांट रहे आश्वासन
निगम के प्रशासनिक अधिकारी लंबे समय से विवादों के बीच चल रहे हैं। क्षेत्रवासी अपनी विभिन्न समस्याओं के लिए संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। परंतु प्रशासनिक अधिकारी आश्वासन देकर लौटा रहे हैं। नगर निगम की बिल्डिंग ब्रांच, एनडीसी ब्रांच और प्रॉपर्टी ब्रांच में आमजन को अपने निजी कार्यों के लिए प्रतिदिन अधिकारियों के समक्ष अपनी विभिन्न समस्याओं को रख रहे हैं, लेकिन अधिकारियों की ओर से मात्र आश्वासन देकर ही काम चलाया जा रहे हैं।
प्रॉपर्टी क्षेत्रफल के अधिक मामले
करीब दो वर्ष पहले हरियाणा सरकार ने नगर निगम से संबंधित प्रॉपर्टी सर्वे करने का कार्य एक याशिका कंपनी को दिया था। कंपनी ने पूरे हरियाणा का सर्वे तो किया है, मगर 90 फीसद से अधिक सर्वे में बड़ी खामियां निकलकर सामने आ रही हैं। ज्यादातर खामियां प्रॉपर्टी के मौजूदा क्षेत्रफल की दिखाई दे रही हैं।
गलत नामों के भी कई मामले
ज्यादातर में प्रॉपर्टी से संबंधित व्यक्ति के नाम की जगह पर किसी अन्य का नाम दर्ज किया गया है। जिस वजह से आमजन को अपने विभिन्न कार्य कराने के लिए भारी परेशानियों से जूझना पड़ रहे हैं। प्रॉपर्टी पर लोन लेने की बात की जाए या बिजली मीटर, पेयजल कनेक्शन और सीवरेज कनेक्शन लगाने के लिए प्रॉपर्टी टैक्स की रसीद और प्रॉपर्टी से संबंधित दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है।
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हल नहीं हो रही समस्याएं
प्रॉपर्टी दस्तावेजों में खामियां होने के कारण आमजन के कार्य अन्य विभागों में भी नहीं हो रहे हैं। क्षेत्रवासियों की प्रॉपर्टी का आकलन सही नहीं होने के कारण अन्य कार्यों में रुकावट बनी है। खामियां दुरुस्त कराने के लिए ज्यादातर अधिकारी लोगों के दस्तावेजों को मांग रहे हैं, लेकिन समस्याओं का समाधान हो रहा।
ऑनलाइन अपडेट होगा डाटा
बीते दो दिनों से नगर निगम कार्यालय में याशिका कंपनी की ओर से प्रॉपर्टी संबंधित दस्तावेजों में हो चुकी त्रुटियों को दुरुस्त करने के लिए कैंप लगाया जा रहा है। इसमें लोगों से दस्तावेज लिए जा रहे हैं। समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन भी दिया जा रहा है। हैरानी की बात है कि दो दिनों में एक भी दस्तावेज का स्थायी समाधान नहीं हुआ। कंपनी के कारिंदों की मानें तो दस्तावेजों को जल्द ही ऑनलाइन अपडेट कर दिया जाएगा।
प्रत्येक 10 वर्ष के बाद राज्य स्तरीय प्रॉपर्टी सर्वे मौजूदा सरकारों की देखरेख में निजी कंपनियों और एजेंसियों से कराया जाता है। 90 प्रतिशत से अधिक प्रॉपर्टी टैक्स और इससे जुड़े मामलों में खामियां हैं। इसके लिए बीते 27, 28 और 29 जनवरी को नगरनिगम कार्यालय में कैंप लगाया है। इसमें कंपनी के कर्मचारी दस्तावेजों में पाई जाने वाली त्रुटियों को दूर करने का दावा कर रहे हैं, मगर बीते दो दिनों में किसी समस्या का समाधान नहीं हो पाया। बहरहाल यह कर्मचारी लोगों के दस्तावेज एकत्रित करने पर लगे हैं। समस्या का समाधान कब और कैसे होगा इस बारे में संतुष्ट जवाब नहीं है।
-राजेश मेहता, डिप्टी मेयर, नगर निगम अंबाला।
निगम प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यशैली संवेदनहीन है। निगम के ज्यादातर अधिकारी आम जनता को विभिन्न प्रकार के दस्तावेजों में उलझा कर रख रहे हैं, जबकि पहले से दिए दस्तावेज ठीक थे। निगम कर्मचारी आम जनता को धक्के खाने पर मजबूर कर रहे हैं। बिल्डिंग ब्रांच में प्रतिदिन लोग अपने निजी कार्यों के लिए धक्के खाकर लौट रहे हैं।
-संदीप सचदेवा, मनोनीत पार्षद नगर निगम अंबाला।
अर्से से शहरवासी एनडीसी ब्रांच में धक्के खा रहे हैं। कोई भी अधिकारी सुनाई करने को तैयार नहीं। एनडीसी के मामले में लोग परेशान हैं। जबकि कुछ लोगों के कार्य आसानी से भी हो रहे हैं। इस कारण भ्रष्टाचार भी सामने आ रहा है। एनडीसी से रसूखदारों के काम आराम से कार्य हो रहे हैं, जबकि आम जनता को धक्के खाने पड़ रहे हैं। एनडीसी के लिए स्थानीय लोगों को भारी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। आमजन की समस्याओं को देखते हुए संबंधित उच्च विभागीय अधिकारियों को कार्रवाई संज्ञान में लेने की जरूरत है।
- मिथुन वर्मा, पार्षद नगर निगम अंबाला।
प्रॉपर्टी आईडी में त्रुटियों को ठीक करने के लिए पिछले काफी समय से निगम के चक्कर काट रहे हैं। परंतु भी तक स्थाई समाधान नहीं हुआ है। अब शिविर में भी दस्तावेज पकड़ा दिए है। कर्मचारियों का कहना है कि जल्द ही समस्या का समाधान हो जाएगा।
-पुनीत बंसल, मिलाप नगर, अंबाला सिटी।
गलती नगर निगम की है और परेशान हमें होना पड़ रहा है। इस कारण पता ही नहीं कितनी छुट्टियां काम से कर चुके हैं। परेशानी हो रही है। वह अलग है और जो नुकसान हो रहा है वह अलग है। इसकी भरपाई कौन करेगा।
-वरुण, मॉडल टाऊन, अंबाला सिटी।
निगम आए दिन नए नए नियम लागू करता रहता है। निगम के यह नियम हमारे लिए परेशानी बन गए हैं। अब जब निगम में लगाए गए शिविर में आए हैं तो यहां भी काम पूरा नहीं हुआ है। देखते हैं कब तक प्रॉपर्टी आईडी में समस्या ठीक होती है।
- मेहरबान, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, अंबाला सिटी।
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