बच्चे की मौत पर दोनों पक्षों से पूछताछ
अस्पताल कर्मी के बच्चे की मौत का मामला
डॉक्टर को जांच में शामिल होने के लिए बुलाया
संवाद न्यूज एजेंसी
अंबाला। छावनी नागरिक अस्पताल के प्रसूति विभाग स्टाफ पर लगे लापरवाही के आरोप मामले में शुक्रवार पीएमओ की ओर से गठित जांच कमेटी ने दोनों पक्षों को बुलाकर पूछताछ की। पीड़ित पक्ष लगाए आरोपों पर कायम रहा, वहीं स्टाफ ने आरोपों को नकारा। ऐसे में जांच कमेटी में मौजूद महिला रोग विशेषज्ञ और एसएमओ डॉ. रचना, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. गुरमीत, डॉ. कंसल ने दोनों की बात सुनने के बाद अब एक फरवरी का समय दिया है। उस दिन दोनों महिला ड्यूटी डॉक्टरों को बुलाया जाएगा और उनसे भी इस मामले की ओर से बातचीत की जाएगी, जिससे कि स्थिति स्पष्ट हो सके।
बता दें कि गांव कलरेहड़ी निवासी मुकुल कुमार ने बताया था कि वह अस्पताल में ही चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी है। 17 जनवरी की सुबह तीन बजकर 30 मिनट पर पत्नी आरती को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई थी। वह चार बजे छावनी नागरिक अस्पताल ले आया था। उस समय मौजूद स्टाफ न तो खुद सही तरह से उपचार किया और न ही महिला डॉक्टर को बुलाया। फाइल भी उच्च अधिकारियों को शिकायत करने के बाद बनी थी। ऐसे में स्टाफ की लापरवाही के उसके बच्चे की पत्नी के गर्भ में ही मौत हो गई थी। उसका आरोप था कि समय रहते उपचार मिल जाता तो बच्चा बच सकता था। अस्पताल स्टाफ के प्रति यह व्यवहार है तो दूसरों के संग कैसा होता होगा। परिजनों ने लापरवाही बरतने वाले स्टाफ पर कार्रवाई की मांग उठाई थी।