केबल ब्लास्ट होने से 104 गांवों की बिजली गुल
लार। क्षेत्र में बिजली की समस्या विकराल होती जा रही है। कभी फीडर तो कभी केबल ब्लास्ट हो रहा है। बुधवार को फीडर ब्लास्ट होने से 104 गांवों की बिजली 11 घंटे गुल रही तो बृहस्पतिवार की सुबह केबल ब्लास्ट कर गया। इससे पूरे दिन बिजली गुल रही।
लार विद्युत उपकेंद्र से लार कस्बा, रामनगर, रावतपार, भागलपुर, बरडीहा परशुराम, बरडीहा दलपत, पहेतियां, सजांव, मजीराव, रक्साभीखम, छपरा, गाहोडीला, कोहरा, बभनौली, भुडुसरी, सतोतर, नेमा, सहजौर, मझवलिया सहित 104 गांवों को आपूर्ति दी जाती है। बुधवार की सुबह तकरीबन दस बजे सप्लाई चालू थी। इस बीच तेज आवाज के साथ तीन नंबर फीडर ब्लास्ट कर गया। मौजूद लोग सहम गए। तभी भागलपुर नार्थ जाने वाला फीडर भी ब्लास्ट कर गया। इससे 104 गांवों की आपूर्ति ठप हो गई। करीब ग्यारह घंटे आपूर्ति बाधित रही। सूचना पर पहुंचे कर्मचारी ब्लास्ट फीडर को ठीक करने में जुट गए। रात नौ बजे आपूर्ति बहाल हुई तो लोगों ने राहत महसूस की। इसी बीच बृहस्पतिवार को नौ बजे पुन: फीडर ब्लास्ट कर गया। लोगों को दूसरे दिन भी दुश्वारियों का सामना करना पड़ा। घरों में लगे इन्वर्टर, फ्रिज, कूलर, वाशिंग मशीन बंद हो गई। लोग पानी के लिए परेशान दिखे। जेई राजकुमार ने बताया कि फीडर ब्लास्ट होने से आपूर्ति ठप थी। खराबी को ठीक किया जा रहा है। शाम तक आपूर्ति बहाल होने की संभावना है।
छत टपकने से आ रही खराबी, प्लास्टिक तानकर चल रहा काम
लार। नगर के विद्युत उपकेंद्र का भवन जर्जर हो गया है। बारिश में उपकेंद्र के अंदर तक पानी भर जाता है। इससे आपूर्ति सुचारु रूप से चलाने में दिक्कत होती है। विद्युत कर्मियों ने बताया कि दो दिनों से बारिश हो रही है। छत का पानी मशीनों पर टपक रहा है। इससे फीडर ब्लास्ट हो रहा है। किसी तरह मशीनों के ऊपर प्लास्टिक तानकर काम चलाया जा रहा है।
उपकेंद्र के भवन से पानी टपकने की समस्या लंबे समय से बनी है। प्रत्येक वर्ष बारिश में लोगों को आपूर्ति सही से नहीं मिल पाती है। यहां के जनप्रतिनिधियों को अपनी निधि से धन उपलब्ध करा भवन को ठीक करा देना चाहिए। -डॉ मनीष कुशवाहा
दो दिनों से आपूर्ति बाधित है। उमस भरी गर्मी में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जर्जर तार और खराबियों को जल्द ठीक करा देना चाहिए। -साहू ध्रुव कुमार गुप्ता
लार में बिजली की समस्या नासूर बन गई है। हर रोज फाल्ट, लोवोल्टेज, फीडर ब्लास्ट होना आम बात हो गई है। दिन का चैन और रात की नींद हमेशा खराब हो रही है। -चंद्र प्रकाश सिंह
पूरी रात जाग कर बिताने पर मजबूर हुए लोग
भटनी। झमाझम बारिश के चलते नगर समेत सौ गांवों की बिजली आपूर्ति बाधित रही। लोगों को उमस भरी गर्मी में जाग कर रात बितानी पड़ी। बृहस्पतिवार सुबह बारिश बंद होने पर विद्युत कर्मी फाल्ट ठीक कर आपूर्ति बहाल कराए। भटनी विद्युत उपकेंद्र से नगर, देहात, बैकुंठपुर, बलुआ अफगान और घांटी बाजार फीडर को विद्युत सप्लाई दी जाती है। बुधवार सुबह से हुई बरसात के चलते आपूर्ति दिन भर ठप रही। बारिश बंद होने पर बिजली मिली तो लोगों ने राहत की सांस ली। पुन: देर रात तेज हवा और झमाझम बारिश के कारण कई जगह पेड़ की डाली हाईटेंशन तार पर गिर गई। जिसके चलते विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई। बिजली आपूर्ति बंद होने से नगर समेत सौ गांवों के लोगों को पूरी रात जाग कर बितानी पड़ी। इसके अलावा पानी के लिए भी परेशान रहे। बृहस्पतिवार सुबह विद्युत कर्मी पेट्रोलिंग कर फाल्ट ढूंढ कर ठीक किए। अवर अभियंता गोरख प्रसाद गुप्त ने बताया कि बारिश के चलते फाल्ट ठीक नहीं होने के कारण समस्या आईं थी। दिक्कत दूर कर आपूर्ति बहाल कर दी गई है।
आपूर्ति बाधित होने पर एसएसओ को पीटा
लार/सुतावर। ब्रेक डाउन के दौरान युवकों के कहने पर आपूर्ति बहाल नहीं करने पर खेमादेई उपकेंद्र के एसएसओ को युवकों ने पीट दिया। पीड़ित ने मारपीट, अपशब्दों का प्रयोग करने व अभिलेख फाड़ने का आरोप लगाया है।
मऊ जिले के फिरोजपुर गांव निवासी अमित कुमार खेमादेई विद्युत उपकेंद्र पर एसएसओ हैं। उनका आरोप है कि बुधवार की रात करीब नौ बजे बारिश हो रही थी। कौसड़ मानिकपुर लाइन में ब्रेक डाउन हो गया था। बिजली होल्ड नहीं हो पा रही थी। खराबी को ठीक करने के लिए शटडाउन देकर लाइनमैन को भेजा था। इसी बीच तीन लोग आए और आपूर्ति बंद होने का कारण पूछने लगे। खराबी होने की बात कही गई। यह सुन वह नाराज हो गए और पिटाई करते हुए अपशब्दों का प्रयोग करने लगे। सहायक उपेंद्र कुमार शर्मा ने विरोध किया तो उनकी भी पिटाई कर दी गई। मेज पर रखा सरकारी अभिलेख और लॉग शीट को फाड़ दिया। पीड़ित ने घटना की शिकायत पुलिस से की है। प्रभारी निरीक्षक नवीन सिंह ने बताया कि तहरीर मिलेगी तो कार्रवाई की जाएगी।
लटक रहे बिजली के तार
सलेमपुर। नगर के भठवां धरमपुर वार्ड में बिजली के तार लटक रहे हैं। अस्पताल से वार्ड में जाने वाली सड़क के ऊपर से तार नीचे लटक रहे हैं। लोगों को बिजली के तार से स्पर्श होने का भय सता रहा है। बावजूद जिम्मेदार मौन हैं। जर्जर ढीले होकर नीचे लटक रहे तार से बड़े हादसे का भय लोगों को सता रहा है। पूर्व चेयरमैन सुधाकर गुप्त व डॉ. धर्मेंद्र पांडेय ने कहा कि बरसात में कोई छाता तानकर गया तो तार के स्पर्श होने का डर बना रहता है, लेकिन जिम्मेदार जर्जर व ढीले तार ठीक नहीं करा रहे हैं। इससे जहां आपूर्ति प्रभावित हो रही है, वहीं हादसे का खतरा बना हुआ है। अवर अभियंता राम अशीष ने बताया कि समय समय पर तार टाइट किए जाते हैं। तार यदि ज्यादे नीचे होगा तो टाइट करा दिया जाएगा।
धू-धू कर जला ट्रांसफार्मर, अंधेरे में गांव
बरहज। क्षेत्र के बरांव गांव में लगा 63 केवीए का ट्रांसफार्मर दो दिन पूर्व धू-धू कर जल गया, जिससे गांव की आधी आबादी अंधेरे में है। विद्युत निगम द्वारा ट्रांसफार्मर न बदले जाने को लेकर लोगों में रोष है।
विद्युुत निगम की ओर से बरांव गांव में आपूर्ति बहाल कराने को लेकर 63 केवीए का ट्रांसफार्मर लगाया गया है। गांव के सतीश पांडेय, प्रवीण पांडेय, प्रदीप पांडेय, गिरधारी गुप्त, कपूर चंद मद्धेशिया आदि का कहना है कि दो दिन पूर्व ट्रांसफार्मर तेज आवाज के साथ जल गया। सूचना पर कर्मचारियों ने ठीक करने का प्रयास किया गया, लेकिन ट्रांसफार्मर जल जाने के कारण आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी। लोगों का कहना है कि इसकी शिकायत बरहज एसडीओ रोहित पांडेय और जेई उमेश कुमार से की गई है। लोगों का कहना है कि ट्रांसफार्मर जल जाने के कारण उमस भरे मौसम में दिन तो दिन, रात काटना मुश्किल हो जा रहा है। बरसात के कारण अंधेरे में विषैले जीव-जंतुओं का डर बना हुआ है। जबकि लोगों के घरों के इलेक्ट्रानिक उपकरण बैठ गए हैं। मोबाइल आदि चार्ज कराने के लिए आसपास के गांवों में जाना मजबूरी हो गया है। सरकार द्वारा 24 घंटे में ट्रांसफार्मर बदलने की कवायद कर रही है। वहीं कर्मचारी सरकार के मंसूबे पर पानी फेर रहे हैं। एसडीओ रोहित पांडेय ने बताया कि मामला संज्ञान में है। जल्द ही ट्रांसफार्मर बदलवा दिया जाएगा।