गुरुवार को शिक्षा मंत्रालय रमेश पोखरियाल निशंक, सीबीएसई के विद्यार्थियों और अभिभावकों के साथ बैठक कर रहे थे। इसी दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक इस वर्चुअल बैठक में शामिल हो गए। उन्होंने कक्षा 12वीं के छात्रों और अभिभावकों के साथ परीक्षा के स्थगन और उसके असर पर चर्चा की। बता दें कि यह बैठक 3 जून को दोपहर में आयोजित की गई थी।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को उच्च स्तरीय बैठक में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से प्राप्त प्रस्तावों पर चर्चा करने के बाद कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने का निर्णय लिया था। इसके बाद से ही देश के कोने-कोने से मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी। कई छात्र और उनके अभिभावक कक्षा बारहवीं के परिणाम और विश्वविद्यालय में दाखिले को लेकर चिंतित थे। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मीटिंग में आकर अभिभावकों और छात्रों से बात की और उनके सवालों के जवाब भी दिए।
वर्चुअल मीटिंग के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि कक्षा बारहवीं के छात्र हमेशा अपने भविष्य के बारे में सोचते रहते हैं। 1 जून तक भी आप सभी परीक्षा की तैयारियों में जुटे होंगे। इस पर एक छात्रा ने जवाब दिया कि सर, आपने ही कहा था कि परीक्षाओं को त्योहारों की तरह मनाना चाहिए। इसलिए हमें परीक्षा का कोई डर नहीं था।
बैठक के दौरान हिमाचल प्रदेश की एक छात्रा ने बारहवीं बोर्ड परीक्षा रद्द करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काे धन्यवाद दिया। वहीं पीएम ने छात्रों के साथ बातचीत करते हुए उन्हें भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने पर एक निबंध लिखने और शोध करने के लिए कहा है।
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गुरुवार को शिक्षा मंत्रालय रमेश पोखरियाल निशंक, सीबीएसई के विद्यार्थियों और अभिभावकों के साथ बैठक कर रहे थे। इसी दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक इस वर्चुअल बैठक में शामिल हो गए। उन्होंने कक्षा 12वीं के छात्रों और अभिभावकों के साथ परीक्षा के स्थगन और उसके असर पर चर्चा की। बता दें कि यह बैठक 3 जून को दोपहर में आयोजित की गई थी।