JEE Advanced 2023 Exam: देश की सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस्ड रविवार को संपन्न हुई। इस वर्ष आईआईटी गुवाहाटी की ओर से परीक्षा का आयोजन किया गया है। परीक्षा दो चरणों में सुबह 9 से 12 बजे और दोपहर ढाई से शाम साढ़े पांच बजे तक हुई।
JEE Advanced 2023 Paper Analysis: देश की सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस्ड रविवार को संपन्न हुई। इस वर्ष आईआईटी गुवाहाटी की ओर से परीक्षा का आयोजन किया गया है। परीक्षा दो चरणों में सुबह 9 से 12 बजे और दोपहर ढाई से शाम साढ़े पांच बजे तक हुई।
कोटा के एक प्रतिष्ठित कोचिंग इंस्टीट्यूट के चैयरमेन डॉ. बृजेश माहेश्वरी ने बताया कि दोनों पेपर 180-180 अंक के रहे। यानी पूरा पेपर कुल 360 अंकों का रहा। विद्यार्थियों द्वारा मिले फीडबैक के अनुसार पेपर 1 और पेपर 2 का कठिनाई लेवल लगभग एक जैसा रहा। यानी दोनों पेपर कठिन रहे। हालांकि कुछ विद्यार्थियों को पेपर 1 को सॉल्व करने में ज्यादा परेशानी हुई। प्रत्येक पेपर में चार सेक्शन रहे।
फिजिक्स पिछले साल की तुलना में ज्यादा आसान थी। मैथेमेटिक्स का पेपर पिछले वर्ष की तरह ही लंबा एवं कठिन रहा। जबकि कमेस्ट्री का पेपर पिछले वर्ष जैसा रहा। जिस विद्यार्थी ने अलग-अलग डिफकल्टी लेवल के पेपरों को सॉल्व करने का अभ्यास किया होगा एवं सालभर एडवांस की तैयारी की होगी, उन विद्यार्थियों के लिए पेपर हल करना थोड़ा आसान रहा होगा।
नए टॉपिक्स का सही समावेश रहा। मैथ्स में सॉल्युशन ऑफ ट्राइएंगल सिलेबस से हटा दिया गया था, लेकिन, फिर भी कॉम्प्रिहेन्शन बनाकर दो प्रश्न पूछे गए। ऑर्गेनिक कमेस्ट्री का वेटेज थोड़ा ज्यादा रहा एवं ऑर्गेनिक कमेस्ट्री में कमेस्ट्री इन एवरी डे लाइफ से प्रश्न पूछे गए। जोकि इसी वर्ष जेईई एडवांस्ड के सिलेबस में जोड़ा गया है। विद्यार्थियों को उनकी रिकॉर्डेड रेस्पॉन्स शीट 9 जून को शाम 5 बजे जारी की जाएगी। इसके बाद प्रोविजनल आंसर की 11 जून को सुबह 10 बजे जारी होगी। जिस पर विद्यार्थी 12 जून को शाम 5 बजे तक आपत्ति दर्ज करा सकेंगे। इसके बाद 18 जून को फाइनल आंसर की के साथ जेईई एडवांस्ड का रिजल्ट जारी होगा।
फिजिक्स
ओवरऑल फिजिक्स में पेपर 1 और पेपर 2 का डिफकल्टी लेवल मध्यम रहा। इस वर्ष जेईई एडवांस्ड के सिलेबस में जोड़े गए नए टॉपिक्स जैसे पॉलोराइजेशन, ईएम वेव्ज पर भी प्रश्न पूछे गए। पिछले साल जेईई एडवांस्ड में पूछे गए फ्लुइड डाइनेमिक्स के प्रश्न जैसा एक प्रश्न इस साल भी पूछा गया।
कमेस्ट्री
ओवरऑल कमेस्ट्री का पेपर मध्यम से कठिन रहा। दोनों पेपर में लगभग सभी टॉपिक्स को कवर किया गया। ऑर्गेनिक कमेस्ट्री का वेटेज थोड़ा ज्यादा रहा एवं ऑर्गेनिक कमेस्ट्री में कमेस्ट्री इन एवरी डे लाइफ से प्रश्न पूछे गए। जोकि इसी वर्ष जेईई एडवांस्ड के सिलेबस में जोड़ा गया है। इनऑर्गेनिक कमेस्ट्री में लगभग सभी मुख्य टॉपिक्स से प्रश्न पूछे गए। फिजिकल कमेस्ट्री में न्यूमेरिकल सेक्शन में अच्छे सवाल पूछे गए।
मैथमैटिक्स
मैथमैटिक्स का पेपर 1 कठिन एवं लेन्दी रहा। जबकि पेपर 2 मध्यम स्तरीय एवं लेन्दी रहा। दोनों पेपर में फंक्शंस, मेट्रिसेस, परम्युटेशन एंड कॉम्बिनेशन, कॉनिक सेक्शन, प्रोबेबिलिटी एंड स्टेटिक्स, कॉम्पलेक्स नंबर्स, वेक्टर एंड 3-डी ज्योमेट्री से प्रश्न पूछे गए। कैलकुलस के प्रश्नों की संख्या पिछले सालों की तुलना में कम रही। सॉल्युशन ऑफ ट्राइएंगल सिलेबस से हटा दिया गया था लेकिन फिर भी कॉम्प्रिहेन्शन बनाकर दो प्रश्न पूछे गए।
ये रही मार्किंग स्कीम
पेपर-1
पूरा पेपर कुल 180 अंकों का था। कुल प्रश्नों की संख्या 51 रही। यानी तीनों विषयों फिजिक्स, कमेस्ट्री और मैथमैटिक्स में 17-17 प्रश्न विभाजित कर दिए गए थे। पेपर 1 में चार सिंगल करेक्ट पूछे गए थे। जिसमें सही जवाब देने पर तीन अंक एवं गलत जवाब देने पर माइनस एक अंक का प्रावधान था। तीन मल्टीपल करेक्ट प्रश्न आए। जिसमें सही जवाब देने पर चार अंक एवं गलत जवाब देने पर माइनस दो अंक का प्रावधान था। न्यूमेरिकल एवं इंटीजर टाइप के कुल छह प्रश्न आए। इसमें सही जवाब देने पर चार अंक मिलेंगे जबकि गलत जवाब देने पर माइनस मार्किंग नहीं थी। मैच द कॉलम के चार प्रश्न आए। जो कि एक तरह से सिंगल करेक्ट प्रश्नों की तरह होता है। इसमें सही जवाब देने पर विद्यार्थी को तीन अंक मिलेंगे जबकि गलत जवाब देने पर माइनस एक अंक का प्रावधान है। पेपर 2
पेपर 2 भी कुल 180 अंकों का रहा एवं कुल 51 प्रश्न पूछे गए। जिन्हें 17-17 प्रश्नों के आधार पर तीनों विषयों में विभाजित किया गया था। इसमें चार सिंगल करेक्ट प्रश्न थे। सही जवाब पर तीन अंक एवं गलत पर माइनस एक अंक का प्रावधान था। तीन मल्टी करेक्ट प्रश्न पूछे गए थे। जिसमें सही आंसर पर चार अंक एवं गलत आंसर पर माइनस दो अंक का प्रावधान था। दो पैराग्राफ भी आए थे एवं प्रत्येक पैराग्राफ से दो-दो प्रश्न पूछे गए। सही आंसर पर तीन अंक मिलेंगे, जबकि गलत आंसर पर माइनस मार्किंग का कोई प्रावधान नहीं था। इसी प्रकार छह नॉन नेगेटिव इंटीजर टाइप प्रश्न पूछे गए थे। जिसमें सही आंसर पर चार अंक मिलेंगे जबकि गलत आंसर पर माइनस मार्किंग का कोई प्रावधान नहीं था।
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