नई दिल्ली। गुरु गोबिंद सिंह इन्द्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (आईपीयू) में इस बार सेमेस्टर परीक्षाएं ऑनलाइन कैमरे की निगरानी में होंगी। छात्रों पर नजर रखने के लिए विवि प्रशासन ने पहली बार प्रॉक्टर्ड परीक्षा आयोजित करने का फैसला किया है। इस मोड में परीक्षाओं की शुरुआत 18 जनवरी से होगी। इसके लिए बाहरी एजेंसी की मदद ली जा रही है। परीक्षा शुरू होने से पहले प्रैक्टिस के लिए मॉक टेस्ट भी आयोजित किए जाएंगे।
आईपीयू में पहलेे ऑफलाइन परीक्षाएं होनी थी लेकिन कोविड-19 के कारण प्रशासन ने ऑनलाइन ही परीक्षाएं कराने का फैसला किया। छात्र कहीं से भी बैठकर परीक्षा दे सकेंगे। बस शिक्षकों की उन पर ऑनलाइन माध्यम से नजर रहेगी। वहीं जिन छात्रों के पास कंप्यूटर और लैपटॉप की सुविधा नहीं है, उनके लिए कैंपस व कॉलेज में परीक्षा देने की व्यवस्था की जाएगी।
इस परीक्षा में यूजी-पीजी के लगभग 75 हजार छात्र बैठेंगे। इनमें पांच हजार से अधिक ऐसे छात्र भी शामिल हैं जो कि कोविड-19 के कारण या अन्य किसी कारण से परीक्षा में नहीं बैठ सके थे। ये परीक्षा दो घंटे की होगी और उत्तर पुस्तिका अपलोड करने के लिए उन्हें आधा घंटा दिया जाएगा। परीक्षा से संबंधित दिशा-निर्देश जल्द ही जारी होंगे। वहीं बुधवार से ऑनलाइन प्रैक्टिकल शुरू हो गए।
क्या होती है प्रॉक्टर्ड परीक्षा
इस परीक्षा में छात्र जिस कंप्यूटर या लैपटॉप के माध्यम से परीक्षा दे रहा होगा, उसका सिस्टम प्रॉक्टोरिंग सॉफ्टवेयर से जुड़ जाएगा। इस तरह वह सीधे तौर पर शिक्षक की जद में आ जाएगा। सॉफ्टवेयर पर लगे कैमरे से शिक्षक उस पर ऑनलाइन निगरानी करते रहेंगे।
नई दिल्ली। गुरु गोबिंद सिंह इन्द्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (आईपीयू) में इस बार सेमेस्टर परीक्षाएं ऑनलाइन कैमरे की निगरानी में होंगी। छात्रों पर नजर रखने के लिए विवि प्रशासन ने पहली बार प्रॉक्टर्ड परीक्षा आयोजित करने का फैसला किया है। इस मोड में परीक्षाओं की शुरुआत 18 जनवरी से होगी। इसके लिए बाहरी एजेंसी की मदद ली जा रही है। परीक्षा शुरू होने से पहले प्रैक्टिस के लिए मॉक टेस्ट भी आयोजित किए जाएंगे।
आईपीयू में पहलेे ऑफलाइन परीक्षाएं होनी थी लेकिन कोविड-19 के कारण प्रशासन ने ऑनलाइन ही परीक्षाएं कराने का फैसला किया। छात्र कहीं से भी बैठकर परीक्षा दे सकेंगे। बस शिक्षकों की उन पर ऑनलाइन माध्यम से नजर रहेगी। वहीं जिन छात्रों के पास कंप्यूटर और लैपटॉप की सुविधा नहीं है, उनके लिए कैंपस व कॉलेज में परीक्षा देने की व्यवस्था की जाएगी।
इस परीक्षा में यूजी-पीजी के लगभग 75 हजार छात्र बैठेंगे। इनमें पांच हजार से अधिक ऐसे छात्र भी शामिल हैं जो कि कोविड-19 के कारण या अन्य किसी कारण से परीक्षा में नहीं बैठ सके थे। ये परीक्षा दो घंटे की होगी और उत्तर पुस्तिका अपलोड करने के लिए उन्हें आधा घंटा दिया जाएगा। परीक्षा से संबंधित दिशा-निर्देश जल्द ही जारी होंगे। वहीं बुधवार से ऑनलाइन प्रैक्टिकल शुरू हो गए।
क्या होती है प्रॉक्टर्ड परीक्षा
इस परीक्षा में छात्र जिस कंप्यूटर या लैपटॉप के माध्यम से परीक्षा दे रहा होगा, उसका सिस्टम प्रॉक्टोरिंग सॉफ्टवेयर से जुड़ जाएगा। इस तरह वह सीधे तौर पर शिक्षक की जद में आ जाएगा। सॉफ्टवेयर पर लगे कैमरे से शिक्षक उस पर ऑनलाइन निगरानी करते रहेंगे।