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नई दिल्ली। आदेश के बावजूद तीनों नगर निगमों का बजट एक समान नहीं होने पर दिल्ली प्रदेश भाजपा ने नाराजगी जताई है। प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने तीनों नगर निगम की मेयर, स्थाई समिति के अध्यक्ष और सदन के नेताओं को तलब कर फटकार लगाई है। इतना ही नहीं, उन्हें बजट को लोक लुभावना बनाने का आदेश दिया। इससे दक्षिणी नगर निगम के बजट को अंतिम रूप देने की तिथि बढ़ा दी गई है।
सिविक सेंटर में आयोजित बैठक में गुप्ता ने कहा कि तीनों निगम का बजट एक समान करने का आदेश दिया गया था मगर इस पर अमल नहीं किया गया। उन्होंने नेताओं को निर्देश दिया कि उनका बजट ऐसा होना चाहिए जिससे लोगों में अच्छा संदेश जाए। इसके अलावा इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा में भाजपा की जीत में रोड़ा न बने। इस पर तीनों निगम के नेता नए सिरे से बजट प्रस्ताव तैयार करने में जुट गए हैं। दक्षिणी नगर निगम ने अपने बजट को अंतिम रूप देने की समय अवधि बढ़ा दी है। बजट को 31 जनवरी को हरी झंडी दी जानी थी लेकिन अब एक फरवरी को प्रस्ताव पारित किए जाएंगे। सदन के नेता सुभाष आर्य कुछ नए प्रस्ताव तैयार करने में लगे हैं। उधर, उत्तरी और पूर्वी निगम में सदन के नेता भी बजट प्रस्तावों को नए सिरे से तैयार करने में जुट गए है। इन दोनों निगम का बजट फरवरी के दूसरे सप्ताह में पारित किया जाएगा।
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पूर्वी नगर निगम के बजट पर चर्चा शुरू
नई दिल्ली। पूर्वी नगर निगम के बजट पर सदन में चर्चा शुरू हुई। सदन में मंगलवार को केवल विपक्षी नेता वरियाम कौर का भाषण हुआ। उन्होंने भाजपा पर चौतरफा हमला करते हुए उसे हर मोर्चे पर विफल करार दिया। उसके पार्षदों की करनी और कथनी में भारी अंतर होने का आरोप लगाया। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि भाजपा पार्षदों का अधिकारियों पर कोई अंकुश नहीं है। उन्होंने बजट प्रस्तावों को चुनाव के मद्देनजर जनता को गुमराह करने वाला बताया। उन्होंने कहा कि समिति अध्यक्ष ने विधानसभा चुनाव को देखते हुए आंकड़ों की जादूगरी दिखते हुए बजट राशि में बढ़ोतरी कर दी जबकि वास्तविकता उससे कोसों दूर है। उन्होंने यह नहीं बताया कि योजनाएं कब तक पूरी होंगी और उन्हें पूरा करने के लिए राशि कहां से आएगी।
नई दिल्ली। आदेश के बावजूद तीनों नगर निगमों का बजट एक समान नहीं होने पर दिल्ली प्रदेश भाजपा ने नाराजगी जताई है। प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने तीनों नगर निगम की मेयर, स्थाई समिति के अध्यक्ष और सदन के नेताओं को तलब कर फटकार लगाई है। इतना ही नहीं, उन्हें बजट को लोक लुभावना बनाने का आदेश दिया। इससे दक्षिणी नगर निगम के बजट को अंतिम रूप देने की तिथि बढ़ा दी गई है।
सिविक सेंटर में आयोजित बैठक में गुप्ता ने कहा कि तीनों निगम का बजट एक समान करने का आदेश दिया गया था मगर इस पर अमल नहीं किया गया। उन्होंने नेताओं को निर्देश दिया कि उनका बजट ऐसा होना चाहिए जिससे लोगों में अच्छा संदेश जाए। इसके अलावा इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा में भाजपा की जीत में रोड़ा न बने। इस पर तीनों निगम के नेता नए सिरे से बजट प्रस्ताव तैयार करने में जुट गए हैं। दक्षिणी नगर निगम ने अपने बजट को अंतिम रूप देने की समय अवधि बढ़ा दी है। बजट को 31 जनवरी को हरी झंडी दी जानी थी लेकिन अब एक फरवरी को प्रस्ताव पारित किए जाएंगे। सदन के नेता सुभाष आर्य कुछ नए प्रस्ताव तैयार करने में लगे हैं। उधर, उत्तरी और पूर्वी निगम में सदन के नेता भी बजट प्रस्तावों को नए सिरे से तैयार करने में जुट गए है। इन दोनों निगम का बजट फरवरी के दूसरे सप्ताह में पारित किया जाएगा।
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पूर्वी नगर निगम के बजट पर चर्चा शुरू
नई दिल्ली। पूर्वी नगर निगम के बजट पर सदन में चर्चा शुरू हुई। सदन में मंगलवार को केवल विपक्षी नेता वरियाम कौर का भाषण हुआ। उन्होंने भाजपा पर चौतरफा हमला करते हुए उसे हर मोर्चे पर विफल करार दिया। उसके पार्षदों की करनी और कथनी में भारी अंतर होने का आरोप लगाया। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि भाजपा पार्षदों का अधिकारियों पर कोई अंकुश नहीं है। उन्होंने बजट प्रस्तावों को चुनाव के मद्देनजर जनता को गुमराह करने वाला बताया। उन्होंने कहा कि समिति अध्यक्ष ने विधानसभा चुनाव को देखते हुए आंकड़ों की जादूगरी दिखते हुए बजट राशि में बढ़ोतरी कर दी जबकि वास्तविकता उससे कोसों दूर है। उन्होंने यह नहीं बताया कि योजनाएं कब तक पूरी होंगी और उन्हें पूरा करने के लिए राशि कहां से आएगी।