नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2013-14 से लागू होने जा रहे चार वर्षीय डिग्री प्रोग्राम में पढ़ाई के साथ सांस्कृतिक गतिविधियों समेत एनसीसी, एनएसएस व खेल भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। एकेडमिक काउंसिल से हरी झंडी मिलने के बाद डीयू प्रशासन ने इस प्रोग्राम का ढांचा जारी कर दिया है। प्रोग्राम में तीसरे से आठवें सेमेस्टर तक छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियों समेत एनसीसी, एनएसएस और खेलों में हिस्सा लेना जरूरी होगा। हफ्ते में इसके लिए दो पीरियड होंगे।
इस प्रोग्राम में न केवल गतिविधियां अहम होंगी, बल्कि रिसर्च और प्रोजेक्ट भी अहम होंगे। आठ सेमेस्टर के इस प्रोग्राम में फाउंडेशन कोर्सेज के रूप में 11 कोर्सेज की पढ़ाई करनी होगी। पहले सेमेस्टर में चार फाउंडेशन पेपर, दो डिसिप्लिनरी (1) और एक पेपर इंटीग्रेटिंग माइंड बॉडी एंड हर्ट का पढ़ना होगा। इसी तरह से दूसरे सेमेस्टर में तीन फाउंडेशन पेपर, 2 पेपर डिसिप्लिनरी (1) और एक-एक पेपर एप्लायड और इंटीग्रेटिंग माइंड बॉडी व हर्ट का होगा। तीसरे सेमेस्टर तक आते-आते फाउंडेशन पेपर दो रह जाएंगे। इसमें डिसिप्लिनरी(1) के दो पेपर, डिसिप्लिनरी(2) का एक पेपर और एक एप्लायड व एक सांस्कृतिक गतिविधि का होगा। तीसरे सेमेस्टर से छात्रों की पढ़ाई में डिसिप्लिनरी पेपर(2) और सांस्कृतिक गतिविधियों की पढ़ाई शामिल हो जाएगी। हफ्ते में पांच पीरियड फाउंडेशन कोर्सेज (लैंग्वेज लिटरेचर एंड क्रिएटिविटी(1) में हिंदी, संस्कृत, परशियन, अरेबिक के होंगे, जिसमें से चार लेक्चर और एक प्रजेंटेशन शामिल होगा। अन्य फाउंडेशन पेपर के लिए तीन पीरियड प्रत्येक सप्ताह होंगे, जिसमें दो लेक्चर और एक स्टूडेंट प्रजेंटेंशन शामिल होगा।
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ये हैं फाउंडेशन कोर्सेज
लैंग्वेज लिटरेचर एंड क्रिएटिविटी-1(हिंदी)
लैंग्वेज, लिटरेचर एंड क्रिएटिविटी-2(इंग्लिश)
इंर्फोमेशन टेक्नोलॉजी
बिजनेस, इंटरप्रिनयोरशिप एंड मैनेजमेंट
गर्वनेंस एंड सिटीजनशिप
साइकोलॉजी, कम्यूनिकेशन व लाइफ स्किल
जियोग्राफिक एंड सोशियो इकनोमिक डाइवरसिटी
साइंस एंड लाइफ
हिस्ट्री, कल्चरल एंड सिविलाइजेशन
बिल्डिंग मैथमेटिकल एबिलिटी
पर्यावरण व पब्लिक हेल्थ
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नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2013-14 से लागू होने जा रहे चार वर्षीय डिग्री प्रोग्राम में पढ़ाई के साथ सांस्कृतिक गतिविधियों समेत एनसीसी, एनएसएस व खेल भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। एकेडमिक काउंसिल से हरी झंडी मिलने के बाद डीयू प्रशासन ने इस प्रोग्राम का ढांचा जारी कर दिया है। प्रोग्राम में तीसरे से आठवें सेमेस्टर तक छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियों समेत एनसीसी, एनएसएस और खेलों में हिस्सा लेना जरूरी होगा। हफ्ते में इसके लिए दो पीरियड होंगे।
इस प्रोग्राम में न केवल गतिविधियां अहम होंगी, बल्कि रिसर्च और प्रोजेक्ट भी अहम होंगे। आठ सेमेस्टर के इस प्रोग्राम में फाउंडेशन कोर्सेज के रूप में 11 कोर्सेज की पढ़ाई करनी होगी। पहले सेमेस्टर में चार फाउंडेशन पेपर, दो डिसिप्लिनरी (1) और एक पेपर इंटीग्रेटिंग माइंड बॉडी एंड हर्ट का पढ़ना होगा। इसी तरह से दूसरे सेमेस्टर में तीन फाउंडेशन पेपर, 2 पेपर डिसिप्लिनरी (1) और एक-एक पेपर एप्लायड और इंटीग्रेटिंग माइंड बॉडी व हर्ट का होगा। तीसरे सेमेस्टर तक आते-आते फाउंडेशन पेपर दो रह जाएंगे। इसमें डिसिप्लिनरी(1) के दो पेपर, डिसिप्लिनरी(2) का एक पेपर और एक एप्लायड व एक सांस्कृतिक गतिविधि का होगा। तीसरे सेमेस्टर से छात्रों की पढ़ाई में डिसिप्लिनरी पेपर(2) और सांस्कृतिक गतिविधियों की पढ़ाई शामिल हो जाएगी। हफ्ते में पांच पीरियड फाउंडेशन कोर्सेज (लैंग्वेज लिटरेचर एंड क्रिएटिविटी(1) में हिंदी, संस्कृत, परशियन, अरेबिक के होंगे, जिसमें से चार लेक्चर और एक प्रजेंटेशन शामिल होगा। अन्य फाउंडेशन पेपर के लिए तीन पीरियड प्रत्येक सप्ताह होंगे, जिसमें दो लेक्चर और एक स्टूडेंट प्रजेंटेंशन शामिल होगा।
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ये हैं फाउंडेशन कोर्सेज
लैंग्वेज लिटरेचर एंड क्रिएटिविटी-1(हिंदी)
लैंग्वेज, लिटरेचर एंड क्रिएटिविटी-2(इंग्लिश)
इंर्फोमेशन टेक्नोलॉजी
बिजनेस, इंटरप्रिनयोरशिप एंड मैनेजमेंट
गर्वनेंस एंड सिटीजनशिप
साइकोलॉजी, कम्यूनिकेशन व लाइफ स्किल
जियोग्राफिक एंड सोशियो इकनोमिक डाइवरसिटी
साइंस एंड लाइफ
हिस्ट्री, कल्चरल एंड सिविलाइजेशन
बिल्डिंग मैथमेटिकल एबिलिटी
पर्यावरण व पब्लिक हेल्थ
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