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नई दिल्ली। बस चार महीने इंतजार। नोएडा, फरीदाबाद से ओखला की दूरी कम हो जाएगी। एक दो नहीं, पूरे आठ किलोमीटर। वाया सरिता विहार अंडरपास आप नोएडा-ओखला के बीच सफर कर सकेंगे। खास बात यह कि वाहनों का दबाव कम होने से मथुरा रोड पर भी आवाजाही आसान होगी।
दरअसल मथुरा रोड स्थित सरिता विहार फ्लाईओवर पर अंडरपास व क्लोवरलीफ बनाने की दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की योजना थी। प्रोजेक्ट रेलवे के साथ मिलकर पूरा करना था। दिल्ली-मुंबई रेलवे लाइन के नीचे रेलवे को काम करना था, वहीं बाकी प्रोजेक्ट डीडीए के जिम्मे था। डीडीए ने 2008 में काम भी श्ुारू किया था, लेकिन तकनीकी अड़चनों, मॉडल में बदलाव व जल बोर्ड, बीएसईएस आदि की सेवाएं शिफ्ट करने की वजह से प्रोजेक्ट में देरी हुई। डीडीए की प्रवक्ता नीमोधर के मुताबिक प्रोजेक्ट का 75 फीसदी से ज्यादा काम पूरा है। अगले चार महीनों में वाहनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी। इससे लोगों को करीब 8 किलोमीटर का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। अंडरपास से होकर अपनी मंजिल पर पहुंचना और आसान हो जाएगा।
मौजूदा रास्ता
फिलहाल नोएडा से ओखला जाने के लिए वाया कालिंदी कुंज सरिता विहार के आगे से पहले बाएं मुड़ना पड़ता है। फिर यू-टर्न लेकर मथुरा रोड होते हुए मोदी मिल फ्लाईओवर पर वाहन पहुंचते हैं। बांये कालकाजी होकर ओखला की तरफ जाना होता है। इस घुमावदार सफर में करीब आठ किलोमीटर का लंबा रास्ता तय करना पड़ता है।
कुछ ऐसा होगा सफर
जून से करीब 26 मीटर चौड़ा व 1,090 मीटर लंबे अंडरपास से आप सीधा सफर कर सकेंगे। फिर अगर आपको ओखला से फरीदाबाद जाना है तो क्लोवरलीफ अंडरपास तक पहुंचाने का रास्ता आसान करेगी। वहीं आश्रम से ओखला जाने के लिए भी क्लोवर लीफ बनाई जा रही है। इसके अलावा नोएडा से आश्रम जाने के लिए अंडरपास के ऊपर से सरफेस रोड बनाई जा रही है। साथ ही बाएं मुड़ने के लिए चारों तरफ होगी सर्विस रोड। जबकि फरीदाबाद से नोएडा जाने के लिए पहले ही क्लोवरलीफ चालू है।
नोएडा-फरीदाबाद को फायदा
सबसे ज्यादा फायदा नोएडा व फरीदाबाद से ओखला औद्योगिक क्षेत्र के बीच रोजाना सफर करने वाले लोगों को होगा। अंडरपास तैयार होने से दूरी करीब 8 किलोमीटर कम हो जाएगी। एक घंटे की जगह बमुश्किल दस मिनट में। यही नहीं, सरिता विहार फ्लाईओवर से मोदी मिल फ्लाईओवर के बीच मथुरा रोड पर वाहनों का दबाव कम होगा। इसके अलावा क्लोवरलीफ के जरिए वाहन चालक दाईं तरफ मुड़ सकेंगे।
नई दिल्ली। बस चार महीने इंतजार। नोएडा, फरीदाबाद से ओखला की दूरी कम हो जाएगी। एक दो नहीं, पूरे आठ किलोमीटर। वाया सरिता विहार अंडरपास आप नोएडा-ओखला के बीच सफर कर सकेंगे। खास बात यह कि वाहनों का दबाव कम होने से मथुरा रोड पर भी आवाजाही आसान होगी।
दरअसल मथुरा रोड स्थित सरिता विहार फ्लाईओवर पर अंडरपास व क्लोवरलीफ बनाने की दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की योजना थी। प्रोजेक्ट रेलवे के साथ मिलकर पूरा करना था। दिल्ली-मुंबई रेलवे लाइन के नीचे रेलवे को काम करना था, वहीं बाकी प्रोजेक्ट डीडीए के जिम्मे था। डीडीए ने 2008 में काम भी श्ुारू किया था, लेकिन तकनीकी अड़चनों, मॉडल में बदलाव व जल बोर्ड, बीएसईएस आदि की सेवाएं शिफ्ट करने की वजह से प्रोजेक्ट में देरी हुई। डीडीए की प्रवक्ता नीमोधर के मुताबिक प्रोजेक्ट का 75 फीसदी से ज्यादा काम पूरा है। अगले चार महीनों में वाहनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी। इससे लोगों को करीब 8 किलोमीटर का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। अंडरपास से होकर अपनी मंजिल पर पहुंचना और आसान हो जाएगा।
मौजूदा रास्ता
फिलहाल नोएडा से ओखला जाने के लिए वाया कालिंदी कुंज सरिता विहार के आगे से पहले बाएं मुड़ना पड़ता है। फिर यू-टर्न लेकर मथुरा रोड होते हुए मोदी मिल फ्लाईओवर पर वाहन पहुंचते हैं। बांये कालकाजी होकर ओखला की तरफ जाना होता है। इस घुमावदार सफर में करीब आठ किलोमीटर का लंबा रास्ता तय करना पड़ता है।
कुछ ऐसा होगा सफर
जून से करीब 26 मीटर चौड़ा व 1,090 मीटर लंबे अंडरपास से आप सीधा सफर कर सकेंगे। फिर अगर आपको ओखला से फरीदाबाद जाना है तो क्लोवरलीफ अंडरपास तक पहुंचाने का रास्ता आसान करेगी। वहीं आश्रम से ओखला जाने के लिए भी क्लोवर लीफ बनाई जा रही है। इसके अलावा नोएडा से आश्रम जाने के लिए अंडरपास के ऊपर से सरफेस रोड बनाई जा रही है। साथ ही बाएं मुड़ने के लिए चारों तरफ होगी सर्विस रोड। जबकि फरीदाबाद से नोएडा जाने के लिए पहले ही क्लोवरलीफ चालू है।
नोएडा-फरीदाबाद को फायदा
सबसे ज्यादा फायदा नोएडा व फरीदाबाद से ओखला औद्योगिक क्षेत्र के बीच रोजाना सफर करने वाले लोगों को होगा। अंडरपास तैयार होने से दूरी करीब 8 किलोमीटर कम हो जाएगी। एक घंटे की जगह बमुश्किल दस मिनट में। यही नहीं, सरिता विहार फ्लाईओवर से मोदी मिल फ्लाईओवर के बीच मथुरा रोड पर वाहनों का दबाव कम होगा। इसके अलावा क्लोवरलीफ के जरिए वाहन चालक दाईं तरफ मुड़ सकेंगे।