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नोएडा। महामाया टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एमटीयू) द्वारा रविवार को जारी किए गए पहले सेमेस्टर के परीक्षा परिणामों में कॉलेजों में हुए दाखिले का फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है। परीक्षा देने वाले बहुत से छात्र थ्योरी पेपर में जीरो पर सिमट गए, जबकि कॉलेज के सेशनल में इनके भारी भरकम नंबर हैं। संदेह के रूप में विवि ने इन छात्र को फर्जी दाखिले के रूप में चिह्नित किया है। एमटीयू ने ऐसे एक दर्जन से अधिक कॉलेजों को नोटिस जारी कर दिया है। इन छात्रों के सेशनल अंकों का ब्योरा मांगते हुए रिजल्ट रोक लिया गया है। एमटीयू ने रविवार को सत्र 2012-13 के एमबीए, एमसीए, बीटेक एग्रीकल्चर, होटल मैनेजमेंट और बीफार्मा के पहले सेमेस्टर के नतीजे घोषित कर दिए। इनमें बहुत से छात्र ऐसे हैं जिनके थ्योरी पेपर में जीरो या सिर्फ एक-दो अंक हैं, जबकि कॉलेजों द्वारा इन छात्रों को सेशनल (सत्रीय अंक) के 50 अंकों में 45 से 48 तक नंबर दिए गए हैं। कॉलेज के सेशनल अंक क्लास टेस्ट के आधार पर दिए जाते हैं। इसमें 90 फीसदी अंक लेने वाला छात्र थ्योरी में आसानी से पास होने लायक अंक ले सकता है। विवि परीक्षा के मूल्यांकन और कॉलेजों द्वारा दिए गए नंबरों के अंतर के आधार पर विवि ने इन छात्रों को फर्जी के रूप में चिह्नित किया है। विवि इन छात्रों की जांच करेगा।
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पकड़े जा चुके हैं किराए के छात्र
विवि की दिसंबर-जनवरी में हुई पहले सेमेस्टर की परीक्षा के दौरान भी किराए पर लाए गए फर्जी छात्र पकड़े जा चुके हैं। ये भी ऐसे ही छात्र हैं जो समाज कल्याण से फीस वसूली के लिए कॉलेजों द्वारा किराए पर हायर किए गए हैं। शासन ने इस साल पहले सेमेस्टर की परीक्षा के बाद शुल्क प्रतिपूर्ति का नया नियम बनाया है, जिसके बाद कॉलेज संचालकों ने इस बार किराए के छात्रों से परीक्षा दिलाई।
नोएडा। महामाया टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एमटीयू) द्वारा रविवार को जारी किए गए पहले सेमेस्टर के परीक्षा परिणामों में कॉलेजों में हुए दाखिले का फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है। परीक्षा देने वाले बहुत से छात्र थ्योरी पेपर में जीरो पर सिमट गए, जबकि कॉलेज के सेशनल में इनके भारी भरकम नंबर हैं। संदेह के रूप में विवि ने इन छात्र को फर्जी दाखिले के रूप में चिह्नित किया है। एमटीयू ने ऐसे एक दर्जन से अधिक कॉलेजों को नोटिस जारी कर दिया है। इन छात्रों के सेशनल अंकों का ब्योरा मांगते हुए रिजल्ट रोक लिया गया है। एमटीयू ने रविवार को सत्र 2012-13 के एमबीए, एमसीए, बीटेक एग्रीकल्चर, होटल मैनेजमेंट और बीफार्मा के पहले सेमेस्टर के नतीजे घोषित कर दिए। इनमें बहुत से छात्र ऐसे हैं जिनके थ्योरी पेपर में जीरो या सिर्फ एक-दो अंक हैं, जबकि कॉलेजों द्वारा इन छात्रों को सेशनल (सत्रीय अंक) के 50 अंकों में 45 से 48 तक नंबर दिए गए हैं। कॉलेज के सेशनल अंक क्लास टेस्ट के आधार पर दिए जाते हैं। इसमें 90 फीसदी अंक लेने वाला छात्र थ्योरी में आसानी से पास होने लायक अंक ले सकता है। विवि परीक्षा के मूल्यांकन और कॉलेजों द्वारा दिए गए नंबरों के अंतर के आधार पर विवि ने इन छात्रों को फर्जी के रूप में चिह्नित किया है। विवि इन छात्रों की जांच करेगा।
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पकड़े जा चुके हैं किराए के छात्र
विवि की दिसंबर-जनवरी में हुई पहले सेमेस्टर की परीक्षा के दौरान भी किराए पर लाए गए फर्जी छात्र पकड़े जा चुके हैं। ये भी ऐसे ही छात्र हैं जो समाज कल्याण से फीस वसूली के लिए कॉलेजों द्वारा किराए पर हायर किए गए हैं। शासन ने इस साल पहले सेमेस्टर की परीक्षा के बाद शुल्क प्रतिपूर्ति का नया नियम बनाया है, जिसके बाद कॉलेज संचालकों ने इस बार किराए के छात्रों से परीक्षा दिलाई।