नई दिल्ली। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने किसानों के मामले में एक बार फिर दिल्ली सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी के नेताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र के इशारे पर किसान आंदोलन के नाम पर दिल्ली सरकार ने किसानों को गुमराह किया है। तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग करने वाले किसानों के आंदोलन के प्रति केजरीवाल सरकार का रवैया साजिश और विश्वासघात से भरा रहा है। चाहे कोविड-19 महामारी हो, दिल्ली दंगा या किसान आंदोलन, सभी ज्वलंत मुद्दों पर मुख्यमंत्री चुप रहना अधिक पसंद करते हैं। केजरीवाल किसानों के आंदोलन का दिखावटी समर्थन कर रहे हैं।
मंगलवार को प्रदेश कार्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए अलका लांबा एवं आदर्श शास्त्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी की ओर से पंजाब के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर दिल्ली की सीमाओं पर विरोध कर रहे किसानों के लिए तत्काल सुरक्षा मुहैया करवाने को आवश्यक बताया है। कांग्रेस के दोनों नेताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस को क्रेन, लोहे की ग्रिल और स्पाइक्स उपलब्ध करवाए गए, जबकि पीडब्लूडी के कर्मी सड़कों को खोदने के साथ ही सीमेंट के बैरिकेड लगाकर किसानों को रोकने का काम कर रहे हैं।
अलका लांबा ने आरोप लगाते हुए कहा कि अगर दिल्ली के मुख्यमंत्री किसानों की सुरक्षा के लिए चिंतित हैं, तो भाजपा शासित हरियाणा और उत्तर प्रदेश के मुुख्यमंत्रियों को पत्र क्यों नहीं लिखा। केंद्र सरकार की ओर से जब 5 जून, 2020 को किसान विरोधी कृषि कानूनों को अधिसूचित किया गया, मुख्यमंत्री चुप क्यों रहे। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल व आम आदमी पार्टी किसानों की आवाज को दबाने और आंदोलन को कमजोर करने के लिए एक सक्रिय पार्टी की भूमिका में रही है।
आदर्श शास्त्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का गुप्त एजेंडा पंजाब का मुख्यमंत्री बनना है। इसी वजह से किसानों के आंदोलन का दिखावटी समर्थन कर रहे हैं। किसानों को गिरफ्तार कर जेलों में ले जाने के लिए डीटीसी बसों का सरकार की स्वीकृति के बगैर कैसे इस्तेमाल किया गया।
लाल किले हिंसा मामले के 12 आरोपियों की पहचान
26 जनवरी को लाल किले हिंसा मामले में 12 आरोपियों की पहचान सामने आ गई है। सोशल मीडिया पर वायरल हुई वीडियो व फोटो के आधार पर आरोपियों की पहचान की गई है। पुलिस अब इन आरोपियों का पता आदि करने में जुट गई है, ताकि आरोपियों को गिरफ्तार किया जा सके। बताया जा रहा है कि सभी सभी आरोपी पंजाब व यूपी के हैं।
नई दिल्ली। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने किसानों के मामले में एक बार फिर दिल्ली सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी के नेताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र के इशारे पर किसान आंदोलन के नाम पर दिल्ली सरकार ने किसानों को गुमराह किया है। तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग करने वाले किसानों के आंदोलन के प्रति केजरीवाल सरकार का रवैया साजिश और विश्वासघात से भरा रहा है। चाहे कोविड-19 महामारी हो, दिल्ली दंगा या किसान आंदोलन, सभी ज्वलंत मुद्दों पर मुख्यमंत्री चुप रहना अधिक पसंद करते हैं। केजरीवाल किसानों के आंदोलन का दिखावटी समर्थन कर रहे हैं।
मंगलवार को प्रदेश कार्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए अलका लांबा एवं आदर्श शास्त्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी की ओर से पंजाब के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर दिल्ली की सीमाओं पर विरोध कर रहे किसानों के लिए तत्काल सुरक्षा मुहैया करवाने को आवश्यक बताया है। कांग्रेस के दोनों नेताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस को क्रेन, लोहे की ग्रिल और स्पाइक्स उपलब्ध करवाए गए, जबकि पीडब्लूडी के कर्मी सड़कों को खोदने के साथ ही सीमेंट के बैरिकेड लगाकर किसानों को रोकने का काम कर रहे हैं।
अलका लांबा ने आरोप लगाते हुए कहा कि अगर दिल्ली के मुख्यमंत्री किसानों की सुरक्षा के लिए चिंतित हैं, तो भाजपा शासित हरियाणा और उत्तर प्रदेश के मुुख्यमंत्रियों को पत्र क्यों नहीं लिखा। केंद्र सरकार की ओर से जब 5 जून, 2020 को किसान विरोधी कृषि कानूनों को अधिसूचित किया गया, मुख्यमंत्री चुप क्यों रहे। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल व आम आदमी पार्टी किसानों की आवाज को दबाने और आंदोलन को कमजोर करने के लिए एक सक्रिय पार्टी की भूमिका में रही है।
आदर्श शास्त्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का गुप्त एजेंडा पंजाब का मुख्यमंत्री बनना है। इसी वजह से किसानों के आंदोलन का दिखावटी समर्थन कर रहे हैं। किसानों को गिरफ्तार कर जेलों में ले जाने के लिए डीटीसी बसों का सरकार की स्वीकृति के बगैर कैसे इस्तेमाल किया गया।
लाल किले हिंसा मामले के 12 आरोपियों की पहचान
26 जनवरी को लाल किले हिंसा मामले में 12 आरोपियों की पहचान सामने आ गई है। सोशल मीडिया पर वायरल हुई वीडियो व फोटो के आधार पर आरोपियों की पहचान की गई है। पुलिस अब इन आरोपियों का पता आदि करने में जुट गई है, ताकि आरोपियों को गिरफ्तार किया जा सके। बताया जा रहा है कि सभी सभी आरोपी पंजाब व यूपी के हैं।